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महाराष्ट्र: स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने की- पटाखा मुक्त दीपावली मनाने की अपील, बोले- मौसम की वजह से बढ़ सकता है संक्रमण!

मुंबई: राज्य के स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने अबकी बार पटाखा मुक्त दीपावली मनाने की अपील की है। उन्होंने कहा कि मैं मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे और राज्य मंत्रिमंडल के सामने पटाखा मुक्त दिवाली मनाने के लिए नियम बनाने की मांग करूंगा। गुरुवार को टोपे ने कोरोना नियंत्रण के लिए गठित टॉस्क फोर्स और कोरोना डेथ ऑडिट कमेटी के साथ बैठक की। बैठक में कोरोना की दूसरी लहर की संभावनाओं के मद्देनजर पूर्व तैयारी और दिवाली उत्सव को देखते हुए सावधानी बरतने को लेकर चर्चा हुई। टोपे ने कहा कि ठंड के कारण पटाखों का धुआं आसमान की ओर नहीं जा पाता। इस कारण लोगों को सांस लेने में ज्यादा समस्या हो सकती है। इसलिए ज्यादा सावधानी बरतना उचित होगा। राज्य में पटाखा मुक्त दिवाली मनाने की मानसिक तैयारी करने की जरूरत है।
स्वास्थ्य मंत्री टोपे ने कहा कि फ्रांस और अमेरिका की तरह राज्य में दूसरी लहर आने की संभावना कम है, लेकिन दिवाली के उत्सव में यदि नियमों का पालन नहीं हुआ, तो संक्रमण बढ़ने की संभावनाओं से इंकार नहीं किया जा सकता है। दीवाली में होने वाली भीड़ और ठंड के मौसम की वजह से संक्रमण बढ़ सकता है।

टोपे ने कहा कि प्रदेश में कोरोना की जांच प्रभावी तरीके से जारी रहेगी। इसके लिए राज्य भर के सभी 500 लैब का उपयोग किया जाएगा। राज्य में किराना दुकानदार, छोटे व्यवसायी, दूध और सब्जी विक्रेता, सार्वजनिक परिवहन व्यवस्था के कर्मचारियों, हमाल और मजदूरों की बड़े पैमाने पर जांच के निर्देश क्षेत्रिय स्तर पर दिए गए हैं। राज्य के छोटे शहरों के अस्पतालों में आईसीयू के डॉक्टर्स, नर्स की कमी को ध्यान रखते हुए वहां के कर्मचारियों को प्रशिक्षण दिया जाएगा। इसके अलावा राज्य में टेली आईसीयू का अधिक इस्तेमाल किया जाएगा।
टोपे ने कहा कि राज्य में कोरोना के मरीजों के लिए निजी अस्पतालों के 80 प्रतिशत बेड आरक्षित रखने का फैसला कायम रहेगा। जिस जिले में कोरोना के मरीजों की संख्या बहुत कम होगी, तो वहां जिला प्रशासन 80 प्रतिशत की जगह 50 प्रतिशत बेड़ आरक्षित रखने का फैसला ले सकता है। स्वास्थ्य मंत्री ने कहा कि अस्पतालों में होने वाली हर मौत का कारण संबंधित अस्पताल को बताना ही पड़ेगा। इसके लिए अस्पताल के स्तर पर डेथ ऑडिट कमेटी बनाई जानी चाहिए। इस पर जिला और राज्य स्तर की डेथ ऑडिट कमेटी की निगरानी होनी चाहिए।

अस्पताल से कोरोना मुक्त हो घर पहुंचे पूर्व CM फडणवीस
राज्य के पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेन्द्र फडणवीस को बुधवार को अस्पताल से छुट्टी मिल गई है। बिहार चुनाव की जिम्मेदारी संभालने वाले देवेन्द्र फडणवीस पिछले दिनों जांच के बाद कोरोना संक्रमित पाए गए थे। इसके बाद वे उपचार के लिए मुंबई के सेन्ट जॉर्ज अस्पताल में भर्ती हुए थे। अस्पताल से छुट्टी मिलने के बाद फडणवीस ने अस्पताल के डॉक्टर, नर्स व स्वच्छता कर्मचारियों के प्रति आभार व्यक्त किया है। उन्होंने कहा है कि अब मैं स्वस्थ्य होकर घर आ गया हूं। डॉक्टर की सलाह के अनुसार अगले 7 दिनों तक मैं घर में एकांत में रहूंगा। उन्होंने कहा कि मैं डॉक्टर व नर्स तथा उन सभी लोगों का आभारी हूं, जिन्होंने मेरे स्वस्थ्य होने के लिए प्रार्थना की।