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कंगना पर सियासती उबाल: गृहमंत्री अनिल देशमुख बोले- कंगना को मुंबई में रहने का अधिकार नहीं!

मुंबई मराठी मानुष के बाप की, शिवसेना ऐसे महाराष्ट्र के दुश्मनों का श्राद्ध दिए बिना नहीं रहेगी: संजय राउत

मुंबई: महाराष्ट्र की महाविकास आघाड़ी सरकार ने अभिनेत्री कंगना रनौत के खिलाफ सख्त रुख अपना लिया है। प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख ने कहा कि कंगना को मुंबई और महाराष्ट्र में रहने का अधिकार नहीं है।
शुक्रवार को पत्रकारों से बातचीत में गृहमंत्री देशमुख ने कहा कि कंगना ने जिस तरह मुंबई पुलिस की तुलना की है ऐसी हालत में उन्हें मुंबई और महाराष्ट्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है।

भाजपा ने कंगना से बनाई दूरी
दूसरी ओर कंगना का समर्थन करने वाली भाजपा बैकफुट पर आ गई है। अब तक कंगना के हर बात का समर्थन करने वाली भाजपा ने अब उनके बयान से दूरी बना ली है। भाजपा विधायक आशीष शेलार ने कहा कि कंगना को मुंबई और महाराष्ट्र की आलोचना करने की जरूरत नहीं है। शेलार ने कहा कि मुंबई, मुंबईकर और महाराष्ट्र को चालाकी बताने वाले कंगना के बयान से भाजपा को जोड़ना दुर्भाग्यपूर्ण और गलत है। भाजपा इससे असहमत है।
बीजेपी नेता शेलार ने कहा कि अभिनेता सुशांत सिंह राजपूत मौत मामले की जांच को दूसरी दिशा में ले जाने के लिए शिवसेना सांसद संजय राऊत को कंगना के पीछे रहकर वार करने की जरूरत नहीं है। वहीं भाजपा विधायक राम कदम ने भी अपने बयान पर यू टर्न ले लिया है। कदम ने ट्वीट कर कहा कि कंगना के किसी विवादित बयान का मैंने समर्थन नहीं किया है और न ही करूंगा। लेकिन कुछ बड़े लोगों को बचाने के लिए मुंबई पुलिस की छवि को मलीन करने का दुस्साहस महाराष्ट्र सरकार ने किया है।

कहीं मुंबई से बॉलीवुड को हटाने की साजिश तो नहीं: परब
शिवसेना नेता तथा प्रदेश के परिवहन मंत्री अनिल परब ने कहा कि कंगना ने मुंबई की तुलना पीओके से की है। कंगना कब पीओके गई थीं। यदि उनका मुंबई पुलिस और महाराष्ट्र सरकार पर विश्वास नहीं है तो उन्हें महाराष्ट्र में रहने का कोई अधिकार नहीं है। परब ने कहा कि लॉकडाउन में महाराष्ट्र सरकार ने 16 हजार करोड़ रुपए का निवेश करार किया है।
मुंबई और महाराष्ट्र को बदनाम करके ऐसे उद्योगों को आने से रोकने की साजिश तो नहीं है। परब ने कहा कि मुंबई का बॉलीवुड को दूसरे किसी जगह पर ले जाने की साजिश तो नहीं है ना। परब ने कहा कि कंगना के पास जो भी सबूत है उनको पुलिस को देना चाहिए। परब ने कहा कि कंगना ने कहा है कि वे 9 सितंबर को आ रही हैं। किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले। इस पर मैं उन्हें कहना चाहूंगा कि मुंबई किसी के बाप की नहीं है मुंबई महाराष्ट्र सरकार और पुलिस की है। मुंबई मनपा में बीते कई सालों में शिवसेना का शासन है। लेकिन हमने परप्रांतियों को कभी भी मुंबई से बाहर जाने के लिए नहीं कहा।

कंगना का ट्वीटकिसी के बाप में हिम्मत हो तो रोक ले
इस बीच फिल्म अभिनेत्री कंगना रनौत ने शुक्रवार को ट्वीट कर कहा कि मैं किसी से डरने वाली नहीं हूं। बहुत से लोग मुझे धमकी दे रहे हैं कि मैं मुंबई न आऊ पर अब मैंने तय किया है कि अगले सप्ताह 9 सितंबर को मुंबई आऊंगी। उन्होंने कहा कि मैं वह समय भी बता दूंगी जब मेरा विमान मुंबई एयरपोर्ट पर उतरेगा। किसी के बाप में हिम्मत है तो रोक ले! एक महान पिता की संतान होना ही आपकी एक मात्र उपलब्धि नहीं हो सकती, आप कौन होते हैं मुझे महाराष्ट्र प्रेम या नफरत का सर्टिफिकेट देने वाले? आपने यह कैसे निर्धारित कर लिया की आप महाराष्ट्र को मुझसे ज्यादा प्रेम करते हैं? और अब मुझे वहां आने का कोई हक नहीं?

मैं मराठा हूं…
शिवसेना द्वारा इसे प्रांतवाद की रंग देने के बाद कंगना ने एक और ट्वीट कर कहा कि महाराष्ट्र उसी का है जिसने मराठी गौरव को प्रतिष्ठित किया है। मैं मराठा हूं। जो करना है कर लो। उन्होंने कहा कि इनकी औकात नहीं, इडस्ट्री के सौ सालों में एक भी मराठा प्राईड फिल्म बनाई हो। इस्लाम डामिनेटड इंडस्ट्री में अपनी जान की बाजी लगाकर शिवाजी महाराज और रानी लक्ष्मीबाई पर फिल्में बनाई। महाराष्ट्र के ठेकेदारों से पूछा कि क्या किया महाराष्ट्र के लिए।

कंगना ने किया 13 करोड़ मराठियों का अपमान: कांग्रेस
कांग्रेस प्रवक्ता सचिन सावंत ने कहा कि कंगना का बयान महाराष्ट्र की 13 करोड़ मराठी जनता और 106 शहीदों, झांसी की रानी लक्ष्मीबाई और मुंबई को चाहने वालों का अपमान है। सावंत ने कहा कि कंगना टीम मतलब कंगना और भाजपा आईटी सेल है। कंगना टीम के ट्वीटर हैंडल से ट्वीट किया जाता है। इसलिए विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस और भाजपा को बिना शर्त महाराष्ट्र से माफी मांगनी चाहिए। सावंत ने कहा कि ड्रग माफिया के संबंधों की जांच के लिए भाजपा विधायक राम कदम का नार्को टेस्ट करना चाहिए। इसके जवाब में कदम ने कहा है कि मैं नार्को टेस्ट के लिए तैयार हूं।

दरअसल, बीते दिनों कंगना रनौत ने कहा था कि उन्हें बॉलीवुड के ड्रग लिंक के बारे में काफी कुछ पता है। वह नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो की मदद करना चाहती हैं लेकिन उन्हें सुरक्षा चाहिए। इस पर बीजेपी नेता राम कदम ने महाराष्ट्र सरकार को ट्वीट करके सवाल उठाया था। इसके बाद कंगना ने जवाब दिया था कि वह सेंटर या हिमाचल प्रदेश से सुरक्षा चाहती हैं। मुंबई पुलिस से उन्होंने डर बताया था।
कंगना के इस बयान का जवाब देते हुए संजय राउत ने ‘सामना’ में लिखा- मुंबई में रहते हुए कंगना का ऐसा कहना शर्मनाक है। राउत ने कहा, हम उनसे रिक्वेस्ट करते हैं कि कृपया मुंबई न आएं। यह मुंबई पुलिस की बेइज्जती है। गृह मंत्रालय को इस पर ऐक्शन लेना चाहिए। संजय राऊत ने कहा है कि मुंबई मराठीभाषियों की है।

इसके बाद कगंना ने एक और ट्वीट करते हुए कहा कि शिवसेना नेता संजय राउत ने मुझे खुली धमकी दी है और मुंबई वापस न आने के लिए कहा है। पहले मुंबई की सड़कों पर आजादी के नारे लगे और अब खुली धमकी मिल रही है। आखिर मुंबई पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (पीओके) जैसा क्यों महसूस कर रही है? इसके पहले अभिनेत्री ने कहा था कि उन्हें फिल्म माफिया से ज्यादा शहर की पुलिस से डर लगता है!

बता दें कि कंगना के बयान से नाराज शिवसेना नेताओं और महिला कार्यकर्ताओं ने मुंबई में जगह-जगह अभिनेत्री कंगना के पोस्टर पर चप्पल मारे और उनके खिलाफ नारेबाजी की।
शुक्रवार को संजय राऊत ने पहले कंगना का नाम लिए बैगर उन पर बड़ा हमला बोला। राऊत ने कहा कि मैं शिवसैनिक हूं। मैं खोखली धमकी नहीं देता हूं। मैं एक्शन वाला आदमी हूं। राऊत ने कंगना को ऐरा-गैरा और मानसिक रूप से बीमार करार दिया। उन्होंने कहा कि ऐसे ऐरे-गैरे लोग जिनका मुंबई से कोई संबंध नहीं हैं, वे मुंबई पुलिस के खिलाफ बयानबाजी कर रही हैं। उनके खिलाफ महाराष्ट्र सरकार, प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख और पुलिस दल प्रमुख को कठोर कार्रवाई करनी चाहिए। इसके बाद कगंना ने ट्विट कर कहा है कि मैं मुंबई आ रही हूं, जिसके बाप में हिम्मत हो रोक ले। कंगना को जवाब देते हुए राऊत ने कहा कि मुंबई मराठी भाषियों के बाप की है। जिनको यह मान्य नहीं है वे अपने बाप को दिखाएं। शिवसेना ऐसे महाराष्ट्र के दुश्मनों का श्राद्ध दिए बिना नहीं रहेगी।

कंगना का मुंह फोड़ देंगी महिला कार्यकर्ता- सरनाईक
शिवसेना विधायक प्रताप सरनाईक ने कहा कि शिवसेना सांसद राऊत ने कंगना को आसान शब्दों में समझाया है। यदि कंगना मुंबई में आएंगी तो शिवसेना की महिला कार्यकर्ता उनका मुंह तोड़े बिना नहीं रहेंगी। मैं प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख से कंगना के खिलाफ देशद्रोह का मामला दर्ज करने की मांग करूंगा।

गृहमंत्री का बयान उचित नहीं: दरेकर
दूसरी ओर विधान परिषद में विपक्ष के नेता प्रवीण दरेकर ने कहा कि प्रदेश के गृहमंत्री अनिल देशमुख का राजनीतिक दल के नेताओं की तरह बयान देना उचित नहीं है। देशमुख कानून के रक्षक हैं। गृहमंत्री का बयान राज्य सरकार और पुलिस की औपचारिक भूमिका होता है। इसलिए उन्हें कंगना को मुंबई में रहने का अधिकार है या नहीं इस बारे में राजनीतिक बयान नहीं देना चाहिए। दरेकर ने कहा कि कंगना के बयान से भाजपा सहमत नहीं है। मुंबई को बदनाम करने वाले बयान को हम सहन नहीं करेंगे।