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आर्थिक तंगी के चलते बेरोजगार युवक ने तीन बार की जान देने की कोशिश, हर बार मौत को दी मात…!

बांद्रा वर्ली सी-लिंक (फाइल फोटो)

मुंबई, ‘जाको राखे साइयां, मार सके न कोय’ वाली कहावत एक बार फिर सच साबित हो गई जब बेरोजगारी से तंग आकर एक युवक ने सी-लिंक से कूद कर जान देने की कोशिश की। जब इसमें असफल रहा तो नस काटकर मौत को गले लगाने का प्रयास किया। लेकिन नसीब ने उसका साथ नहीं दिया और दोनों प्रयास में उसने मौत को मात दे दी। यह घटना गुजरात निवासी 18 वर्षीय विजय परमार की है, जो बेहतर नौकरी की चाहत में दो साल पहले गुजरात से भाग कर मुंबई आ गया था और दादर के मनीष मार्केट में एक कपड़े की दुकान में नौकरी शुरू की, लेकिन आमदनी कम और खर्च ज्यादा होने से विजय परेशान रहने लगा। जैसे-तैसे उसने एक साल निकला, मगर दूसरे साल उसकी तंगी और बढ़ गई। आखिरकार आर्थिक तंगी से तंग आकर विजय ने खुदकुशी करने का फैसला ले लिया। इसके लिए उसने पहले मुंबई की गनगचुंबी इमारतों को चुना, मगर तीन बार प्रयास करने के बावजूद सिक्युरिटी गार्डों की वजह से किसी भी इमारत की टेरेस तक नहीं पहुंच सका।
विजय ने इसके बाद लोकल ट्रेन के आगे कूदकर जान देने की योजना बनाई, मगर यहां भी सिक्युरिटी गार्ड की सख्त मौजूदगी की वजह से उसने अपनी योजना बदल दी। आखिरकार मंगलवार को उसने मौत को गले लगाने की एक बार फिर से योजना बनाई और मुंबई घूमने के बहाने किराए पर टैक्सी लेकर बांद्रा वर्ली सी-लिंक की तरफ निकल पड़ा। जैसे ही विजय की टैक्सी सी-लिंक पर पहुंची, उसने ड्राइवर से टैक्सी रोकने को कहा। पर ड्राइवर ने ‘यहां टैक्सी रोकना मना है’ कहकर टैक्सी नहीं रोकी। लेकिन विजय की सी-लिंक को करीब से पहली बार देखने की जिद ने चालक को टैक्सी रोकने पर मजबूर कर दिया। टैक्सी चालक ने जैसे ही टैक्सी की रफ्तार थोड़ी कम की, विजय ने अचानक चलती टैक्सी से छलांग लगा दी। इस बार भी उसका नसीब तेज निकला और वह सी-लिंक की सुरक्षा दीवार से टकरा कर वहीं गिर पड़ा।
उसकी हरकतें देख घटनास्थल से कुछ ही दूरी पर सी-लिंक पर मौजूद सिक्युरिटी गार्ड उसकी ओर दौड़ पड़े। इससे पहले की गार्ड उसके करीब आते, विजय ने साथ लाए चाकू से गला और हाथ की नसों को काटना शुरू कर दिया। इस दौरान सिक्यिुरिटी गार्ड भी नजदीक आ गए और उन्होंने बिना वक्त गवाएं विजय को पकड़ लिया। उसके पास मौजूद चाकू को अपने कब्जे में लेकर उसे तुरंत बांद्रा के भाभा अस्पताल में भर्ती कराया, जहां वह जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहा है। हालांकि, बांद्रा पुलिस ने विजय के खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज कर घटना की जांच के लिए विजय के परिजन को बुलाकर उनसे पूछताछ कर रही है।