दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य

महाराष्ट्र सरकार ने अब तक नहीं भेजी लिस्ट…रेल मंत्री बोले- कल नहीं चला पाएंगे ट्रेन

नयी दिल्ली: प्रवासी मजदूरों की वापसी के लिए श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के मुद्दे पर राजनीति अब गरमाती जा रही है। रेल मंत्री पीयूष गोयल ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को पहले 1 घंटे में मजदूरों की लिस्ट देने का अल्टीमेटम दिया। रेल मंत्री ने कहा कि आप एक घंटे में लिस्ट दीजिए तो हम कल ही 125 ट्रेनें चलाने को तैयार हैं। हालांकि उद्धव सरकार ने अब तक लिस्ट नहीं भेजी है जिसके बाद पीयूष गोयल ने कल ट्रेनें न चलाने का फैसला किया है।
रेल मंत्री पीयूष गोयल ने ट्वीट किया- दुख की बात है कि 1.5 घंटे हो गए हैं पर महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे के GM मध्य रेल को, कल की 125 ट्रेनों की निर्धारित जानकारी नहीं दी है। ट्रेन प्लान करने में समय लगता है और हम नहीं चाहते कि ट्रेनें स्टेशन पर आ कर खाली खड़ी रहें इसलिए पूरी जानकारी के बिना प्लान करना असंभव है। उन्होंने आगे लिखा- मैं आशा करता हूं कि महाराष्ट्र सरकार हमारे इन श्रमिकों के लाभ के लिए किए गए प्रयास में पूरा सहयोग करेगी।

रेल मंत्री ने लिखा- टीवी के जरिए पता चल रहा कि आपने 200 लिस्ट दी हैं
पीयूष गोयल ने कहा कि मुझे टीवी के माध्यम से पता चला कि महाराष्ट्र सरकार ने 200 ट्रेनों की लिस्ट भारतीय रेल को देने का दावा किया है। मगर कल चलने वाली एक भी ट्रेन के यात्रियों की लिस्ट GM मध्य रेल के पास फॉलोअप के बाद भी नहीं आई है।

रेल मंत्री ने कहा- लिस्ट तैयार है तो 1 घंटे में दीजिए
इससे पहले उन्होंने महाराष्ट्र सरकार को एक घंटे का अल्टीमेटम देते हुए कहा था कि कल हम महाराष्ट्र से 125 श्रमिक स्पेशल ट्रेन देने के लिए तैयार हैं। अपने बताया कि आपके पास श्रमिकों की लिस्ट तैयार है। इसलिए आपसे अनुरोध है कि सभी निर्धारित जानकारी जैसे, कहां से ट्रेन चलेगी, यात्रियों की ट्रेनों के हिसाब से सूची, उनका मेडिकल सर्टिफिकेट और कहां ट्रेन जानी है, यह सब सूचना अगले एक घंटे में मध्य रेलवे के महाप्रबंधक को पहुंचाने की कृपा करें, जिससे हम ट्रेनों की योजना समय पर कर सकें।

फडणवीस ने किया रेल मंत्री के ट्वीट्स का बचाव
महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने एक टीवी चैनल से बातचीत में रेल मंत्री पीयूष गोयल के ट्वीट करने के कदम का बचाव किया। उन्होंने कहा, रेल मंत्री को ये ट्वीट क्यों करने पड़े वो भी आप देखिए। पहले दिन से रेल मंत्री ने कहा कि महाराष्ट्र सरकार ने जितनी गाड़ियां मांगीं, रेल मंत्रालय ने दीं। कई गाड़ियां तो खाली चली गईं क्योंकि उनमें जाने के लिए मजदूर ही नहीं थे। इसके बावजूद वे लगातार महाराष्ट्र सरकार की मदद कर रहे थे। अपनी नाकामी छुपाने के लिए जब मुख्यमंत्री या उनके सांसद कहते हैं कि हमने 200 गाड़ियां मांगीं और हमें 40 ही मिलीं, तो ये सरासर झूठ है। इसीलिए पीयूष जी ने साफ शब्दों में कहा कि आप लिस्ट दीजिए। वो स्पेशल गाड़ियों के लिए लिस्ट तो छोड़िए जो रेगुलर गाड़ियां जाती हैं उनकी लिस्ट भी नहीं दे पाए।

ममता सरकार पर भी लगा था आरोप, नहीं दे रहीं ट्रेनें चलाने की मंजूरी
बता दें कि श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने को लेकर राजनीति नई नहीं है। सबसे पहले आरोप पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी पर लगा था। गृह मंत्री अमित शाह ने कहा था कि ममता ट्रेनों की मंजूरी न देकर मजदूरों के साथ अन्याय कर रही हैं। इसके बाद रेल मंत्री पीयूष गोयल ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे। हालांकि ममता बनर्जी ने कहा था कि केंद्र सरकार मजदूरों की घर वापसी पर राजनीति कर रही है।