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क्रूज ड्रग्स पार्टी मामला: एनसीबी अधिकारी समीर वानखेड़े पर लगाए गए आरोपों की होगी जाँच

मंत्री मलिक VS वानखेड़े मामले में मुंबई पुलिस की एंट्री, 6 शिकायतों की कर रही जांच…

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एनसीबी करेगी अपने अफसर समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच, कल सबूत जुटानेे मुंबई आएगी 5 सदस्यीय टीम…

मुबई: मुबई पुलिस ने महाराष्ट्र के मंत्री नवाब मलिक की ओर से नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के मुंबई जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े पर लगे आरोपों की जांच करने का फैसला लिया है। घटनाक्रम से जुड़े एक व्यक्ति ने यह बात कही है। वहीं, मुंबई पुलिस के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा कि छह शिकायतों में से चार में वानखेड़े या फिर एनसीबी अधिकारियों के खिलाफ आरोप हैं।
वहीं, अन्य दो शिकायतों में राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के नेता नवाब मलिक पर सांप्रदायिक सौहार्द को बिगाड़ने की कोशिश करने और निचली अदालत के जज और समीर वानखेड़े को कथित रूप से डराने-धमकाने का प्रयास करने का आरोप लगा है। अधिकारी ने बताया कि सहायक पुलिस आयुक्त स्तर का एक अधिकारी इन सभी मामलों की जांच करेगा और यदि अपराध से जुड़ी कुछ चीजें सामने आती हैं तो प्राथमिकी दर्ज की जाएगी।

बता दें कि बीजेपी के विधायक अतुल भातखलकर की ओर से शिकायत दर्ज कराई गई है। भातखलकर ने कुर्ला पुलिस स्टेशन में शिकायत की थी कि एनसीबी नेता नवाब मलिक ने हिंदुओं और मुसलमानों के बीच सांप्रदायिक सद्भाव को बिगाड़ने के प्रयास में एनसीबी की ओर से की जा रही जांच को धर्म से जोड़ा है।

नवाब मलिक के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करने की मांग
मलाड पुलिस थाने में दर्ज दूसरी शिकायत में मंत्री मलिक और अज्ञात लोगों के खिलाफ साजिश रचने, धमकाने और निचली अदालत के जच और समीर वानखेड़े को डराने-धमकाने के लिए प्राथमिकी दर्ज करने की मांग की गई है। बता दें कि समीर वानखेड़े के नेतृत्व में मुंबई क्रूज ड्रग्स मामले की जांच हो रही है। नवाब मलिक ने एनसीबी और वानखेड़े पर कई गंभीर आरोप लगाए हैं।

साईल ने एनसीबी पर लगाया गंभीर आरोप!
शिकायतों में एक प्रभाकर साईल की भी है जो कि क्रूज ड्रग्स पार्टी मामले में एक गवाह है। साईल ने भी एनसीबी पर जबरन वसूली का आरोप लगाया है। साईल ने रविवार को दावा किया आर्यन को तीन अक्टूबर को एनसीबी कार्यालय लाने के बाद उन्होंने गोसावी को फोन पर डिसूजा नामक एक व्यक्ति को 25 करोड़ रुपये की मांग और मामला 18 करोड़ पर तय करने के बारे में बात करते हुए सुना था क्योंकि उन्हें ‘आठ करोड़ रुपए समीर वानखेडे को देने थे।’
हालांकि, साईल की ओर से लगाए गए आरोपों की एनसीबी की ओर से भी जांच होगी। एनसीबी की सतर्कता विभाग के प्रमुख ज्ञानेश्वर सिंह इस मामले की जांच करेंगे।

वहीँ अब इस मामले में एक स्टिंग ऑपरेशन सामने आया है। जिसमें बताया जा रहा है कि प्रभाकर साईल ने पैसे के लिए यह किया है। हालांकि, वेब पोर्टल ‘नेटवर्क महानगर’ इस स्टिंग की पुष्टि नहीं करता है।

बीजेपी नेता ने शेयर किया स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो
स्टिंग ऑपरेशन का वीडियो बीजेपी नेता मोहित कंबोज (भारतीय) ने ट्विटर पर शेयर किया है और लिखा है-‘नोटरी रामजी गुप्ता का स्टिंग ऑपरेशन। रामजी ने कहा कि प्रभाकर साईल ने किरण गोसावी से पैसे लेने के लिए ये सब किया है। वो साफ-साफ कह रहे हैं…’मियां नवाब और मनोज इसके पीछे हैं’।

आखिर स्टिंग ऑपरेशन में है क्या?
बीजेपी नेता मोहित भारतीय ने दावा किया है कि यह स्टिंग ‘नोटरी’ रामजी गुप्ता है, जिसमें वह कह रहा है कि किरण गोसावी से प्रभाकर साईल ने पैसे मांगे थे, क्योंकि उसके यहां बॉडीगार्ड था और उसको लेकर यह सब कुछ हुआ है।

एनसीबी गवाह प्रभाकर को मुंबई पुलिस ने मुहैया करवाई सुरक्षा
प्रभाकर साईल ने समीर वानखेड़े से अपनी जान को खतरा बताते हुए मुंबई पुलिस से सुरक्षा की मांग की थी। मुंबई पुलिस ने प्रभाकर की मांग को स्वीकारते हुए उन्हें सुरक्षा प्रदान की है। उन्होंने बताया कि सहार पुलिस स्टेशन में उनका बयान दर्ज किया गया है। इसके अलावा उन्होंने हलफनामा और अन्य सबूत मुंबई पुलिस को सुपुर्द किए हैं। प्रभाकर ने बताया कि पुलिस ने उन्हें कार्रवाई का भरोसा दिया है।

प्रभाकर की मां की तबियत बिगड़ी
वहीं प्रभाकर के इस खुलासे के बाद उनकी मां की तबीयत अचानक बिगड़ गई है। मीडिया से बात करते हुए प्रभाकर की मां हीरावती ने बताया कि जब से उन्होंने यह सुना है कि उनके बेटे ने ड्रग्स को लेकर बड़ा खुलासा किया है। तब से उनकी चिंता बढ़ गई है और तबीयत भी खराब हो गई है। उन्होंने बताया कि बीते 4 महीनों से उनका बेटा उनके संपर्क में नहीं है। उन्होंने बताया कि 4 महीने पहले केपी गोसावी के पास बॉडीगार्ड की नौकरी उसे मिली थी। तब से वह लगभग उन्हीं के साथ ही रहता था। लेकिन अब अचानक इस खुलासे के बाद उनकी चिंता और भी बढ़ गई है।

समीर वानखेडे के खिलाफ होगी जांच
नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (NCB) के अधिकारी समीर वानखेड़े की मुश्किलें बढ़ती हुई नज़र आ रही हैं। एक के बाद एक उनके ऊपर हो रहे आरोपों के मद्देनजर अब उनके खिलाफ इंटरनल इंक्वायरी का आदेश जारी किया गया है। विभागीय जांच का यह आदेश नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो के डीजी ने जारी किया है। अब समीर वानखेडे के खिलाफ नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की विजिलेंस टीम जांच करेगी।
समीर वानखेड़े की मुश्किलें अब दो तरफा बढ़ने वाली हैं। एक तरफ जहां खुद एनसीबी की तरफ से ही उनके खिलाफ जांच की जाएगी। वहीं अब प्रभाकर के हलफनामे के बाद मुंबई पुलिस भी उनके खिलाफ एक्सटॉर्शन के आरोपों के तहत जांच शुरू कर सकती है। प्रभाकर सोमवार की सुबह मुंबई पुलिस कमिश्नर ऑफिस पहुंचे थे।

इस केस के दो पंचों में से एक प्रभाकर ने एनसीबी पर गंभीर आरोप लगाए हैं। प्रभाकर ने कोर्ट में एफिडेविट दिया है कि एनसीबी की तरफ से शाहरुख खान के बेटे पर केस न बनाने के लिए दूसरे पंच किरण गोसावी के जरिए रिश्वत मांगी गई थी। उन्होंने दावा किया कि 25 करोड़ रुपये की डीलिंग हुई थी। इसमें एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेडे को 8 करोड़ रुपये देने की बात उन्होंने फोन पर सुनी थी। समीर वानखेडे ने इन आरोपों को दुखद और निंदनीय करार देते हुए कहा कि यह एफिडेविट एनडीपीएस कोर्ट में है, इसलिए वहीं इसका जवाब देंगे।

प्रभाकर को एनसीबी ने पंच गवाह बनाया था
निजी जासूस किरण गोसावी और उनके बॉडीगार्ड प्रभाकर साईल को एनसीबी ने रेड के लिए पंच गवाह बनाया था। उनके सामने रेड की जानी थी। प्रभाकर ने दावा किया कि ‘रेड के वक्त गोसावी तो अंदर थे, लेकिन मैं बाहर था। बाद में एनसीबी ऑफिस ले जाकर मुझसे 10 सादा कागजों पर दस्तखत कराए गए। इसके बाद गोसावी किसी सैम डिसूजा से मिले।
मैंने गोसावी को सैम से फोन पर यह कहते सुना कि तुमने 25 करोड़ का बम रख दिया। चलो 18 पर फाइनल करते हैं क्योंकि हमें 8 करोड़ समीर वानखेडे को भी देने हैं। प्रभाकर ने कहा कि मुझे एनसीबी अधिकारियों से जान का खतरा है। प्रभाकर ने कोर्ट में एफिडेविट तो दिया ही है, उसका विडियो भी सामने आया है। उसने आरोप लगाया कि उसके सिग्नेचर 2 अक्टूबर को क्रूज शिप के अंदर या बाहर कहीं लिए ही नहीं गए।

नवाब मलिक का नया दावा!
वरिष्ठ राकांपा नेता व मंत्री नवाब मलिक ने ट्वीट कर एक नया लेटर शेयर किया है और दावा किया है कि एनसीबी के एक अधिकारी ने उन्हें यह चिट्ठी दी है। लेटर को शेयर करते हुए नवाब मलिक ने कहा कि एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में मैं यह पत्र डीजी नारकोटिक्स को फॉरवर्ड कर रहा हूं और उनसे अनुरोध करता हूं कि इस पत्र को समीर वानखेड़े पर की जा रही जांच में शामिल किया जाए।

मलिक ने पहले भी लगाए थे धर्म बदलने के आरोप
इससे पहले एनसीपी नेता नवाब मलिक ने समीर वानखेड़े पर फर्जी कास्ट सर्टिफिकेट दिखाकर आईआरएस अधिकारी बनने का आरोप लगाया था। उन्होंने दावा किया कि समीर वानखेड़े मुस्लिम हैं और उनका असली नाम समीर दाऊद वानखेड़े है। नवाब मलिक ने बर्थ सर्टिफिकेट की तरह दिखने वाला एक डॉक्यूमेंट भी शेयर किया और लिखा- ‘समीर दाऊद वानखेड़े का फ्रॉड यहां से शुरू हुआ।’

समीर वानखेड़े ने दिया नवाब मलिक को जवाब
वहीँ एनसीबी के जोनल डायरेक्टर समीर वानखेड़े ने नवाब मलिक के आरोपों पर जवाब दिया था और सोमवार को एक प्रेस रिलीज जारी कर कहा कि यह मेरे संज्ञान में आया है कि महाराष्ट्र सरकार के मंत्री नवाब मलिक ने आज अपने ट्विटर हैंडल पर मुझसे संबंधित कुछ डॉक्यूमेंट शेयर किए और लिखा- ‘समीर दाऊद वानखेड़े का फ्रॉड यहां से शुरू हुआ।’
उन्होंने आगे कहा कि मैं यह कहना चाहता हूं कि मेरे पिता दयानदेव कचरूजी वानखेड़े 30.06.2007 को राज्य आबकारी विभाग, पुणे के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक के पद से रिटायर हुए थे। मेरे पिता एक हिंदू हैं और मेरी मां स्वर्गीय जहीदा एक मुस्लिम थीं। मैं धर्मनिरपेक्ष परिवार से ताल्लुक रखता हूं और मुझे अपनी विरासत पर गर्व है। मैंने डॉ शबाना कुरैशी से 2006 में स्पेशल मैरेज एक्ट 1954 के तहत शादी की। हम दोनों ने साल 2016 में सिविल कोर्ट के माध्यम से तलाक ले लिया और साल 2017 के अंत में मैंने क्रांति दीनानाथ रेडकर से शादी की।’
समीर वानखेड़े ने कहा, ट्विटर पर मेरे निजी दस्तावेजों का प्रकाशन मानहानि है और मेरी पारिवारिक गोपनीयता पर अनावश्यक आक्रमण है। इसका उद्देश्य मुझे, मेरे परिवार, मेरे पिता और मेरी दिवंगत मां को बदनाम करना है। पिछले कुछ दिनों में माननीय मंत्री जी के कृत्यों ने मुझे और मेरे परिवार को मानसिक और भावनात्मक दबाव डाला है। मैं माननीय मंत्री द्वारा बिना किसी औचित्य के व्यक्तिगत, मानहानिकारक और निंदनीय हमलों की प्रकृति से आहत हूं।’

समीर वानखेड़े आज दिल्ली के आरके पुरम स्थित एजेंसी के मुख्यालय पहुंचे थे। हालांकि, यह पुष्टि नहीं हो पायी है कि क्या वानखेड़े की मुलाकात एनसीबी महानिदेशक (डीजी) एसएन प्रधान से भी हुई या नहीं। बहरहाल, सूत्रों ने संकेत दिया कि संघीय स्वापक निरोधी एजेंसी के शीर्ष अधिकारियों ने मंगलवार को देश में मौजूद विभिन्न क्षेत्रीय कार्यालयों की समीक्षा बैठक की।