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अजित पवार का पलटवार; असफल आंदोलनों वाले नेता हैं राज ठाकरे

मुंबई: मुंबई में लाउडस्पीकर विवाद के बीच महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री व वरिष्ठ एनसीपी नेता अजित पवार ने कहा है कि राज ठाकरे का कोई भी आंदोलन अब तक कामयाब नहीं हुआ है। उन्होंने कहा कि इससे पहले उन्होंने तमाम आंदोलन किए, लेकिन उनका कोई आंदोलन सफलता के मुकाम तक नहीं पहुंच सका।
शुक्रवार को पुणे में पत्रकारों से बात करते हुए उपमुख्यमंत्री अजित पवार ने मनसे प्रमुख राज ठाकरे का नाम लिए बगैर कहा कि लाउडस्पीकर का मुद्दा उठाने वाले ने इससे पहले राजमार्गों पर टोल टैक्स के खिलाफ आंदोलन किया था। उस वक्त उन्होंने घोषणा की थी कि टोल वसूली रोक दी जाएगी। इसका विरोध पुणे-मुंबई राजमार्ग पर किया गया था, लेकिन इसका कोई नतीजा नहीं निकला। यह आंदोलन कुछ दिनों तक चला, लेकिन कुछ नहीं हुआ। उन्होंने कहा कि इस व्यक्ति द्वारा किए गए आंदोलनों ने राज्य और समाज पर प्रतिकूल प्रभाव डाला है।

आंदोलन कुछ दिन चलेगा, फिर शांत हो जाएगा
उपमुख्यमंत्री पवार ने आगे कहा कि अगर कल देश में टोल प्लाजा बंद हो गए, तो क्या होगा? केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी का कहना है कि टोल संग्रह के कारण इन सभी राजमार्गों का निर्माण कार्य पूरा हुआ है। उन्होंने उत्तर प्रदेश और बिहार के लोगों के खिलाफ भी आंदोलन किया, जो सभी को याद है। उस आंदोलन के बाद, महाराष्ट्र में निर्माण गतिविधियां रुक गई थीं। बिल्डरों ने तब शिकायत की कि उनके पास निर्माण कार्य के लिए मजदूर नहीं हैं। प्रवासी श्रमिकों को वापस लाना पड़ा। पवार ने कहा कि यह आंदोलन भी कुछ दिन चलेगा, फिर शांत हो जाएगा।

गृहमंत्री बोले- लाउडस्पीकर के मुद्दे पर एक सर्वमान्य नीति बनाई जानी चाहिए
महाराष्ट्र के गृहमंत्री दिलीप वलसे पाटिल ने भी कुछ दिन पहले केंद्र सरकार से यह मांग की थी कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर एक सर्वमान्य नीति बनाई जानी चाहिए। जो पूरे देश में अमल में लायी जाये।
बता दें कि लाउडस्पीकर के मुद्दे पर महाराष्ट्र की सियासत में घमासान मचा हुआ था। एमएनएस, बीजेपी और राणा दंपत्ति मिलकर महाविकास अघाड़ी सरकार पर लगातार हमले कर रहे थे। सीएम के निजी आवास के बाहर हनुमान चालीसा पढ़ने के ऐलान के बाद राणा दंपत्ति को एक सप्ताह से ज्यादा समय एक जेल की सलाखों के पीछे भी रहना पड़ा था। बीते बुधवार को उन्हें अदालत ने जमानत दी।

महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का खेल खत्म हो गया?
शिवसेना सांसद संजय राउत ने मीडियाकर्मियों से बात करते हुए कहा कि महाराष्ट्र में लाउडस्पीकर का मुद्दा अब खत्म हो चुका है। कानून के अनुसार, काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि महाराष्ट्र में शांति है। हालांकि, कुछ लोग माहौल बिगाड़ने का काम कर रहे थे। लेकिन महाराष्ट्र में रहने वाली सभी जाति और धर्मों के लोगों ने ऐसे लोगों को करारा जवाब दिया है। राज ठाकरे पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि लाउडस्पीकर के मुद्दे की वजह से सबसे ज्यादा नाराजगी हिंदू समाज को है। हिंदू समाज में फूट डालने का प्रयत्न किया जा रहा है। राउत ने कहा कि पुलिस के डर से सभी पॉलिटिकल लाउडस्पीकर गायब हो गए हैं। देश में कानून का राज है और उसी के अनुरूप काम हो रहा है।

मंहगाई पर खामोश बीजेपी
संजय राउत ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि महंगाई अपने चरम पर है। आए दिन डीजल-पेट्रोल और एलपीजी सिलेंडर समेत तमाम जरूरी चीजों के दाम बढ़ते जा रहे हैं। बावजूद इसके बीजेपी का एक भी नेता महंगाई जैसे अहम और जन सामान्य से जुड़े मुद्दे पर बात नहीं करता। उन्होंने कहा कि जिस तरह से लाउडस्पीकर के मुद्दे पर बीजेपी नेता चिल्ला चिल्ला कर बोलते हैं। उसी प्रकार उन्हें महंगाई के विषय में भी जनता के सामने बोलना चाहिए। नरेंद्र मोदी पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री को दूसरे देशों के बीच चल रहे युद्ध में ज्यादा दिलचस्पी है। उनके भक्त इसी बात पर उनकी तारीफ कर रहे हैं। लेकिन देश के नागरिक महंगाई के साथ युद्ध लड़ रहे हैं…आखिर उनकी क्या गलती है?