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उद्धव ठाकरे बोले- महाराष्ट्र में है ‘USELESS’ गृहमंत्री, भड़के फडणवीस, कहा- मैं मुंह खोलूंगा तो अच्छा नहीं होगा

मुंबई/ठाणे: मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के ‘गढ़’ ठाणे में शिंदे गुट की महिला कार्यकर्ताओं द्वारा उद्धव ठाकरे गुट की एक महिला नेता की पिटाई की घटना के बाद महाराष्ट्र का सियासी पारा हाई हो गया है। शिवसेना (UBT) प्रमुख उद्धव ठाकरे ने युवा सेना इकाई की पदाधिकारी रोशनी शिंदे की पिटाई पर रोष जताया है और मुख्यमंत्री शिंदे और उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कड़ी आलोचना की है।
पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने मंगलवार को एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की और उपमुख्यमंत्री व गृहमंत्री देवेंद्र फडणवीस की कड़े शब्दों में आलोचना की। ठाकरे ने ‘यूजलेस’ गृहमंत्री कहते हुए फडणवीस के इस्तीफे तक की मांग की है। इसके बाद उद्धव और फडणवीस के बीच आरोप-प्रत्यारोप का दौर शुरू हुआ।

वहीँ उपमुख्यमंत्री फडणवीस ने उद्धव पर पलटवार करते हुए कहा कि वे ‘Frustration’ में हैं, वाझे जैसे Blackmailer को बचाने वाले को मैं भाव नहीं देता। जिनके दो-दो मंत्री जेल में हों और कुर्सी के खातिर वो इस्तीफा न ले पाए, ऐसे कमजोर मुख्यमंत्री के ढाई साल के कार्यकाल को पूरा देश और महाराष्ट्र की जनता जानती है कि वास्तव में यूजलेस (बेकार) कौन है। साथ ही उन्होंने चेतावनी देते हुए कहा, मैं नागपुर से हूं और इससे भी बुरे शब्दों में जवाब दे सकता हूं।

उद्धव ठाकरे ने क्या कहा था?
शिवसेना (यूबीटी) के मुखिया व् पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे ने देवेंद्र फडणवीस के इस्तीफे और ठाणे के पुलिस कमिश्नर जयजीत सिंह के निलंबन या तबादले की मांग की। गुस्से में ठाकरे ने कहा कि हाल ही में सुप्रीम कोर्ट ने महाराष्ट्र सरकार को ‘शक्तिहीन’ कहा था, आज की घटना से यह साबित हुआ है। महिलाओं को बेरहमी से लात-घूसों से पीटा जा रहा है और कोई कार्रवाई नहीं हो रही है, ऐसे ‘शक्तिहीन’ सीएम से क्या उम्मीद की जा सकती है?
इस दौरान उद्धवठाकरे ने कहा कि हमारे पास एक कायर गृहमंत्री हैं, जो पद पर रहने का अधिकार खो चुके हैं और इसलिए उन्हें इस्तीफा देना चाहिए। ठाकरे ने कहा कि जब गुंडों ने एक महिला कार्यकर्ता पर हमला किया तो कोई कार्रवाई नहीं की गई। यदि आप काम नहीं संभाल सकते हैं, तो छोड़ दें, यहां तक कि पुलिस आयुक्त को भी निलंबित या स्थानांतरित किया जाना चाहिए।

जाने- फडणवीस ने क्या कहा?
देवेंद्र फडणवीस ने उद्धव ठाकरे की बेकार और कायर वाली टिप्पणी पर पलटवार करते हुए कहा कि वह राज्य के गृहमंत्री बने रहेंगे। उन्होंने ठाकरे को सबसे कमजोर मुख्यमंत्री कहते हुए कहा, जो इतने डरे हुए थे कि उनके दो कैबिनेट मंत्री (अनिल देशमुख और नवाब मलिक) जेल में थे, लेकिन उनसे इस्तीफा मांगने की उनकी हिम्मत नहीं थी। वह मेरा इस्तीफा मांगने वाले कौन होते है? मुझे उनकी वजह से पद नहीं मिला है। जिसने पीएम मोदी के नाम पर चुनाव लड़ा, लेकिन सीएम बनने के लिए सिद्धांतों को त्याग दिया, उसे मेरा इस्तीफा मांगने का कोई अधिकार नहीं है!