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राहुल ने कार्यकर्ताओं से पूछा, वे महात्मा गांधी का भारत चाहते हैं या गोडसे का?

नयी दिल्ली, कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने सोमवार को भाजपा नीत केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि इस वक्त देश में 45 साल में सबसे ज्यादा बेरोजगारी है। उन्होंने कहा कि न्यूनतम आय सुनिश्चित करने की कांग्रेस की घोषणा से व्याकुल होकर प्रधानमंत्री मोदी ने किसानों के लिए प्रति दिन 3.5 रुपये की घोषणा की है। राहुल ने दिल्ली के इंदिरा गांधी स्टेडियम में बूथ कार्यकर्ताओं से बातचीत के दौरान ये बातें कही।
राहुल ने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी मेक इन इंडिया कहते रहते हैं लेकिन उनकी कमीज, जूते और जिससे वह सेल्फी लेते हैं वह फोन चीन में बने हैं। राहुल ने दिल्ली में बूथ कार्यकर्ताओं से पूछा कि वे महात्मा गांधी का भारत चाहते हैं या गोडसे का भारत, एक के पास प्यार है और दूसरे के पास नफरत। बूथ कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा आपको दिल्ली में सभी सातों सीटों पर जीतना है।

राहुल गांधी के संबोधन की अहम बातें :

  • संसद में प्रधानमंत्री ने डेढ़ घंटे भाषण दिया, जब कांग्रेस ने राफेल पर सवाल पूछा तो आंख से आंख नहीं मिला पाये। ये कांग्रेस पार्टी का कमाल है।
  • जैसे ही 2019 में कांग्रेस पार्टी की सरकार आयेगी, हिंदुस्तान के हर गरीब को ‘कम से कम आमदनी गारंटी करके’ दे दी जायेगी।
  • आज जो प्रधानमंत्री हैं, उनके मुंह से सच्चाई नहीं निकल सकती। नोटबंदी और जीएसटी से दिल्ली के छोटे दुकानदारों को, छोटे बिजनेस वालों को बर्बाद कर दिया।
  • दिल्ली की दुकानें सील कर दी और यहां दोनो पार्टियां देखती जा रही हैं। पूरी दुनिया में डीजल-पेट्रोल के दाम गिरे लेकिन हिंदुस्तान और दिल्ली में दाम बढ़ते जा रहे हैं।
  • दिल्ली के छोटे दुकानदारों के लिये, छोटे बिजनेस के लिये हम बैंकों के दरवाजे खोल देंगे। यहां पर रोजगार मिलने लग जायेगा।
  • हम इस साल सरकार बनाने जा रहे हैं।
  • हमारे नेता अंग्रेजों के खिलाफ बहादुरी से लड़े और वे अब तक प्रेम और सौहार्द की भावना को फैला रहे हैं, लेकिन दूसरी ओर वीर सावरकर ने अपनी हिफाजत के लिए अंग्रेजों को दया याचिका लिखी थी।
  • 5 साल पहले, चौकीदार ने कहा था कि वे भ्रष्टाचार के खिलाफ लड़ना चाहते हैं। उन्होंने कहा कि वे ‘कांग्रेस मुक्त भारत’ बनाना चाहते थे। आज, ‘अच्छे दिन आएंगे’ का नारा बदल कर ‘चौकीदार चोर है’ हो गया है।
  • पुलवामा आतंकी हमले के लिए जैश-ए-मोहम्मद का सरगना मसूद अजहर जिम्मेदार है। सच्चाई यह है कि वह भाजपा की ही सरकार थी जिसने मसूद अजहर को पाकिस्तान के हाथों सौंपा था और वर्तमान में राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) अजित डोभाल इस पूरी प्रक्रिया में शामिल थे।