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कांग्रेस मुख्यालय में पी.चिदंबरम की प्रेस कॉन्फ्रेंस, बिना किसी सवाल का जवाब दिए ही उठकर चल दिए…!

किसी भी क्षण हो सकती है चिदंबरम की गिरफ्तारी : सूत्र

नयी दिल्ली, पूर्व वित्त मंत्री पी.चिदंबरम आईएनएक्स मीडिया केस में दिल्ली हाई कोर्ट से अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज होने के बाद ‘लापता’ हो गए हैं। सुप्रीम कोर्ट से भी उन्हें तत्काल राहत नहीं मिली है। शीर्ष अदालत ने केस के बिना लिस्टिंग हुए उसे सुनने से इनकार कर दिया है। ऐसे में चिदंबरम पर गिरफ्तारी की तलवार लटक रही है। सीबीआई उनकी तलाश में कल से 3 बार उनके घर जा चुकी है। इस बीच कांग्रेस मुख्यालय में पी.चिदंबरम प्रेस कॉन्फ्रेस कर रहे है।चिदंबरम ने खुद के गायब होने की खबरों को खारिज करते हुए कहा कि मुझे और मेरे बेटे कार्ति चिदंबरम को फंसाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि मैं INX मीडिया केस में आरोपी नहीं हूं। उन्होंने सरकार पर ही हमला बोलते हुए कहा कि मैं और मेरा परिवार किसी केस में आरोपी नहीं है। चिदंबरम ने मीडिया से कहा, स्वतंत्रता लोकतंत्र की सबसे बड़ी जीत है। उन्होंने कहा कि यदि मुझे जिंदगी और आजादी के बीच में से कुछ चुनना हो तो मैं आजादी चुनूंगा। चिदंबरम ने कहा कि मेरे वकीलों ने मुझे सुप्रीम कोर्ट जाने की सलाह दी और मैंने यही किया। मैं कानून से संरक्षण मांग रहा हूं। इस बीच खबर है कि सीबीआई की टीम कांग्रेस मुख्यालय की ओर रवाना हो गई है।
चिदंबरम बोले, रात भर तैयार किए केस के दस्तावेज
चिदंबरम ने कहा, मेरे ऊपर आरोप लगाए जा रहे हैं कि मैं कानून का सामना करने से बचते हुए भाग रहा हूं। लेकिन, मैं कानून के साथ हूं और बीते एक दिन से मैं वकीलों के साथ हूं। रात भर हम वकीलों के साथ दस्तावेज तैयार कर रहे थे। चिदंबरम ने कांग्रेस मुख्यालय में दिग्गज नेताओं के साथ बैठकर मीडिया के सामने लिखा हुआ भाषण पढ़ा और फिर बिना किसी सवाल का जवाब दिए ही उठकर चल दिए।

चिदंबरम को लेकर राजनीति भी गरमा गई है। सीबीआई और ईडी के लुकआउट नोटिस को कांग्रेस ने राजनीतिक साजिश करार दिया है तो बीजेपी ने पूर्व वित्त मंत्री की तुलना विजय माल्या और नीरव मोदी जैसे भगोड़ों से की है। बीजेपी ने कहा कि आखिर पी. चिदंबरम केंद्रीय एजेंसियों को जांच में सहयोग देने की बजाय भगोड़े विजय माल्या और नीरव मोदी जैसी हरकत क्यों कर रहे हैं?
बीजेपी प्रवक्ता जीवीएल नरसिम्हा राव ने सुप्रीम कोर्ट की ओर से अग्रिम जमानत पर तत्काल सुनवाई से इनकार के बाद कांग्रेस पर हमला बोला। राव ने कहा, गांधी फैमिली ने पी।चिदंबरम को आईएनएक्स मीडिया केस में आगे बढ़ने के लिए फ्री हैंड दिया है। चिदंबरम माल्या और नीरव मोदी जैसी हरकत कर रहे हैं। कोई भी बचेगा नहीं।
दूसरी ओर चिदंबरम के कड़े आलोचक माने जाने वाले सुब्रमण्यन स्वामी ने कहा कि अब उन्हें भगोड़ा घोषित करने की कार्रवाई शुरू होनी चाहिए। इसके साथ ही स्वामी ने चिदंबरम की संपत्तियों को भी जब्त करने की वकालत की है।
इससे पहले सुब्रमण्यन स्वामी ने ट्वीट कर कहा था कि प्रवर्तन निदेशालय ने पी. चिदंबरम के खिलाफ लुकआउट नोटिस जारी कर अच्छा फैसला लिया है। नेहरू-गांधी परिवार और कांग्रेस पर अकसर तीखे हमले करने वाले सुब्रमण्यन स्वामी ने 2018 में कार्ति चिदंबरम की गिरफ्तारी के दौरान ही कहा था कि अब पी. चिदंबरम की बारी आनी चाहिए।
बीजेपी के प्रवक्ता शाहनवाज हुसैन ने कहा कि यदि पी. चिदंबरम ने कुछ गलत किया है तो फिर उन्हें अंजाम भुगतने के लिए तैयार रहना चाहिए। जांच एजेंसियां सरकार के कहने से कुछ नहीं करतीं। उनके पास स्वतंत्र रूप से काम करने की ताकत है। बता दें कि कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी और महासचिव प्रियंका गांधी ने पी. चिदंबरम का बचाव किया है। कांग्रेस के दिग्गज नेताओं ने कहा कि उन्हें सरकार के खिलाफ बोलने की सजा दी जा रही है।
प्रियंका गांधी ने कहा कि पार्टी सच के लिए लड़ती रहेगी। हमें अंजाम की कोई परवाह नहीं है। पी. चिदंबरम को सच बोलने के लिए परेशान किया जा रहा है। प्रियंका के इस ट्वीट पर बीजेपी लीडर अमित मालवीय ने तंज कसा है। मालवीय ने कहा, प्रियंका का चिदंबरम को सपॉर्ट करना समझ आता है। उनके पास रॉबर्ट वाड्रा के समर्थन में खड़े रहने का अनुभव भी है। जो खुद कई गंभीर आर्थिक मामलों का सामना कर रहे हैं।
सुप्रीम कोर्ट में 23 अगस्त को होगी सुनवाई
गौरतलब है कि पी. चिदंबरम के वकीलों की तमाम कोशिशों के बाद भी सुप्रीम कोर्ट ने बुधवार को अग्रिम जमानत पर तत्काल सुनवाई से इनकार कर दिया। अब शीर्ष अदालत ने पूर्व वित्त मंत्री की अर्जी पर शुक्रवार को सुनवाई करने का फैसला किया है। दरअसल, दिल्ली हाई कोर्ट की ओर से अग्रिम जमानत की अर्जी खारिज किए जाने के बाद पूर्व वित्त मंत्री के वकीलों ने सुप्रीम कोर्ट का रुख किया था। पूरे दिन SC में चिदंबरम के 11 दिग्गज वकीलों की टीम डटी रही पर फौरी राहत दिलाने में नाकाम रही।