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मुंबई में समुद्र के किनारे छठ पूजा पर पाबन्दी, गृहमंत्री देशमुख की अपील- सादगी से मनाएं पर्व, BMC ने जारी किया निर्देश

मुंबई: लोक आस्था के महापर्व छठ पूजा पर किसी प्रकार का धार्मिक और सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित नहीं किया जा सकेगा। छठ पूजा के लिए कोई मंडप नहीं बनाया जा सकेगा। पटाखों की आतिशबाजी पर रोक रहेगी। राज्य सरकार ने कोरोना महामारी के चलते छठ पूजा के लिए तालाब और समुद्र तट की बजाय घर पर ही उत्सव मनाने का आह्वान किया है। गुरुवार को सरकार के गृह विभाग ने छठ पूजा उत्सव के लिए परिपत्र के माध्यम से दिशानिर्देश जारी किया। राज्य के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने छठ पूजा पर्व को सादगी से मनाने और सरकार के दिशानिर्देशों का पालन करने की अपील की है।

सरकार ने छठ पूजा के लिए महानगरपालिकाओं, जनप्रतिनिधियों और स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से कृत्रिम तलाब बनाने को कहा है। कोरोना का प्रसार रोकने सुरक्षा और स्वच्छता की दृष्टि से उचित उपाय करना होगा, नागरिकों को छठ पूजा के दौरान मास्क का इस्तेमाल और सोशल डिस्टेंसिंग का पालना करना होगा। वरिष्ठ नागरिकों और छोटे बच्चों को कार्यक्रम में लाने पर पाबंदी होगी। इस बारे में आयोजकों को जनजागृति करनी होगी। छठ पूजा कार्यक्रम की जगह पर सैनिटाइजेशन की व्यवस्था करनी होगी। सोशल डिस्टेंसिंग और स्वच्छता के नियमों का पालना करना होगा। छठ पूजा उत्सव के दौरान कोरोना का प्रसार रोकने के लिए सरकार के विभिन्न विभागों, महानगरपालिका, स्थानीय प्रशासन की ओर से समय-समय पर जारी नियमों का कड़ाई से पालन करना होगा।

छठ पूजा को लेकर बीएमसी ने निर्देश जारी की है। मुंबई में समुद्री तट के किनारे पर छठ पूजा नहीं हो सकती है। बीएमसी के मुताबिक समुद्री किनारे पर छठ के चलते जमा होने वाली भीड़ को ध्यान में रखकर सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करना मुश्किल होगी। जिसके कारण समुद्री किनारे पर सामूहिक छठ पूजा को परमिशन नहीं दी गई है। अगर फिर भी कोई इसे मनाने के लिये समुद्री तट पर जाता है तो पुलिस इस बात पर ध्यान दें। विभाग स्तर पर कोई संस्था छठ पूजा के लिये परमिशन चाहता है और कृतिम तालाब बनाना चाहता है तो वह खुद से बनाएं और बाद में उसे हटाने का काम भी संस्था करें।
कृतिम तालाब के पास छठ भक्तों की भीड़ जमा न हो इसलिए पुलिस की मदद ली जाए। ऐसी जगह पर सिर्फ पूजा पाठ को परमिशन दी गयी है। कृतिम तालाब के यहां विभाग के स्तर पर मेडिकल टीम रखी जाए। आवश्यकतानुसार भक्तों की antigen और pcr टेस्टिंग की जाय।