उत्तर प्रदेशदिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

लॉकडाउन में फंसे लोगों के लिए ‘श्रमिक ट्रेन’

सरकार ने दी स्‍पेशल ट्रेनों से गावं जाने की अनुमति

नयी दिल्ली: लॉकडाउन के दौरान अपने घर से दूर फंसे हुए कई लाख लोगों के लिए आज सरकार ने बड़ी राहत का ऐलान किया है। गृह मंत्रालय ने अपने गृह क्षेत्र से दूर फंसे हुए छात्रों, प्रवासी श्रमिकों, पर्यटकों, तीर्थयात्रियों, आदि को रेल के माध्यम से आवाजाही की अनुमति दी है। गृह मंत्रालय (MHA) की संयुक्त सचिव पुण्य सलिला श्रीवास्तव ने जानकारी देते हुए बताया कि इसके लिए राज्य और रेलवे बोर्ड आवश्यक व्यवस्था करेंगे। उधर, झारखंड के मुख्‍यमंत्री हेमंत सोरेन ने कहा है कि दो विशेष ट्रेनें आज हमारे छात्रों के साथ झारखंड के लिए राजस्थान के कोटा से रवाना होंगी। मैं केंद्रीय सरकार और राजस्थान के सीएम अशोक गहलोत को उनकी मदद के लिए झारखंड के लोगों की ओर से धन्यवाद देता हूं!
लॉकडाउन में फंसे श्रमिकों के लिए रेलवे ने आज इसकी घोषणा कर दी है। ट्रेन का नाम ‘श्रमिक ट्रेन’ रखा गया है। 72 की जगह 54 सीटें होंगी। सारे कोच जनरल होंगे, इनमें एसी एवं स्‍लीपर को शामिल नहीं किया गया है। पूरी यात्रा के दौरान सोशल डिस्‍टेसिंग के नियम का पालन सख्‍ती से किया जाएगा। जहां से ट्रेन चलेगी, श्रमिकों के लिए भोजन की व्‍यवस्‍था करने का दायित्‍व उस राज्‍य का होगा। श्रमिकों को पूरी तरह सैनेटाइज करके ट्रेनों तक लाया जाएगा और इसी प्रकार ट्रेन से उतरने के बाद उन्‍हें संबंधित क्षेत्रों में पहुंचाया जाएगा। जिन राज्‍यों में श्रमिक रह रहे हैं, वहां उनकी स्‍क्रीनिंग होगी। जिनमें कोरेाना के कोई लक्षण नहीं हैं, उन्‍हें यात्रा की अनुमति नहीं होगी। हर यात्री के लिए मास्‍क लगाना अनिवार्य होगा।

बयान में कहा गया है कि राज्यों द्वारा सामाजिक दूरी का पालन करते हुए यात्रियों को जत्थों में और संक्रमणमुक्त बसों में स्टेशन तक लाया जाएगा।
इससे पहले गृह मंत्रालय के अधिकारी ने बताया था कि रेल से मजदूरों, तीर्थयात्रियों और छात्रों की आवाजाही के बारे में आदेश दे दिए गए हैं। रेलवे बोर्ड इसकी व्यवस्था करेगा। राज्यों को रेलवे बोर्ड से संपर्क करना होगा। अंतरराष्ट्रीय मजदूर दिवस एक मई से श्रमिक स्पेशल ट्रेनें चलाने के फैसले का राज्य सरकारों ने स्वागत किया है।

नोएडा में फंसे छात्रों को घर भेजने की तैयारी शुरू
नोएडा में फंसे छात्रों को उनके घर भेजने की तैयारी जिला प्रशासन ने शुरू कर दी है। जिलाधिकारी सुहास एलवाइ ने ट्वीट कर बताया कि प्रदेश सरकार के निर्देश पर लाकडाउन में फंसे छात्रों को घर भेजने के लिए एक साइट (लिंक) सृजित किया गया है। इस लिंक पर जाकर छात्रों को आवेदन करना होगा। डीएम ने घर जाने वाले छात्रों से अपील की है कि वे लिंक पर जाकर अपनी पूरी जानकारी जरुर भरें ताकि किसी भी समस्या से बचा जा सके।