उत्तर प्रदेशदिल्लीदेश दुनियाब्रेकिंग न्यूज़शहर और राज्य

ISIS संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ के पिता बोले- ‘काश उसे माफ किया जा सकता’, पत्नी बोली- मैं मना करती थी पर उसने कहा- मुझे मत रोको!

बलरामपुर: दिल्ली के धौलाकुआं से गिरफ्तार आईएसआईएस संदिग्ध आतंकी अबू यूसुफ के पिता ने अपने बेटे की करतूत पर अफसोस जाहिर किया है। यूसुफ के पिता ने कहा- मुझे अफसोस है कि वह इस तरह की गतिविधियों में शामिल था। काश उसे एक बार के लिए माफ किया जा सके लेकिन उसने गलत काम किया है। अगर मुझे उसकी गतिविधियों के बारे में पता होता तो मैं उसे हमेशा के लिए हमें छोड़ने को कहता। बेटे के इस करतूत पर पिता ने कहा कि मुझे कुछ पता ही नहीं था वर्ना घर से निकाल देता। उनका कहना था, मैंने उसकी गुमशुदगी की रिपोर्ट थाने में लिखवाई थी।

पिता ने कहा कि अबु युसुफ की रीढ़ की हड्डी खिसकी हुई है, जिसका 2 साल से लखनऊ में इलाज चल रहा है। वो शुक्रवार को लखनऊ अपने मामा के बेटे की किडनी के इलाज के लिए गया था। उसने अपनी बहन को बताया कि वो उसके घर पर रुकेगा पर वहां पहुंचा नहीं और उसका फोन बंद आने लगा।
वहीं अबू युसूफ के भाई का कहना है, मुझे ISIS के झंडे की पहचान नहीं है पर रात को झंडा देखा था। काले रंग के झंडे पर सफेद रंग से अरबी में ‘अल्लाह हू अकबर ला इलाहा इल्लल्लाह मुहम्मदुन रसूलुल्लाह’ लिखा था। वो सऊदी और अन्य जगहों पर रहे थे।

अबू युसूफ की पत्नी बोली- मैं मना करती थी पर उसने कहा- मुझे मत रोको
वहीँ युसूफ की पत्नी ने कहा- लगभग दो साल से वे थोड़ा-थोड़ा कर के सामान (बारूद) लाते थे और एक खाली बक्से में रखते थे। मैं नहीं जानती कि इसकी ट्रेनिंग उन्होंने मोबाइल से ली या किसी और से। मुझे यह भी नहीं पता कि वो ये किसके लिए कर रहे थे। उनको बाबरी मस्जिद से कोई लगाव नहीं था। उन्होंने आगे कहा, वो मेरे ऊपर सख्ती कर रहे थे कि किसी को ये सब मत बताना। मुझे बहुत अफसोस है। मेरे चार बच्चे हैं। मैं बच्चों को लेकर कहां जाऊंगी। इस बार उनकी गलती को माफ कर दिया जाए।
बता दें कि दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल ने शुक्रवार को आईएसआईएस से जुड़े एक संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया है। दिल्ली के धौला कुआं रिज रोड के पास एनकाउंटर के बाद पुलिस ने अबू यूसुफ नाम के संदिग्ध आतंकी को गिरफ्तार किया था। उसके पास से आईईडी समेत कई हथियार बरामद किए गए। उसने दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल को बताया कि अगर वह दिल्ली को दहलाने के प्लान में सफल हो जाता तो उसका अगला कदम फिदायीन हमला करने का था।

आत्मघाती हमले के लिए तैयार थी बेल्ट
पुलिस पूछताछ में अबू यूसुफ ने कबूल किया कि उसने आत्मघाती हमले के लिए शरीर में विस्फोटकों को बांधने वाला बेल्ट भी तैयार कर रखा है। यह जानकारी दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल के डीएसपी ने मीडिया को दी। उन्होंने कहा अबू यूसुफ दिल्ली के किसी बेहद भीड़भाड़ वाले इलाके में बड़ा धमाका करना चाहता था। यह सोशल मीडिया के जरिए आईएसआईएस हैंडलरों के संपर्क में आया था और 2010 से पहले सऊदी अरब काम करने के लिए गया था।

15 अगस्त को ही आना चाहता था दिल्ली
डीएसपी ने कहा कि हैंडलर से इस आदेश के बाद अबू यूसुफ किसी बड़ी घटना को अंजाम देन की फिराक में था, लेकिन कोविड-19 महामारी के कारण लॉकडाउन लगने से उसकी गतिविधियां सिमट गईं। फिर वह 15 अगस्त के आसपास दिल्ली आने वाला था लेकिन कड़ी सुरक्षा व्यवस्था के कारण नहीं आ पाया था। जब उसे लगा कि सुरक्षा व्यवस्था ढीली हो गई होगी तो उसने दिल्ली का रुख किया और शुक्रवार रात को धौला कुआं इलाके से हल्की मुठभेड़ में दबोचा गया।
अबू यूसुफ उत्तर प्रदेश के बलरामपुर जिले के उतरौला थाना क्षेत्र के बढ़या भैंसाही गांव का रहने वाला है। परिवार में उसकी पत्नी और चार बच्चे हैं। गांव मे इसकी कॉस्मेटिक की एक दुकान है। पुलिस के मुताबिक, 36 साल के इस आतंकवादी के पास से दो आईईडी बेस्ड प्रेशर कुकर बम, एक सॉफिस्टिकेटड पिस्टल, चार कार्टेज, एक मोटरसाइकिल मिली जो चोरी की भी हो सकती है।