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UP में विधान मंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से, योगी सरकार पेश करेगी 5वां बजट

लखनऊ: उत्तर प्रदेश में विधान मंडल का बजट सत्र 18 फरवरी से शुरू होगा। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में सोमवार को हुई कैबिनेट बैठक में यह फैसला लिया गया। कैबिनेट बैठक में बजट सत्र बुलाए जाने समेत लगभग दो दर्जन प्रस्तावों को मंजूरी दी गई। कैबिनेट बैठक के बाद वित्त एवं संसदीय कार्य मंत्री सुरेश कुमार खन्ना ने बताया कि बजट पेश किये जाने की तारीख विधानसभा की कार्यमंत्रणा समिति तय करेगी।
यूपी विधान मंडल के बजट सत्र में योगी आदित्यनाथ सरकार वित्तीय वर्ष 2021-22 के लिए बजट पेश करेगी। यह योगी सरकार का पांचवां और इस कार्यकाल का आखिरी पूर्ण बजट होगा। अगले विधानसभा चुनाव के मद्देनजर यह चुनावी बजट भी होगा। अगले बजट के जरिये सरकार अपने चुनावी समीकरण साधने की कोशिश करेगी। चालू वित्तीय वर्ष के लिए योगी सरकार ने 5.12 लाख करोड़ रुपये का बजट पारित कराया था। अगले वित्तीय वर्ष के बजट का आकार 5.5 से 5.6 लाख करोड़ रुपये होने का अनुमान है। हालांकि चुनावी वर्ष में हौसला दिखाते हुए सरकार इससे बड़े आकार का बजट भी प्रस्तुत कर सकती है।
गौरतलब है कि विधान मंडल का पिछला बजट सत्र गत वर्ष अगस्त में हुआ था। दिसंबर में शीतकालीन सत्र बुलाए जाने और इसमें वित्तीय वर्ष 2020-21 के लिए अनुपूरक बजट पेश किये जाने की चर्चा थी, लेकिन कोरोना महामारी के कारण संसाधनों की तंगी से जूझ रही योगी सरकार ने अंतत: बजट सत्र बुलाना ही मुनासिब समझा।
बता दें कि वित्तीय वर्ष 2021-22 में योगी सरकार के मौजूदा कार्यकाल का आखिरी बजट होगा। ऐसे में विधानसभा चुनाव से पहले के इस बजट को सबसे खास बनाने की कोशिश शुरू हो गई है। जानकार बताते हैं कि यह बजट नए रूप में पेश किया जा सकता है। इसमें हर गांव, घर, परिवार की बात होगी तो उद्यमी, किसान, महिला, नौजवान की चिंता भी नजर आएगी। व्यापारी और बेरोजगार के लिए कुछ खास होगा तो बेसहारा की सहारा बनने वाली कोई न कोई सौगात भी संभव है।