दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य एंटीलिया केस: गृहमंत्री देशमुख ने CM उद्धव को लिखा पत्र, कहा- पूर्व कमिश्नर के आरोपों की जांच कराएं, ताकि सच सामने आ सके 25th March 202125th March 2021 networkmahanagar 🔊 Listen to this मुंबई: महाराष्ट्र के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने मुंबई के पूर्व कमिश्नर और DG होमगार्ड परमबीर सिंह के आरोपों की जांच कराने की मांग की है। परमबीर सिंह ने देशमुख पर एंटीलिया मामले में गिरफ्तार असिस्टेंट पुलिस इंस्पेक्टर (API) सचिन वाझे से हर महीने 100 करोड़ रुपए वसूलने का आरोप लगाया था। इस बाबत अनिल देशमुख ने मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को एक चिट्ठी लिखी है। उन्होंने अपनी इस चिट्ठी को देर रात सोशल मीडिया में साझा की है। देशमुख ने लिखा है- परमबीर सिंह द्वारा मुझ पर लगाए गए आरापों की जांच करवाकर ‘दूध का दूध, पानी का पानी’ करने की मांग मैंने मुख्यमंत्री से की है। अगर वे जांच के आदेश देते हैं तो मैं उसका स्वागत करूंगा। राज्य शासन पूर्व पुलिस कमिश्नर परमबीर सिंह द्वारा 17 मार्च 2021 को पुलिस कमिश्नर पद से हटाने के बाद मुझ पर लगाए गए आरोपों की जांच कराएं, ताकि सच सामने आ सके। बीजेपी लगातार हमलावर है, अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांगपरमबीर के इन आरोपों के बाद से महाराष्ट्र की राजनीति में उथल-पुथल मची हुई है। विपक्ष (BJP) लगातार हमलावर है। बुधवार को एक डेलिगेशन राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मिला और उन्हें 100 सवालों की एक लिस्ट सौंपी। BJP लगातार अनिल देशमुख के इस्तीफे की मांग कर रही है। उन्होंने राज्य में बने हालात की रिपोर्ट राष्ट्रपति को भेजने की मांग की थी।बुधवार को पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा नेता देवेंद्र फडणवीस ने कहा था कि इस सरकार को सत्ता में बने रहने का अधिकार नहीं है। वहीं, बीजेपी नेता सुधीर मुनगंटीवार ने राज्यपाल भगत सिंह कोश्यारी से मुलाकात के बाद कहा, हमने भ्रष्टाचार के मामलों में भी उनसे दखल देने की अपील की है और राष्ट्रपति को पूरी स्थिति से अवगत कराने का आग्रह किया है। इससे पहले मंगलवार को देवेंद्र फडणवीस ने दिल्ली जाकर गृह सचिव से मुलाकात की थी और राज्य में IPS अधिकारियों के ट्रांसफर और पोस्टिंग से जुड़े रैकेट के बारे में जानकारी दी थी। परमबीर सिंह ने अपनी चिट्ठी में लगाए थे ये आरोपमेरा ट्रांसफर महाराष्ट्र पुलिस अधिनियम,1951 की धारा 22 एन (2) के तहत किया गया था। जिसमें कारण बताया गया है कि प्रशासनिक स्तर पर यह जरूरी था। मेरा मानना है कि ट्रांसफर का कारण जो सरकार ने बताया है कि उसमें एंटीलिया की घटना की स्वतंत्र और निष्पक्ष जांच सुनिश्चित करना है।गृहमंत्री अनिल देशमुख ने हाल ही में एक मराठी अखबार को दिए इंटरव्यू में कहा था कि एंटीलिया केस में मुंबई पुलिस और मेरी ओर से की गई जांच में गंभीर खामियां थीं। मेरी गलतियां क्षमा के लायक नहीं थीं और मेरा ट्रांसफर प्रशासनिक आधार पर नहीं हुआ है।अनिल देशमुख ने सचिन वाझे को कई बार घर पर मिलने के लिए बुलाया था। उन्हें हर महीने 100 करोड़ रुपए की वसूली का टारगेट दिया था। गृहमंत्री ने वाझे को बताया था कि मुंबई में लगभग 1,750 बार, रेस्तरां और अन्य प्रतिष्ठान हैं। हर एक से महीने में 2-3 लाख लिए जाएं तो 40-50 करोड़ का जुगाड़ हो जाएगा। गृहमंत्री ने कहा था कि बाकी बची रकम अन्य स्रोतों से जुटाई जा सकती है।परमबीर सिंह ने अपने इस पत्र में वसूली को लेकर एसपी पाटिल नाम के एक पुलिस अधिकारी के साथ हुई उनकी बातचीत का जिक्र भी किया है। परमबीर सिंह और एसपी पाटिल के बीच 16 और 19 मार्च के बीच बातचीत हुई थी। राज्यपाल से नहीं हो सकेगी महाविकास अघाड़ी नेताओं की मुलाकातइन विवादों के बीच गुरुवार को महाविकास अघाड़ी के नेता राज्यपाल से मुलाकात करने वाले थे। अब यह जानकारी सामने आ रही है कि राज्यपाल आज देहरादून के तीन दिवसीय दौरे पर जा रहे हैं और 28 मार्च को लौटेंगे। हालांकि, राज्यपाल की ओर से कहा गया है कि महाविकास अघाड़ी के लोग चाहे तो गवर्नर ऑफिस के सेक्रेटरी से मुलाकात कर सकते हैं। Post Views: 101