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सीएम उद्धव ठाकरे ने किया कोकण का दौरा, बोले- सबको पहुंचेगी मदद!

मुंबई: चक्रवात ‘तौकते’ के चलते कोकणवासियों का काफी नुकसान हुआ है। इस तूफान से प्रभावित लोगों के साथ सरकार है। जो भी मदद की जा सकती है, वह किए बिना हम नहीं बैठेंगे। मदद का आदेश तत्काल दिया गया है। आगामी दो से तीन दिन में पंचनामा पूरा होगा, इसकी रिपोर्ट आने के बाद हम मदद के संदर्भ में अंतिम निर्णय लेंगे। कोई भी मदद से वंचित नहीं रहेगा। पैकेज पर मुझे विश्वास नहीं। जो जरूरी है, वह सभी के लिए करेंगे, ऐसा वचन मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कल रत्नागिरी, सिंधुदुर्ग दौरे के दौरान कोकणवासियों को दिया।
सीएम उद्धव ठाकरे ने दौरे के दरम्यान कोकण तटीय क्षेत्रों के प्रभावित हिस्सों का निरीक्षण किया। इसी तरह समीक्षा बैठक कर जिलाधिकारियों से हुए नुकसान की जानकारी हासिल की। इस दौरान मीडिया से बातचीत करते हुए मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि कोकणवासियों को राहत देने के लिए मैं यहां आया हूं। प्रत्यक्ष रूप से पंचनामा होने के बाद नुकसान का अनुमान लगाकर मदद के बारे में निर्णय लिया जाएगा। कोरोना संकट के बीच ‘तौकते’ चक्रवात ने उसमें और भी संकट बढ़ा दिया है। दुर्भाग्य से कुछ मौतें हुई हैं। किस आधार पर मदद की जाए, इसकी समीक्षा करने के बाद ही यह तय किया जाएगा। कृषि व फल बाग का पंचनामा दो दिन में करने का आदेश भी उन्होंने इस बैठक के दौरान दिया।

तीसरी लहर न आ पाए, योजनाओं पर करें अमल
रत्नागिरी जिले में चक्रवाती तूफान के कारण हुए नुकसान का निरीक्षण करने के बाद सीएम उद्धव ठाकरे ने कल समीक्षा बैठक की। इस बैठक में उन्होंने नुकसान के साथ-साथ कोविड की परिस्थितियों का भी जायजा लिया। इस दौरान उन्होंने कहा कि हम मरीजों के बेहतर इलाज की सुविधा मुहैया करा रहे हैं। मरीजों की संख्या कम करने के साथ-साथ मृत्युदर भी कम करने के लिए सभी को प्रयास करना चाहिए।
मुख्यमंत्री ने कहा कि दूसरी लहर के बाद तीसरी लहर आने की संभावना जताई जा रही है। इसलिए हमने उचित उपाय योजनाओं को समय पर अमल में लाने का निर्देश संबंधित अधिकारियों को दिया है ताकि तीसरी लहर आने ही न पाए। इस दौरान मुख्यमंत्री को जिले में चल रहे टीकाकरण व उससे संबंधित अन्य जानकारी भी दी गई।
इस बैठक में रत्नागिरी के पालकमंत्री एड. अनिल परब, मदद व पुनर्वसन मंत्री विजय वडेट्टीवार और राज्य के उच्च एवं तकनीकी शिक्षा मंत्री व सिंधुदुर्ग जिला के पालकमंत्री उदय सामंत आदि उपस्थिति थे।

पांच तालुकाओं को हुआ भारी नुकसान
‘तौकते’ से जिले के 5 तालुकाओं में भारी नुकसान हुआ है, इसमें सबसे बुरी तरह प्रभावित क्षेत्र राजापुर और रत्नागिरी तालुका हैं। तूफान से प्रभावित हुए सिंधुदुर्ग और रत्नागिरी जिलों के एक दिवसीय दौरे पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे कल गए थे। इस दौरे की शुरुआत मुख्यमंत्री ने रत्नागिरी जिले में बैठक लेकर शुरू की। इस जिले में चक्रवात ने आम, काजू और नारियल के बागों को बड़े पैमाने पर नुकसान पहुंचाया है। मुख्यमंत्री ने अधिकारियों को निर्देश दिया है कि इस तबाही के मद्देनजर उचित आकड़ों के साथ सरकार को प्रस्ताव पेश करें। इस दौरान जिले में हुए नुकसान पर जिला अधिकारी लक्ष्मीनारायण मिश्रा ने प्रस्तुतीकरण किया।

२,५०० हेक्टेयर कृषि का नुकसान
चक्रवात तूफान ने बड़े पैमाने पर फल बागों को नुकसान पहुंचाया है। लगभग ११०० किसानों के २,५०० हेक्टेयर कृषि का नुकसान हुआ है, जिसमें से अब तक ३,४३० किसानों के ८१०.३० हेक्टेयर खेतों का पंचनामा का काम पूरा हो चुका है।

१,१७९ गांवों की बिजली आपूर्ति शुरू
चक्रवात तूफान से सबसे ज्यादा बिजली वितरण कंपनी प्रभावित हुई है। इससे १,२३९ गांवों की बिजली आपूर्ति पूरी तरह से ठप हो गई। हालांकि अब तक १,१७९ गांवों में बिजली की आपूर्ति बहाल कर दी गई है।

मत्स्य व्यवसाय में रु. ९० लाख का नुकसान
जिले के समुद्री तटों पर आश्रय लेने वाली नावों में से ३ नावें पूरी तरह से क्षतिग्रस्त हो गई और ६५ नावें अशंत: क्षतिग्रस्त हुई हैं। ७१ जाल भी क्षतिग्रस्त हो गए हैं। लगभग ९० लाख रुपए का अनुमानित नुकसान हुआ है। इस चक्रवात में जिला परिषद की ३०१ संपत्तियां प्रभावित हुई हैं। लगभग १ करोड़ ९८ लाख ८४ हजार से अधिक के नुकसान होने का अनुमान है।

कोविड केयर सेंटर का ई-उद्घाटन
जिला पुलिस द्वारा सुसज्जित कोविड-१९ केयर सेंटर स्थापित किया गया है। इस अवसर पर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करकमलों द्वारा इसका ई-उद्घाटन किया गया।