दिल्लीदेश दुनियापुणेब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रशहर और राज्य

डीएसके धोखाधड़ी मामला: आरोपी मकरंद को मुंबई एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया, दो हजार करोड़ के गबन का आरोप

पुणे, चर्चित डीएसके घोटाला मामले में डीएस कुलकर्णी के भाई मकरंद कुलकर्णी को मुंबई एयरपोर्ट पर हिरासत में लिया गया है। मकरंद के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी किया था। जमानत याचिका खारिज होने के बाद मकरंद फरार चल रहा था। जांच में सामने आया कि मकरंद अमेरिका भागने की कोशिश कर रहा था।
डीएसके घोटाले में करीब 33 हजार लोगों को फ्लैट बेचने के मामले में 2043 करोड़ रुपए की धांधली हुई है। मामले में मकरंद का भाई डीएस कुलकर्णी वर्तमान में पुणे की यरवदा जेल में बंद है। डीएस कुलकर्णी 2009 लोकसभा चुनाव में बसपा के टिकट पर चुनाव भी लड़ चुका है। उस चुनाव में वह चौथे नंबर पर रहा था और कांग्रेस नेता सुरेश कलमाड़ी ने जीत दर्ज की थी। डीकेएस घोटाले में कुलकर्णी परिवार और कंपनी के अधिकारी समेत सात लोगों की पहले ही गिरफ्तारी हो चुकी है। इसमें डीएस कुलकर्णी की पत्नी हेमंती, बेटा शिरीष, भतीजी सई वांजपे, दामाद केदार वांजपे, साली अनुराधा पुरंदरे, कंपनी के अधिकारी धनंजय पाचपोर हैं।
पुणे के पुलिस उपायुक्त (साइबर और वित्तीय अपराध) संभाजी कदम के मुताबिक, मुंबई हवाई अड्डे के कर्मचारियों द्वारा उनसे पूछताछ की गई, क्योंकि मकरंद कुलकर्णी के खिलाफ लुकआउट नोटिस था। इसके बाद उन्हें गिरफ्तार करने के लिए हमारी टीम को वहां भेजा गया है। वह डीएसके घोटाले के आरोपियों में से एक है।
पुलिस ने डीएसके घोटाले के मामले में सभी आरोपियों के खिलाफ न्यायालय में आरोपपत्र भी दाखिल किया। इसमें 33 हजार निवेशकों की शिकायतें हैं। धोखाधड़ी के मामलों में ईडी ने न्यायालय की अनुमति से कुलकर्णी की जांच की थी, जिसमें कुलकर्णी की विदेश और शहर में कई जगहाें पर संपत्ति होने की जानकारी सामने आई थी। आर्थिक अपराध विभाग की जांच में धायरी इलाके में 12 संपत्तियां, पिरंगुट, बाणेर, बावधन, बालेवाड़ी, किरकटवाड़ी इन इलाकों में भी संपत्तियों का खुलासा हुआ है। जिनकी कीमत दो सौ से तीन सौ करोड़ रुपए होने का अंदाजा है।