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मुंबई में नागरिकता संशोधन कानून के खिलाफ सड़क पर उतरे शरद पवार और यशवंत सिन्‍हा

मुंबई: नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी के खिलाफ पिछले कुछ दिनों से हमलावर रुख अपनाए एनसीपी प्रमुख शरद पवार आज इस कानून के खिलाफ सड़क पर उतर आए। शरद पवार ने बीजेपी के बागी नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री यशवंत सिन्‍हा, कांग्रेस नेता पृथ्‍वीराज चव्‍हाण और वंचित बहुजन अघाड़ी के नेता प्रकाश आंबेडकर के साथ गेटवे ऑफ इंडिया पर मंच साझा किया और गांधी शांति यात्रा को रवाना किया।
एनआरसी और सीएए के खिलाफ मुंबई से शुरू हुई यह यात्रा 3000 किमी का सफर करके 30 जनवरी तक नयी दिल्‍ली के राजघाट तक पहुंचेगी।
बता दें कि 30 जनवरी को महात्‍मा गांधी की हत्‍या की गई थी। शरद पवार ने गेटवे ऑफ इंडिया पर इस यात्रा को हरी झंडी द‍िखाई और नागरिकता संशोधन कानून और एनआरसी को लेकर पवार केंद्र सरकार पर जमकर अटैक कर रहे हैं।
पवार ने कहा है कि सीएए, एनआरसी देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास है। उन्‍होंने कहा कि सीएए देश की धार्मिक, सामाजिक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा तथा उसे आहत करेगा। पिछले दिनों शरद पवार ने कहा था, सीएए, एनआरसी देश के सामने मौजूद गंभीर मुद्दों से ध्यान हटाने का प्रयास है। अल्पसंख्यक ही नहीं, जो कोई भी इस देश की एकता और प्रगति के बारे में सोचता है वह सीएए और एनआरसी का विरोध कर रहा है। उन्‍होंने केंद्र से सवाल किया कि सीएए के तहत केवल पाकिस्तान, बांग्लादेश और अफगानिस्तान के शरणार्थियों को ही क्यों शामिल किया गया और श्रीलंका के तमिलों को क्यों नहीं? एनसीपी चीफ ने कहा कि सीएए देश की धार्मिक, सामाजिक एकता और सौहार्द को बिगाड़ेगा तथा उसे आहत करेगा। गांधी शांति यात्रा का आयोजन यशवंत सिन्‍हा ने किया है।