ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

मुंबई: 55 से अधिक उम्र वाले पुलिसवालों को घर रहने का फ़रमान जारी

सैल्यूट मुंबई पुलिस!

मुंबई: मुंबई में कोरोना वायरस से मरने वाले तीनों पुलिसकर्मियों की उम्र 55 साल से ऊपर थी। इसी को देखते हुए मुंबई पुलिस आयुक्त परमबीर सिंह ने आदेश जारी किया है कि 55 साल से अधिक उम्र के सभी पुलिसकर्मी छुट्टी पर रहेंगे और घर पर ही रहेंगे। वे ड्यूटी पर नहीं रहेंगे। ये फैसला तब लिया गया है कि जब पिछले तीन दिन में कोरोना वायरस की वजह से तीन पुलिसकर्मियों की मौत हो गई है! इन सभी की उम्र 55 साल से अधिक थी।
बता दें कि कोरोना वायरस महामारी का असर सबसे अधिक महाराष्ट्र में देखने को मिला है। यहां आम व्यक्ति से लेकर कोरोना वॉरियर्स तक को इस खतरनाक महामारी ने अपनी चपेट में लिया है।

सोमवार को एक 56 वर्षीय हेड कॉन्सटेबल ने इलाज के दौरान अस्पताल में दम तोड़ दिया। हैरानी की बात यह सामने आई कि, कई सरकारी अस्पतालों में इस पुलिसकर्मी को इलाज के लिए भर्ती करने से इनकार कर दिया गया था!

मुंबई में हेड कॉन्स्टेबल शिवाजी सोनवणे ने कोरोना से जिंदगी की जंग लड़ते हुए जान गंवा दी! सोनवणे मुंबई पुलिस के कुर्ला ट्रैफिक डिविजन में थे। मुंबई पुलिस ने जानकारी देते हुए शिवाजी नारायण सोनवणे के निधन पर दु:ख जताया और श्रद्धांजलि दी। मुंबई पुलिस विभाग में कोरोना से यह तीसरी मौत है।
2,589 लोग इस बारे में बात कर रहे हैं
एक अधिकारी ने दावा किया है कि, हेड कांस्टेबल के कोरोना संक्रमित होने की जानकारी मिलने पर कई सरकारी अस्पतालों ने उन्हें भर्ती करने से मना कर दिया था। इसके बाद परेल स्थित केईएम अस्पताल में उनका इलाज चल रहा था। अधिकारी का दावा है कि बुखार महसूस होने पर वह शुक्रवार को सबसे पहले घाटकोपर में राजावाड़ी अस्पताल गए। वहां डॉक्टरों ने उन्हें कस्तूरबा अस्पताल जाने को कहा। यहां भी उन्हें भर्ती करने से मना किया गया। इसके बाद वह नायर अस्पताल गए, जिसने उन्हें केईएम अस्पताल जाने के लिए कहा।

अधिकारी ने बताया, दोबारा जब हेड कॉन्स्टेबल को कस्तूरबा अस्पताल जाने को कहा गया तो कुर्ला यातायात मंडल के वरिष्ठ निरीक्षक ने हस्तक्षेप कर उन्हें केईएम में भर्ती करवाया। कॉन्स्टेबल शुक्रवार को संक्रमित पाए गए थे। इससे पहले शनिवार को एक कांस्टेबल की और रविवार को भी एक पुलिसकर्मी की मौत हुई थी।