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राज ठाकरे ने पुणे रैली में बताया क्‍यों नहीं जा रहे अयोध्‍या; बोले- मैं चार शब्द सुनने को तैयार हूं लेकिन आपको जेल नहीं जाने दूंगा!

पुणे: रविवार को महाराष्ट्र नवनिर्माण सेना (मनसे) प्रमुख राज ठाकरे ने पुणे में रैली को संबोधित किया। राज ठाकरे ने अपनी अयोध्या यात्रा को स्थगित करने को लेकर कहा, दो दिन पहले, मैंने अपनी अयोध्या यात्रा स्थगित करने के बारे में ट्वीट किया था। मैंने जानबूझकर बयान दिया, ताकि सभी को अपनी प्रतिक्रिया देने की अनुमति मिल सके। जो लोग मेरी अयोध्या यात्रा के खिलाफ थे, वे मुझे फंसाने की कोशिश कर रहे थे, लेकिन मैंने इस विवाद में नहीं पड़ने का फैसला किया। उन्होंने कहा कि स्वास्थ्य कारणों के चलते अयोध्या यात्रा स्थगित की गई है। मेरा अनुरोध है कि इस बारे में कोई भी गलत जानकारी न फैलाई जाए। उन्‍होंने यह भी कहा क‍ि वे अयोध्‍या जरूर जाएंगे।

मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने कहा, जब मैंने अपने कार्यकर्ताओं को लाउडस्पीकर पर हनुमान चालीसा बजाने के लिए कहा तो राणा दंपत्ति (रवि और नवनीत राणा) ने कहा कि वे मातोश्री में ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करेंगे। राज ठाकरे ने कहा कि मैं ये पूछना चाहता हूँ कि क्या ‘मातोश्री’ एक मस्जिद है? जो उन्हें ‘हनुमान चालीसा’ का पाठ करने से रोका गया। उन्होंने कहा कि उसके बाद राणा दंपती और शिवसैनिकों के बीच क्या हुआ ये सभी को पता है।

गौरतलब है कि मनसे प्रमुख राज ठाकरे ने मस्जिदों में लगे लाउडस्पीकर से आने वाली अजान को लेकर जो मोर्चा खोला हुआ है, औरंगाबाद में एक रैली को सम्बोधित करते हुए राज ठाकरे ने बयान दिया था कि, मुसलमानों को समझना चाहिए कि धर्म कानून से बड़ा नहीं है।

पीएम से की औरंगाबाद का नाम बदलकर ‘संभाजीनगर’ करने की मांग
राज ठाकरे ने कहा, ‘मैं प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से अनुरोध करता हूं कि जल्द से जल्द समान नागरिक संहिता कानून और जनसंख्या नियंत्रण पर भी कानून लाए और औरंगाबाद का नाम बदलकर संभाजीनगर कर दिया जाए। आगे राज ठाकरे ने कहा, मुख्यमंत्री कहते हैं कि नाम पहले ही बदला जा चुका है…तुम हो कौन? तुम वल्लभ भाई पंत या महात्मा गांधी हो?
मनसे नेता ने कहा, औरंगाबाद और जालना जैसी जगहों पर 10 दिन तक पानी नहीं आता है, लेकिन ऐसे मुद्दों पर कभी बहस नहीं होती है।

अचानक इतने नरम क्‍यों पड़ गये राज ठाकरे?
आगे अपने संबोधन में राज ठाकरे ने कहा क‍ि जो माहौल फिलहाल बनाया जा रहा है। अगर मैं जिद करके वहां जाता हूं तो आपके जैसे लाखों लोग वहां आते और अगर वहां कुछ भी होता है तो हमारे लोग चुप नहीं बैठते हैं। आप लोगों पर मामला दर्ज कर जेल में डाला जाता है। मैंने यही सोचा कि आप लोगों को परेशानी में क्यों डाला जाए? चुनाव से ठीक पहले आप सभी को जेल में डाल दिया जाता है और चुनाव के समय यहां कोई नहीं होता, यह सब एक षड्यंत्र है। राज ठाकरे ने कहा कि मैं चार शब्द सुनने को तैयार हूं लेकिन आपको जेल नहीं जाने दूंगा!

पुलिस ने जारी किए थे ये दिशा-निर्देश
बता दें कि राज ठाकरे की इस रैली को लेकर पुलिस ने कई दिशा-निर्देश जारी किए थे। पुलिस ने विज्ञप्ति जारी करते हुए कहा था ‘मनसे’ की रैली के आयोजकों द्वारा निम्नलिखित दिशा-निर्देशों का पालन किया जाना चाहिए। रैली के प्रतिभागियों को ऐसा भाषण नहीं देना चाहिए जिससे किसी भी समुदाय का अपमान हो या समुदायों के बीच तनाव पैदा हो। रैली में भाग लेने वाले नागरिकों को आत्म-अनुशासन का पालन करना चाहिए। आयोजकों को यह सुनिश्चित करना चाहिए कि रैली में भाग लेने वाले लोग आक्रामक नारे नहीं लगाएं। पुलिस अधिकारियों ने यह भी कहा कि सभागार की क्षमता को ध्यान में रखते हुए रैली में आने वाले लोगों की संख्या को सीमित किया जाना चाहिए। साथ ही ध्वनि से संबंधित उच्चतम न्यायालय द्वारा निर्धारित मानदंडों का पूरी तरह से पालन किया जाना चाहिए। पुलिस के पत्र में कहा गया है कि कोई भी व्यक्ति यहां गणेश कला क्रीड़ा मंच में होने वाली इस रैली में हथियार नहीं ले जाएगा।