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Dharavi Redevelopment का मुद्दा गरमाया, अडाणी समूह के खिलाफ 16 दिसंबर को मार्च निकालेंगे उद्धव ठाकरे

मुंबई: महाराष्ट्र की एकनाथ शिंदे सरकार मुंबई के ‘धारावी पुनर्विकास परियोजना’ को जल्द से जल्द पूरा करने के लिए जोरशोर से कोशिश कर रही है। इस परियोजना का काम अडानी समूह की कंपनी को मिला है। हालांकि, सूबे के विपक्षी दलों का आरोप है कि धारावी पुनर्विकास की आड़ में अडानी समूह को फायदा पहुंचाया जा रहा है। राज्य सरकार ने समूह को बड़ी रियायतें दी है। इसके चलते धारावी परियोजना का मुद्दा गरमाया हुआ है। अब अडानी समूह के खिलाफ शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने मोर्चा खोल दिया है। उद्धव गुट ने अगले हफ्ते विशाल मार्च निकालने की घोषणा की है।

मंगलवार को एक प्रेस कांफ्रेंस कर राज्य के पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने कहा कि वह 16 दिसंबर को अडानी समूह के मुंबई कार्यालय तक मार्च का नेतृत्व करेंगे। ठाकरे ने दावा किया कि शिंदे सरकार धारावी पुनर्विकास परियोजना में केवल व्यापारिक हित पर गौर कर रही है और अडानी समूह का पक्ष ले रही है।
उद्धव ठाकरे ने कहा, एक तरफ अनियोजित विकास कार्यों के कारण मुंबई के लोगों का दम घुट रहा है। शहर में प्रदूषण काफी बढ़ गया है। यह सरकार सिर्फ ठेकेदारों के लिए काम कर रही है। पहले प्रदूषण बढ़ाती है और फिर उसे रोकने के लिए नई मशीनरी तैयार की जाती है, जिसके लिए फिर से ठेके दिए जा रहे हैं। यह ठेकेदारों की सरकार है। मैंने सुना है कि सरकार मुंबई में तीन महत्वपूर्ण परियोजनाओं को इन ठेकेदारों को सौंपने की दिशा में काम कर रही है। राज्य सरकार अडानी समूह को अभ्युदय नगर, आदर्श नगर और बांद्रा रिक्लेमेशन पुनर्विकास परियोजना देने पर अड़ी हुई है।

शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे ने आरोप लगाते हुए कहा कि धारावी पुनर्विकास परियोजना के लिए अडानी समूह को लाभ पहुंचाने के लिए कई संदिग्ध फैसले लिए गए हैं। इसमें टीडीआर (हस्तांतरणीय विकास अधिकार) बिक्री प्रावधान भी शामिल है, जिससे अडानी समूह को काफी फायदा होगा। धारावी के निवासियों के हितों की रक्षा के लिए हम 16 दिसंबर को अडानी समूह के कार्यालय तक मार्च निकालेंगे और मैं खुद मार्च का नेतृत्व करूंगा।

महाविकास आघाडी (MVA) में शिवसेना (यूबीटी) की सहयोगी कांग्रेस ने पिछले महीने शहर में एक विरोध रैली निकाली थी और परियोजना का कॉन्ट्रैक्ट रद्द करने की मांग की थी।
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार ने जुलाई में 259 हेक्टेयर की धारावी पुनर्विकास परियोजना को अडानी समूह की कंपनी अडानी प्रॉपर्टीज को सौंपा था। अडानी की कंपनी के अलावा इस ठेके के लिए रियल्टी क्षेत्र की कंपनी डीएलएफ और नमन डेवलपर्स ने भी बोली लगाई थी। लेकिन टेंडर अडानी प्रॉपर्टीज ने जीता। 20 हजार करोड़ रुपये के इस प्रोजेक्ट में मुख्य रूप से धारावी स्लम एरिया का पुनर्निर्माण किया जाएगा।