ठाणेब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

मुंबई: सरकारी काम के लिए अपने ही जूनियर से मांग रहा था रिश्वत! एसीबी ने किया गिरफ्तार

मुंबई: एंटी करप्शन ब्यूरो (एसीबी) ने सोमवार को ठाणे रेंज से जुड़े एक सहायक वन संरक्षक (ACF) को एक कनिष्ठ अधिकारी से कथित तौर पर 5.30 लाख रुपये की रिश्वत मांगने और स्वीकार करने के आरोप में गिरफ्तार किया. अधिकारी ने काम करने के लिए 5% की मांग की थी.
एसीबी ने कहा कि उसे गिरफ्तार अधिकारी बलिराम कोलेकर के दराज से बड़ी मात्रा में नकदी और शराब की कई बोतलें भी मिली हैं. मामले में शिकायतकर्ता वन विभाग का एक कनिष्ठ अधिकारी था, जिससे कोलेकर ने पैसे की मांग की थी. एक अधिकारी ने कहा कि शिकायतकर्ता को अनुदान मिलना था और कोलेकर ने सीनियर के रूप में आवश्यक औपचारिकताओं को पूरा करने के लिए राशि का 5 परसेंट मांगा था.
शिकायत के अनुसार, कोलेकर ने दावा किया कि पैसा कुछ अन्य लोगों के साथ भी बांटा जाना था. चूंकि कनिष्ठ वन अधिकारी भुगतान नहीं करना चाहता था, इसलिए उसने डेढ़ महीने पहले एसीबी के महानिदेशक रजनीश सेठ से कोलेकर के खिलाफ शिकायत दर्ज कराई थी.

5.30 लाख रुपये की रिश्वत लेते रंगे हाथों पकड़ाया!
इसके बाद रजनीश सेठ ने मुंबई एसीबी टीम से शिकायत की जांच करने को कहा. डीजी के निर्देशों के आधार पर, मुंबई एसीबी इकाई ने शिकायतकर्ता के साथ समन्वय किया और उसे कोलेकर के साथ बातचीत जारी रखने के लिए कहा. शिकायतकर्ता ने तब कोलेकर से कहा कि वह रिश्वत देने को तैयार है जिसके बाद वे सोमवार को मिले जहां उसने आरोपी को 5.30 लाख रुपये का भुगतान किया और एसीबी ने उसे रंगे हाथों पकड़ लिया. एसीबी की टीम ने आरोपी को ठाणे में धरा, जबकि ऑपरेशन एसीबी की मुंबई इकाई द्वारा शुरू किया गया था.

बता दें कि कुछ महीनों पहले भी एसीबी के अधिकारियों ने एक क्लास टू इनकम टैक्स ऑफिसर को दस लाख रुपए की रिश्वत लेने के आरोप में गिरफ्तार किया था. दरअसल, इनकम टैक्स ऑफिसर साल 2012 के एक लंबित इनकम टैक्स रिटर्न मामले मे शिकायतकर्ता के खिलाफ छापेमारी करने पहुंचा था. ऑफिसर ने कोई दंडात्मक कार्रवाई नहीं करने के बदले 10 लाख रुपए की रिश्वत ली थी.