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Mumbai Police ने आठ फर्जी इनकम टैक्स अधिकारी (income tax officer) को किया गिरफ्तार

मुंबई: मुंबई पुलिस ने एक ऐसे गिरोह का भंडाफोड़ किया है जो लोगों के घरों पर फर्जी आयकर (आईटी) छापेमारी कर रहा था।
मुंबई की सायन पुलिस ने सायन इलाके में एक कारोबारी के घर पर फर्जी आयकर (income tax officer) छापा मारने वाले गिरोह का पर्दाफाश किया है। गिरोह के पास से 18 लाख रूपये नकद बरामद किया गया है। छापेमारी करने आए गिरोह पर संदेह होने के बाद कारोबारी ने कार्रवाई की।
इस दौरान उसे पता चला कि आयकर विभाग की तरफ से उसके घर पर कोई भी रेड नहीं की गई। कारोबारी ने तुरंत पुलिस को इसकी बात की सूचना दी। पुलिस ने जांच के आधार पर फर्जी छापा मारने वाले गिरोह के आठ सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया।

परिमंडल-४ के पुलिस उपायुक्त (DCP) प्रशांत कदम ने बताया कि 26 नवंबर के दिन कुछ अज्ञात लोग बिजनेसमैन के घर पहुंचे और अपने आप को इनकम टैक्स का अधिकारी बताया। गिरोह के सदस्य औपचारिक कपड़ों में आए थे और फर्जी (ID CARD) दिखाकर खुद को आयकर अधिकारी बताए, उन्होंने फर्जी वारंट दिखाकर छापेमारी शुरू कर दी, उन्हें घर से 18 लाख रुपये नकद मिला, जो अपने साथ लेकर चले गए और कहा कि ये PROCEDURE है और आपको इनकम टैक्स का नोटिस आयेगा।
बिजनेसमैन ने जब जांच पड़ताल किया तो उन्हें पता चला कि उनके साथ फर्जीवाड़ा हुआ है, जिसके बाद वो नजदीकी पुलिस स्टेशन शिकायत करने पहुंचे, सायन पुलिस ने अज्ञात शख्स के खिलाफ आईपीसी की धारा 420,452,465,468,471 और 120 के तहत मामला दर्ज कर जांच पड़ताल शुरू किया। जिसके पुलिस ने अलग-अलग जगहों से 8 आरोपियों को गिरफ्तार किया।

पुलिस निरीक्षक अविनाश जगताप ने आरोपियों (Accused) की पहचान राजाराम मांगले (47), संतोष पटवाल (37), अमरदीप सोनावणे (29), भाऊराव इंगले (52), सुशांत लोहार (33), शरद एकावडे (33), अभय कासले (33) के रूप में की है। रामकुमार गुर्जर (33)। सभी रियल एस्टेट कारोबार (Real Estate Business) का हिस्सा हैं और मानखुर्द, धारावी, नवी मुंबई और ठाणे के निवासी हैं।

26 नवंबर की घटना
सायन पुलिस थाने की वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक मनीषा शिर्के ने बताया कि घटना 26 नवंबर की है। जब चार लोगों का एक समूह छापेमारी के बहाने सायन (पूर्व) में पीड़ित के घर में घुस गया। उन्होंने अपना पहचान पत्र दिखाया जिस पर आयकर विभाग लिखा था। आरोपियों ने परिवार को बताया कि उन्हें अपने एक दोस्त से घर में रखे काले धन और नकदी के बारे में जानकारी मिली थी। परिवार को उनके पास मौजूद सभी कीमती सामान बाहर लाने के लिए कहा गया। परिवार को यह भी बताया गया कि सभी कीमती सामान जब्त कर लिया जाएगा, लेकिन किसी को गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।