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संजय राउत की न्यायिक हिरासत फिर बढ़ी, तीन अक्टूबर तक जेल में रहेंगे

मुंबई: शिवसेना सांसद संजय राउत की न्यायिक हिरासत 14 दिन के लिए बढ़ा दी गई है। अब तीन अक्टूबर तक वे जेल में रहेंगे। विशेष पीएमएलए कोर्ट में राउत ने जमानत की अर्जी लगाई थी। कोर्ट इस पर 21 सितंबर को सुनवाई करेगा। पत्रा चाल भूखंड घोटाले में संजय राउत के घर पर छापेमारी के बाद प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) ने उन्हें एक अगस्त को गिरफ्तार किया था। वह आठ अगस्त तक ईडी की ही हिरासत में थे। उसके बाद से लगातार उनकी न्यायिक हिरासत बढ़ती जा रही है।
धनशोधन मामले में गिरफ्तार राउत ने कुछ दिनों पहले विशेष पीएमएलए कोर्ट में यह कहते हुए जमानत का आवेदन किया था कि उनकी गिरफ्तारी राजनीतिक बदले की भावना से की गई है। इसके जवाब में ईडी ने कोर्ट को बताया है कि संजय राउत इस घोटाले में परदे के पीछे से अहम भूमिका निभाते रहे हैं। गिरफ्तारी से पहले ईडी संजय राउत की कई संपत्तियां भी अस्थायी रूप से जब्त कर चुकी है।

क्या है पूरा मामला?
गोरेगांव उपनगर के सिद्धार्थनगर क्षेत्र में पत्रा चाल में रह रहे 672 परिवारों के साथ महाराष्ट्र हाउसिंग एवं डेवलपमेंट अथारिटी (म्हाडा) ने एक करार किया था। जिसके अनुसार इस चाल के निवासियों को पक्की इमारतों में फ्लैट दिए जाने थे, और जब तक फ्लैट नहीं मिलते तब तक उन्हें किसी और फ्लैट में रहने का किराया भी दिया जाएगा। चाल के लोगों ने अपने घर खाली कर जगह म्हाडा को सौंप दी। लेकिन 14 साल बाद भी उन्हें फ्लैट नहीं मिल सके हैं। म्हाडा ने इस पत्रा चाल की जगह पर इमारत बनाने का काम गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. को सौंपा था, जो कि हाउसिंग डेवलपमेंट एंड इंफ्रास्ट्रक्चर लि. (एचडीआईएल) की सहयोगी कंपनी है। गुरु आशीष कंस्ट्रक्शन प्रा.लि. के एक डायरेक्टर प्रवीण राउत एवं उनकी पत्नी के खातों से संजय राउत की पत्नी के खाते में बड़ी रकम के लेनदेन के प्रमाण ईडी को मिले हैं। ईडी ने कहा कि जीएसीपीएल को पुनर्विकास कार्य करके चॉल में रहने वाले किराएदारों को फ्लैट मुहैया कराना था और बची हुई जमीन निजी डेवेलपर्स को बेचनी थी, लेकिन 14 साल बाद भी किराएदारों को कोई फ्लैट नहीं मिला है। इसी मामले की जांच के लिए ईडी ने संजय राउत को गिरफ्तार किया है।