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नागपुर में माता-पिता ने की मासूम बेटी की हत्या; मोबाइल में रिकॉर्ड की पूरे वाकये का वीडियो!

नागपुर: महाराष्ट्र के नागपुर जिले से दिल दहला देने वाला एक मामला सामने आया है। जहां अंधविश्वास के चक्कर में मां-बाप ने अपनी ही 6 साल की बच्ची की हत्या कर दी। दोनों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। बताया जा रहा है कि ढोंगी बाबा की सलाह पर उन्होंने भूत बाधा से छुटकारा पाने के लिए यह संगीन अपराध किया है।
इस घटना ने नागपुर में हड़कंप मचा दिया है। पुलिस ने इस मामले में आरोपी माता-पिता को गिरफ्तार कर लिया है। जबकि ढोंगी बाबा की तलाश कर रही है। पुलिस मृतक बच्ची की पोस्टमार्टम रिपोर्ट के आने का इंतजार कर रही है।
घटना नागपुर के सुभाष नगर इलाके की है। माता-पिता ने कुछ दिनों से बच्ची के व्यवहार में बदलाव देखकर ढोंगी बाबा से संपर्क किया था। उसके बाद रात में उसे बुरी तरह पीटा गया। बताया जा रहा है कि बच्ची को पैर और बेल्ट से मारा गया था, जिससे उसकी मौके पर ही मौत हो गयी!
घटना के बाद बेटी को बेसुध देख माता-पिता उसे अस्पताल लेकर भागे, जहां भर्ती लेने से पहले ही डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस को घटना की जानकारी मिलते ही उन्होंने आरोपी माता-पिता और उसकी चाची को गिरफ्तार कर लिया। जबकि पुलिस फरार ढोंगी बाबा की सरगर्मी से तलाश कर रही है।

मोबाइल में रिकॉर्ड की बच्ची से मारपीट!
बच्ची के पिता और चाची ने रात में बच्ची पर जादू-टोना किया। इस दौरान बच्ची रोने लगी। फिर उन्होंने बच्ची से कुछ सवाल पूछे, जिन्हें बच्ची समझ नहीं पाई और उनका जवाब नहीं दे पाई। इसके बाद तीनों ने बच्ची को मारना-पीटना शुरू किया। उन्होंने उसे इतना मारा कि वह बेहोश होकर जमीन पर गिर पड़ी। आरोपियों ने इस पूरे वाकये का वीडियो भी बनाया। पुलिस को उनके फोन से यह वीडियो बरामद हुआ है। आरोपियों की पहचान बच्ची के पिता सिद्धार्थ चिमने (45), मां रंजना (42) और चाची प्रिया बंसोड़ (32) के तौर पर हुई है।

पुलिस के मुताबिक, सुभाष नगर निवासी चिमने यूट्यूब पर एक लोकल न्यूज़ चैनल चलाता है। वह पिछले महीने गुरु पूर्णिमा पर अपनी पत्नी और दो बेटियों के साथ तकलघाट इलाके में एक दरगाह पर गया था। तब से व्यक्ति को अपनी छोटी बेटी के व्यवहार में कुछ बदलाव महसूस हो रहा था। शनिवार सुबह तीनों आरोपी बच्ची को लेकर पहले दरगाह पर गए। इसके बाद उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती कराकर भाग गए। अस्पताल के सिक्योरिटी गार्ड को तीनों पर शक हुआ तो उसने उनकी कार की फोटो क्लिक कर ली। अस्पताल में डॉक्टरों ने बच्ची को मृत घोषित कर दिया और पुलिस को इसकी सूचना दी।
सिक्योरिटी गार्ड ने कार की जो फोटो ली थी, उसके आधार पर गाड़ी के रजिस्ट्रेशन नंबर से आरोपियों की पहचान की गई। राणाप्रताप नगर पुलिस स्टेशन से अधिकारियों ने आरोपियों को उनके घर से गिरफ्तार किया। आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) और ‘महाराष्ट्र मानव बलि और अन्य अमानवीय, बुरी एवं अघोरी प्रथाओं और काला जादू रोकथाम अधिनियम’ के प्रासंगिक प्रावधानों के तहत मामला दर्ज किया गया है।