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महाराष्ट्र: CM उद्धव ठाकरे तेज करेंगे मराठीभाषियों के हक की लड़ाई…

मुंबई: महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा विवाद के हल को लेकर मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे काफी गंभीर हैं। सीमाई विवाद में मराठी भाषियों के हक की लड़ाई को मुख्यमंत्री ठाकरे ने तेज करने का फैसला किया है। इस मामले का हल जल्द निकले और मराठी भाषियों को न्याय मिले, इसके लिए मुख्यमंत्री ने अपने दो मंत्रियों छगन भुजबल और एकनाथ शिंदे की एक समिति गठित की है।
यह समिति सुप्रीम कोर्ट में शुरू सीमा विवाद के मामले में महाराष्ट्र का पक्ष पूरी ताकत के साथ रखने के लिए वकीलों और संबंधित अधिकारियों के साथ समन्वय करेगी। मुख्यमंत्री ठाकरे ने अपने दोनों मंत्रियों को निर्देश दिया है कि सीमा विवाद का दंश झेल रहे मराठी भाषियों को कैसे जल्द न्याय मिले, इसके लिए वह बैठक कर मार्ग निकालें। मुख्यमंत्री खुद वरिष्ठ अधिवक्ता हरीश साल्वे से इस मुद्दे पर चर्चा करेंगे। ठाकरे ने इच्छा जताई है कि सुप्रीम कोर्ट में सीमा विवाद की अगली सुनवाई के दौरान राज्य का पक्ष विधि विशेषज्ञ हरीश साल्वे रखें।
महाराष्ट्र-कर्नाटक सीमा मुद्दे पर शनिवार को मंत्रालय में मुख्यमंत्री ठाकरे की अध्यक्षता में बैठक हुई। इसमें मंत्री एकनाथ शिंदे, सुभाष देसाई, जयंत पाटील, छगन भुजबल, नितीन राउत आदि उपस्थित थे। इस मौके पर मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा कि सीमा विवाद का हल निकालने के लिए सरकार काफी गंभीर है। मराठी समाज को न्याय दिलाने के लिए राजनीतिक मतभेद भुलाकर सभी दलों को एकसाथ आना चाहिए। सीमा के गांव महाराष्ट्र में आ जाएं, इसके लिए सरकार कानूनी लड़ाई पूरी ताकत के साथ लड़ेगी।
बैठक में मुख्यमंत्री ने सीमा विवाद पर सुप्रीम कोर्ट में चल रहे केस की समीक्षा की। उन्होंने कहा कि सीमा विवाद को लेकर सुप्रीम कोर्ट में केस को तेजी से खत्म करने के लिए राज्य सरकार की तरफ से सभी प्रयास किए जाएंगे। इसके लिए केस के वकीलों की तत्काल संयुक्त बैठक बुलाई जाएगी।