ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहररत्नागिरी

शशिकांत वारिशे हत्याकांड: मुंबई में पत्रकारों का विरोध प्रदर्शन, 50 लाख मुआवजा और फास्ट ट्रैक कोर्ट में सुनवाई की मांग

मुंबई: मुंबई के कई पत्रकार संगठनों ने महाराष्ट्र सचिवालय के गांधीजी की मूर्ति के पास एकत्रित होकर अपने साथी पत्रकार के हत्या को लेकर प्रदर्शन शुरू कर दिया है। मारे गए पत्रकार का नाम शशिकांत वारिशे (48) था। वे मराठी ‘महानगरी टाइम्स’ अखबार के लिए काम कर रहे थे। सोमवार की शाम एक एसयूवी ने शशिकांत को कुचल दिया था, जिसे कथित तौर पर जमीन कारोबारी पंढरीनाथ आंबेरकर चला रहा था। इसके बाद अगले दिन 7 फरवरी को इलाज के दौरान वारिश की अस्पताल में मौत हो गई थी।
वारिश ने घटना की सुबह पंढरीनाथ आंबेरकर के खिलाफ स्थानीय मराठी अखबार में एक लेख लिखा था। इसके बाद शाम को मुंबई से लगभग 440 किलोमीटर दूर राजापुर में एक पेट्रोल पंप के पास उनको बेरहमी से कुचल दिया गया। कार का ड्राइवर वही व्यक्ति था जिसके खिलाफ 6 फरवरी को शशिकांत ने खबर लिखी थी। जिसे लेकर तमाम पत्रकार संगठनों में रोष व्याप्त है।
शुक्रवार दोपहर को मंत्रालय के सामने में सभी पत्रकार एकत्र होकर प्रदर्शन करते हुए मांग करने लगे कि मुकदमे की सुनवाई फास्ट ट्रैक कोर्ट में की जाए और आरोपियों को सख्त से सख्त सजा दी जाए।

50 लाख मुआवजा देने की मांग
विरोध में शामिल पत्रकारों की मांग है कि हत्या के साथ ही इसके पीछे की रची गई बड़ी साजिश का खुलासा करने के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाए। साथ ही उनकी मांग है कि आरोपी को महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत कार्रवाई करते हुए सजा दी जानी चाहिए। विधिमंडल और मंत्रालय पत्रकार संघ के सचिव प्रवीण पुरव ने शुक्रवार को विरोध-प्रदर्शन के दौरान कहा कि वारिश के परिजनों को 50 लाख रुपये का मुआवजा दिया जाना चाहिए।

पीएम के साथ छपी फोटो पर स्टोरी
बताया जा रहा है कि पत्रकार शशिकांत कोंकण में बनने वाले रिफाइनरी से जुड़े मुद्दों पर लगातार स्टोरी कर रहे थे। इस रिफाइनरी परियोजना का स्थानीय लोग विरोध कर रहे हैं। मीडिया संगठनों ने दावा किया है कि आंबेरकर एक जमीन कारोबारी है। उसने जान-बूझकर शशिकांत को टक्कर मारी। रिफाइनरी का विरोध कर रहे स्थानीय लोगों को धमकाने के आरोप में आंबेरकर के खिलाफ पहले से भी एक केस दर्ज है।

आरोपी को किया गया गिरफ्तार
फिलहाल, रत्नागिरी पुलिस ने आरोपी पंढरीनाथ आंबेरकर को गिरफ्तार कर उस पर हत्या का मामला दर्ज कर लिया है। अंबरकर पर यह आरोप भी लगाया गया है कि वह उन व्यक्तियों को धमकी देता था जो क्षेत्र में प्रस्तावित रिफाइनरी के लिए भूमि अधिग्रहण का विरोध करता था।