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अंटॉपहिल पुलिस ने लॉकअप में की महिला व पुरुष अधिवक्ता की बेरहमी से पिटाई; शिकायत दर्ज न करने पर बढ़ा विवाद!

मुंबई: पुलिस किस तरह से अपनी वर्दी का रौब और धौंस दिखाकर आम लोगों पर अपने पावर का गलत इस्तेमाल करती है, इसका एक बड़ा उदाहरण मुंबई के अंटॉपहिल पुलिस थाने में दो वकीलों की बेरहमी से की गई पिटाई के बाद सामने आया है।

पीड़ित अधिवक्ता हरिकेश शर्मा

मिली जानकारी के मुताबिक, संगम नगर क्षेत्र के बरकत अली में रहने वाले एडवोकेट हरिकेश शर्मा व साधना यादव, दोस्ती शॉपी लिंक (HKS) में कानूनी सेवाएं देने के लिए ‘Legal Office’ चलाते हैं।
बताया जा रहा है कि इसी सोसायटी में कुछ तकनीकी दस्तावेज को लेकर दो पक्षों में तनातनी चल रही है। जिसे लेकर वहां प्रशासक भी बैठा दिया गया था। एक पक्ष दोनों एडवोकेट के सम्पर्क में आया और दस्तावेज दिलाने का काम उन्हें दिया। इसके बाद ये लोग अंटॉपहिल पुलिस थाने से अपेक्षित प्रशासनिक सहयोग की मांग कर रहे थे।
इसी बीच एडवोकेट साधना यादव जो कि दोस्ती शॉपी लिंक स्थित एडवोकेट कार्यालय में काम करती हैं और संगम नगर के राजीव गाँधी चाल में रहती हैं। शुक्रवार सुबह को वे वहां के शौचालय में गईं तो किसी ने उनका दरवाजा बाहर से बंद कर दिया, काफी आवाज देने के बाद भी जब दरवाजा नहीं खुला तो फिर उन्होंने 100 नंबर पर कॉल किया, कुछ ही देर में पुलिस भी आ गई। जिसके बाद हरिकेश शर्मा व साधना यादव शिकायत दर्ज कराने पुलिस थाने पहुंचे। आरोप है कि पुलिस ने इनके बयान को गंभीरता से नहीं लिया और शिकायत दर्ज नहीं की, जिसे लेकर पुलिस और वकीलों में काफी बहस हुई, फिर ड्यूटी पर तैनात पुलिस अधिकारी ने अपने सीनियर के आदेश पर दोनों को लॉकअप में बंद कर दिया। उसके बाद दोनों वकीलों की दोपहर और शाम तक बर्बरतापूर्वक पिटाई की गई। पुलिस की निर्दयता से साधना यादव के बाएं पैर में फ्रैक्चर आ गया है। उनको गाल पर मारने की वजह से कान का पर्दा भी फटने की बात सामने आई है। जिनका सायन अस्पताल के वार्ड नं. 19 में इलाज चल रहा है। उनका मेडिकल रिपोर्ट भी सामने आया है। पुलिस की इस क्रूरता का फोटो सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। एक स्थानीय भाजपा पदाधिकारी ने बताया कि काफी जद्दोजहद और दबाव के बाद कल रात 12 बजे के लगभग दोनों वकीलों को 1200 रुपए के टेबल जामिन पर छोड़ा गया।

पुलिस क्या कहती है?
अंटॉपहिल पुलिस थाने के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक नासिर कुलकर्णी ने कहा कि महिला वकील ने आते ही ऊंची आवाज में ड्यूटी ऑफिसर से बात की, मामला सार्वजनिक शौचालय में जाने के बाद बाहर से किसी के द्वारा कुंडी लगाने से जुड़ा था। हमारे ऑफिसर ने कहा कि यह तो किसी को अरेस्ट करने जैसा अपराध है। हम जरूर शिकायत लेंगे पर मौके पर जाकर देखने के बाद ही शिकायत दर्ज की जाएगी।
पुलिस स्टाफ ने मौके पर जाकर निरीक्षण किया तो पता चला कि उस शौचालय में कुंडी बाहर से है ही नहीं! वहां लॉच सिस्टम का लॉक है जिसे बाहर से बंद करने पर भी, अंदर जो भी व्यक्ति होगा वह उसे आसानी से खोल सकता है। जबकि यदि दरवाजा अंदर से बंद है तो बाहर से उसे नहीं खोला जा सकता। इसी आधार पर पुलिस ने उनसे कहा कि आपका आरोप सही नहीं है, शिकायत नहीं ली जा सकती। जिसके बाद दोनों वकीलों ने हंगामा शुरू कर दिया।
महिला वकील ने कहा कि वह वकील हैं, उन्हे पता है कि पुलिस कुछ नहीं करेगी, वह शिकायत देकर ही मानेंगे। वे लोग पुलिस स्टेशन के बाहर जाकर चिल्लाने लगे। फिर उन्हे लॉकअप में अलग-अलग बंद किया गया।
इस झड़प में पुलिसकर्मी के शर्ट के बटन टूट गए, वकील के भी शर्ट के बटन टूटे थे। लॉकअप में उनकी शिकायत आई कि घुटन महसूस हो रही है, ठीक नहीं लगा रहा है। इस पर उनका मेडिकल चेकअप भी कराया गया।

पीड़ित महिला एडवोकेट साधना यादव

जब उनसे पूछा गया कि पुलिस पर आरोप है पुरुष पुलिसकर्मी ने महिला अधिवक्ता को पीटा? तो उनका जवाब था नहीं। हमारे पास महिला स्टाफ है। उनके साथ जो भी कार्यवाही हुई, वह महिला स्टाफ के द्वारा की गई है।
उन्होंने आगे बताया कि हम पहले उन्हें ऐसे ही जाने दे रहे थे और यह भी कहा कि आप गलत आरोप लगाकर केस बनाने के लिए कह रहे हैं, हम ऐसा नहीं कर सकते, लेकिन वह जिद पर अड़ गए थे।

पुलिस जनता की सेवा के लिए होती है, मारने के लिए नहीं: सेल्वन
वहीं, भाजपा विधायक कैप्टन तमिल सेल्वन ने कहा कि कोई भी सरकारी अथॉरिटी व अधिकारी जनता की सेवा के लिए होते हैं, पहले से जो अधिकार है कि वो जनता को हाथ नहीं लगा सकता है। उन्होंने कहा कि इस मामले को लेकर मैंने पुलिस उपायुक्त जोन-4 (DCP) से और मुंबई पुलिस कमिशनर से सीधे बात किया। साथ ही उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस साहेब ने कमिशनर को बोल दिया है कि ऐसा अधिकारी अंटॉपहिल में नहीं चाहिए। आगे उन्होंने कहा कि मैं स्थानीय विधायक होने के नाते पीड़ित को हरसंभव मदद करने के लिए तैयार हूँ और अंटॉपहिल सीनियर नासिर कुलकर्णी का एक-दो दिन ट्रांसफर निश्चित है, और हमारी मांग है कि उनके ऊपर डीसीपी और कमिशनर साहेब आगे की कार्यवाई करेंगे।

भाजपा विधायक कैप्टन तमिल सेल्वन