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संतों की हत्या पर राजनीति: शिवसेना से CM योगी बोले- महाराष्ट्र संभालें, यूपी की चिंता ना करें

लखनऊ: महाराष्ट्र के पालघर और उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर में हुई संतों की हत्या के मामले पर अब राजनीति शुरू हो गई है। महाराष्ट्र में हुई घटना को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ पर सांप्रदायिक राजनीति करने का आरोप लगाने के वाली शिवसेना को योगी ने खुद जवाब दिया है।
मंगलवार को किए गए शिवसेना नेता संजय राउत के ट्वीट पर जवाब देते हुए योगी आदित्यनाथ ने उन्हें महाराष्ट्र संभालने की नसीहत दी है। सीएम योगी के इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर कई घंटे तक योगी हैं तो न्याय है का हैशटैग ट्रेंड करता रहा। शिवसेना के सांसद संजय राउत ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ पर पालघर की घटना को सांप्रदायिक बनाने का आरोप लगाया था। इस ट्वीट पर जवाब देते हुए यूपी के मुख्यमंत्री कार्यालय ने अपने ट्विटर हैंडल से ट्वीट किए।

सीएम योगी ने राउत के ट्वीट पर जवाब देते हुए लिखा- संजय राउत जी, संतो की बर्बर हत्या पर चिंता करना राजनीति लगती है? उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री जी ने महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री जी को फोन किया क्योंकि पालघर के साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे। सोचिये, राजनीति कौन कर रहा है?

चंद घंटे में ही गिरफ्तार किया गया आरोपी: सीएम योगी
वहीं बुलंदशहर कांड पर हुई कार्रवाई की जानकारी देते हुए सीएम योगी के कार्यालय ने लिखा- CM योगी आदित्यनाथ के नेतृत्व में यूपी में कानून का राज है। यहां कानून तोड़ने वालों से सख्ती से निपटा जाता है। बुलंदशहर की घटना में त्वरित कार्रवाई हुई और चंद घंटों के भीतर ही आरोपी को गिरफ्तार किया गया। महाराष्ट्र संभालें, यूपी की चिंता न करें।

सीएम उद्धव ने की थी योगी से चर्चा
इससे पहले संजय राउत ने अपने एक ट्वीट में बताया था कि बुलंदशहर में हुई घटना के मुद्दे पर महाराष्ट्र के सीएम उद्धव ठाकरे ने यूपी के सीएम योगी आदित्यनाथ से फोन पर बात की थी। इसके बाद राउत ने बुलंदशहर की घटना पर सवाल उठाते हुए लिखा, ‘भयानक! बुलंदशहर, यूपी के एक मंदिर में दो साधुओं की हत्या, लेकिन मैं सभी से अपील करता हूं कि वे इसे सांप्रदायिक न बनाएं, जिस तरह से कुछ लोगों ने पालघर मामले में करने की कोशिश की।

बता दें कि महाराष्ट्र के पालघर में बीते हफ्ते दो साधुओं की भीड़ ने पीट-पीटकर हत्या कर दी थी। इस मामले ने पूरे देश में हलचल मचा दी थी। पालघर का मामला शांत नहीं हुआ कि अब उत्तर प्रदेश के बुलंदशहर जिले में गांव पगोना स्थित शिव मंदिर पर यह दो साधु जगनदास (55) और सेवादास (35) पिछले करीब दस साल से रह रहे थे। सोमवार की देर रात मंदिर परिसर में ही दोनों साधुओं की धारदार हथियारों से प्रहार कर हत्या कर दी गई। मंगलवार सुबह जब ग्रामीण मंदिर में पहुंचे तो उन्हें साधुओं के खून से लथपथ शव पड़े मिले।

पालघर की घटना के बाद सीएम योगी ने महाराष्ट्र के सीएम को फोन कर दोषियों पर कार्रवाई कराने की मांग की थी, क्योंकि पालघर के साधु निर्मोही अखाड़ा से संबंधित थे। पालघर लिंचिंग में मृतक की पहचान सुशील गिरी महाराज (35), चिकने महाराज कल्पवरुक्षगिरी और ड्राईवर नीलेश तेलगाडे के तौर पर हुई थी। हत्या के मामले में कासा पुलिस स्टेशन के 35 पुलिसकर्मियों का तबादला कर दिया गया है। महाराष्ट्र पुलिस के आपराधिक जांच विभाग (CID) ने पालघर में हुई घटना की जांच का जिम्मा संभाला है।