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Nagpur: शिवसेना (यूबीटी) ने की जज लोया की मौत की एसआईटी से जांच कराने की मांग!

नागपुर: शिवसेना (UBT) के नेता प्रतिपक्ष (परिषद) अंबादास दानवे ने दिवंगत सीबीआई न्यायाधीश बी.एच. लोया की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) की मांग की है, इसमें गृह मंत्री अमित शाह का नाम भी शामिल है।
मंगलवार को विधानमंडल के बाहर मीडियाकर्मियों से बात करते हुए, दानवे ने कहा कि सेलेब मैनेजर दिशा सालियान की मौत के मामले में एसआईटी की मांग हो रही है। उन्होंने कहा कि सालियान मामले में पहले ही कई जांच हो चुकी हैं लेकिन कुछ नहीं मिला और यहां तक कि उनके परिवार ने भी नतीजे पर संतोष व्यक्त किया है।

शिवसेना नेता दानवे ने बीजेपी पर निशाना साधते हुए कहा कि जज लोया की नागपुर में (1 दिसंबर 2014) रहस्यमय परिस्थितियों में मौत हो गई थी। उनकी मौत की एसआईटी जांच कराकर सच्चाई सामने आनी चाहिए।

इस पर तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए, भारतीय जनता पार्टी के विधायक नितेश राणे ने पलटवार करते हुए पूछा कि पूर्ववर्ती महाविकास अघाड़ी (MVA) सरकार ने ढाई साल तक सत्ता में रहने के दौरान ऐसी एसआईटी जांच क्यों नहीं की? नितेश राणे जूनियर ने मामले की सच्चाई सामने लाने के लिए मुंबई में सालियन मौत मामले (8 जून, 2020) में एसआईटी की मांग दोहराई और आग्रह किया कि उन्हें खुद भी जांच के लिए बुलाया जाना चाहिए।

शिवसेना-भाजपा-राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (अजित गुट) की सत्तारूढ़ महायुति सरकार ने कथित तौर पर मुंबई पुलिस को एक उच्च स्तरीय एसआईटी बनाने और सालियान मामले की जांच करने के लिए हरी झंडी दे दी है, इसमें आदित्य ठाकरे का नाम सामने आया था।

पलटवार करते हुए दानवे ने 9 साल पहले नागपुर में जज लोया की मौत की एसआईटी जांच की मांग की है, जब संदेह की सुई अमित शाह पर घूमी थी, जो बाद में इससे बेदाग निकले।

कांग्रेस-एनसीपी (शरद पवार) और शिवसेना (यूबीटी) के एमवीए सहयोगियों ने राज्य सरकार पर 2024 में होने वाले आगामी नागरिक, संसद और विधानसभा चुनावों से पहले विपक्षी नेताओं को परेशान करके प्रतिशोध लेने का आरोप लगाया है।

दिशा की मौत का रहस्य खोलेगी एसआईटी, सरकार ने दिए जांच के आदेश!
वहीं, राज्य सरकार ने दिशा सालियान की मौत मामले में एसआईटी के गठन की घोषणा की है। मामले में महाराष्ट्र सरकार की तरफ से पुलिस को लिखित आदेश दिए गए हैं। इससे शिवसेना (यूबीटी) की चिंता बढ़ गई है।

बीते वर्ष दिसंबर में उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस ने विधानसभा को सूचित किया था कि सालियान की मौत की जांच के लिए एक विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया जाएगा।

2020 में हुई थी सालियान की मौत!
एसआईटी की स्थापना एडिशनल कमिश्नर नार्थ रीजन के नेतृत्व में होगी। गौरतलब हो कि 2020 में दिशा सालियान की मौत हुई थी। उनकी मौत की वजह, आत्महत्या बताई गई थी। लेकिन इस मौत को अब तक संदिग्ध माना जाता रहा है। सेलिब्रिटी दिशा सालियान, दिवंगत बॉलीवुड अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत की पूर्व मैनेजर भी थी और कई लोग दोनों ही मौत को जोड़ते हुए आशंका जता रहे थे। अब राज्य सरकार इस मामले में निष्पक्ष जांच करने कराने का मन बना चुकी है।

एसआईटी से 8 जून, 2020 को सुशांत सिंह राजपूत की सेलिब्रिटी मैनेजर दिशा सलियन की ‘आकस्मिक मौत’ में शिवसेना (यूबीटी) विधायक आदित्य ठाकरे की कथित संलिप्तता की जांच करने की उम्मीद है। SIT टीम इस मामले के तमाम पहलुओं को दोबारा से खंगालेगी और मामले की तह तक पहुंचेगी।

अब तक की जांच के मुताबिक, दिवंगत अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत के बांद्रा स्थित फ्लैट में फांसी का फंदा लगाए जाने से एक हफ्ते पहले मलाड में एक इमारत की 14 वीं मंजिल से गिरने के बाद दिशा सालियान की मौत हो गई थी। इसने एक बड़ा राजनीतिक विवाद खड़ा कर दिया था।

आदित्य ठाकरे बोले- सरकार सिस्टम का दुरुपयोग कर रही है!
अब इस मामले में एसआईटी जांच को लेकर पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के बेटे आदित्य ठाकरे ने सरकार पर पर निशाना साधा है। आदित्य ठाकरे ने मौजूदा सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि ‘वे जिनसे डरते हैं उनको बदनाम करने का काम करते हैं…सरकार सिस्टम का दुरुपयोग कर रही है’।