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मुंबई: एकता कपूर की वेब सीरीज को लेकर मचा बवाल, राष्ट्रपति तक की गई शिकायत

मुंबई: बॉलीवुड निर्माता निर्देशक एकता कपूर और उनकी मां शोभा कपूर के बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले XXX वेब सीरीज 2 के माध्यम से बनी टेलीफिल्म ने केंद्रीय सुरक्षा बलों में बवाल मचा दिया है। आरोप है कि यह वेब सीरीज केंद्रीय सुरक्षा बलों की छवि खराब कर रही है। ‘कनफेडरेशन ऑफ एक्स पैरामिलिट्री फोर्स वेलफेयर एसोसिएशन’ ने इसे लेकर राष्ट्रपति से शिकायत की है। एसोसिएशन के महासचिव रणबीर सिंह का कहना है कि लाखों जवान इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना फिल्मांकन का विरोध करते हैं। यह सीमाओं पर तैनात 24 लाख सेना एवं अर्धसैनिक बलों के जवानों की वर्दी की गरिमा एवं प्रतीक का सरासर अपमान है।
ऐसे कार्यक्रम में सैलिब्रिटी ने अश्लीलता की सारी हदें पार कर दी हैं। इससे फोर्स का मनोबल टूटता है। एसोसिएशन ने इस अश्लील सीरिज पर तुरंत बैन लगाने की मांग की है। एसोसिएशन ने 4 जून को यह शिकायत पत्र राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को भेजी है। रणबीर सिंह का कहना है कि हाल ही में बालाजी टेलीफिल्म्स के बैनर तले XXX वेब सीरीज 2 के माध्यम से बनाई गई टेलीफिल्म में सरहदों की सुरक्षा में तैनात आफिसर्स की पत्नी को किसी बावर्दी गैरमर्द के साथ संदिग्ध अवस्था में दिखाया गया है। इसके चलते सरहदों पर तैनात सुरक्षा बलों की लाखों वीरांगनाओं के चरित्र पर भी अंगुली उठाई गई है। यह उन सुरक्षा बलों की आन-बान-शान का सवाल है, जिनके बीच में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी हर साल दीपावली मनाते हैं। एसोसिएशन, एकता कपूर के इस तरह के गैर-जिम्मेदाराना फिल्मांकन का कड़ा विरोध करती है। रणबीर सिंह ने कहा, क्या यही एकमात्र चारा है पैसा कमाने का। जाहिर है कि इसका बुरा असर हमारी आने वाली नई पीढ़ियों पर पड़े। आज के ताजा परिप्रेक्ष्य में जब सरहदों पर तनातनी का माहौल है और ऐसे समय में इस तरह की अश्लील सीरीज दिखाई जा रही है।
इस पर तुरंत बैन लगाया जाए। एकता कपूर व उनकी टीम, जिसने यह सीरिज बनाई है, उनके खिलाफ देशद्रोह का मुकदमा दायर कर उन्हें गिरफ्तार किया जाए। एकता कपूर की सैनिकों की पत्नियों पर फिल्माई गई इस सीरिज को राष्ट्र की तौहीन माना जाए। एसोसिएशन ने कहा, राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद हमारी तीनों सेनाओं के सुप्रीम सेनापति हैं। एकता कपूर से पदमश्री अवार्ड तुरंत वापस लिया जाए, ताकि भविष्य में कोई भी इस तरह की बेहुदा, फुहड़ता व अश्लीलता का फिल्मांकन कर भारतीय सेनाओं की वीरांगनाओं को अपमानित करने का प्रयास न करे।