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अजित पवार परिवार की 1400 करोड़ की संपत्तियां जब्त! इन संपत्तियों को सीज करने की नोटिस

दिवाली से पहले गरमाई महाराष्ट्र की सियासत…
 
अजित पवार परिवार की 1400 करोड़ की संपत्तियां जब्त! और इन संपत्तियों को सीज करने की नोटिस…
 
अजित पवार के परिवार और उनके करीबियों पर भी गिरेगी गाज…

मुंबई,(राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र में आयकर विभाग के जारी एक्शन की कार्रवाई के तहत मंगलवार को डिप्टी सीएम अजित पवार पर गाज गिरी। आयकर विभाग ने 1000 करोड़ रुपए से ज्यादा की अजित पवार से जुड़ीं 5 संपत्तियों को सीज करने का आदेश जारी कर दिया है। इससे पहले बीती रात सोमवार को प्रवर्तन निदेशालय (ED) ने 100 करोड़ वसूली मामले में राज्य के पूर्व गृहमंत्री अनिल देशमुख को देर रात गिरफ्तार कर लिया। उनसे 12 घंटे तक पूछताछ की गई थी। दिवाली से पहले आयकर विभाग की कार्रवाईयों से महाराष्ट्र का राजनीतिक माहौल गरमा गया है, सभी पार्टी कार्यालयों में हलचल देखी गई।

बेनामी अधिनियम के तहत संपत्ति सीज
बेनामी संपत्ति अधिनियम के तहत आयकर विभाग ने महाराष्ट्र के डिप्टी सीएम अजित पवार से जुड़ी करोड़ों रुपए की संपत्ति को कुर्क कर लिया। कुर्क संपत्ति में 1 चीनी फैक्ट्री, दिल्ली में एक फ्लैट, गोवा में संपत्ति, और निर्मल बिल्डिंग में एक संपत्ति शामिल है। टैक्स चोरी के मामले में यह संपत्ति कुर्क की गई है। इनकम टैक्स विभाग को करीब 1000 करोड़ से ज्यादा लेन-देन की सूचना मिली थी। इसी जानकारी के आधार पर आयकर विभाग ने कार्रवाई को अंजाम दिया है।आयकर विभाग ने अजित पवार की जिन संपत्तियों को सीज करने का आदेश दिया है उनमें सबसे बड़ी संपत्ति जरंदेश्वर शुगर फैक्ट्री है बतायी जा रही है। जिसकी अनुमानित कीमत करीब 600 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। वहीं दिल्ली में स्थित फ्लैट की कीमत करीब 20 करोड़ रुपए बताई जा रही है।तीसरी संपत्ति पार्थ पवार का निर्मल ऑफिस जिसकी कीमत 25 करोड़ रुपए बताई जा रही है। गोवा में निलय रिसॉर्ट की कीमत करीब 250 करोड़ रुपए औऱ महाराष्ट्र में 27 अलग-अलग स्थानों पर स्थित जमीन जिनकी कुल कीमत करीब 500 करोड़ रुपए है। आयकर विभाग ने उन्हें सीज करने का आदेश दिया है।
आयकर विभाग ने अजित पवार परिवार और उनके करीबियों की 1400 करोड़ रुपए की संपत्ति जब्त के लिए (प्रोविजनल अटैचमेंट) नोटिस भेजा है। कार्रवाई से बचने के लिए 90 दिन में यह साबित करना होगा कि संपत्तियां बेनामी नहीं हैं वे आय के ज्ञात स्त्रोतों से खरीदीं गईं हैं साथ ही इसमें भ्रष्टाचार का पैसा नहीं लगा है। आयकर विभाग संपत्तियों के मालिकों को कारण बताओ नोटिस जारी करने के साथ जिन लोगों पर संपत्ति का असली मालिक होने का शक है उनसे भी पूछताछ कर सकती है।

आयकर विभाग की राड़ार पर अजित पवार
बता दें कि महाराष्ट्र सरकार के डिप्टी सीएम अजित पवार लंबे समय से आयकर विभाग के निशाने पर थे। बीते महीने आयकर डिपार्टमेंट ने 2 रियल एस्टेट ग्रुप और अजित पवार के रिश्तेदारों के ठिकानों पर छापेमारी के बाद 184 करोड़ रुपए की बेहिसाब बेशुमार संपत्ति का पता लगाया था।
आयकर विभाग ने बीते 7 अक्टूबर को 70 से ज्यादा ठिकानों पर रेड मारी थी। विभाग ने अजित पवार के बेटे पार्थ पवार की मालिकाना हक वाली कंपनी ‘अनंत मर्क्स प्राइवेट लिमिटेड’ पर भी रेड मारी थी। इसके अलावा पवार की बहनों की कंपनियों पर भी कार्रवाई की गई थी।

इन संपत्तियों को सीज करने की नोटिस
आयकर विभाग ने जिन संपत्तियों को सीज करने की नोटिस दी है वह पुणे, मुंबई, दिल्ली, गोवा में हैं। इसके अलावा महाराष्ट्र के कई हिस्सों में जमीन के 27 टुकड़े भी शामिल हैं। इन संपत्तियों में सबसे कीमती जरंडेश्वर चीनी मिल है जिसकी कीमत 600 करोड़ रुपए है। गोवा में बना नीलय नाम का एक 250 करोड़ रुपए का रिसॉर्ट, अजित पवार के बेटे पार्थ पवार का दक्षिण मुंबई में स्थित 25 करोड़ की कीमत का निर्मल नाम का ऑफिस, दक्षिण दिल्ली का एक 20 करोड़ रुपए का फ्लैट भी आयकर विभाग की जांच के दायरे में है। जमीन के जिन 27 टुकड़ों को खरीदने के लिए भ्रष्टाचार के पैसों के इस्तेमाल का शक है उसकी कुल कीमत करीब 500 करोड़ रुपए है। भाजपा नेता किरीट सोमैया ने दावा किया कि जिन संपत्तियों को लेकर आयकर विभाग कार्रवाई कर रहा है वह अजित पवार, उनकी मां आशाताई, बेटे पार्थ, पत्नी सुनेत्रा, बहन विजया पाटील, नीता पाटील और बहनोई मोहन पाटील के नाम पर है। इससे पहले आयकर विभाग पवार परिवार और उनके करीबियों के ठिकानों पर छापेमारी कर 1050 करोड़ रुपए की बेनामी संपत्ति की जानकारी सामने आने का दावा किया था। इस दौरान 184 करोड़ रुपए की नकदी, गहने और दूसरी संपत्तियां भी जब्त की गईं थीं।