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केंद्र सरकार का बड़ा फैसला- जनवरी 2023 तक 15 वर्ष की वाले भी होंगे टीकाकरण के पात्र, राज्‍यों को लिखा पत्र

नयी दिल्‍ली: कोरोना के खिलाफ जारी जंग में सरकार ने एक बड़ा फैसला लिया है। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त सचिव और मिशन निदेशक ने राज्यों एवं केंद्र शासित प्रदेशों को पत्र लिखकर कहा है कि जनवरी 2023 तक 15 वर्ष की आयु प्राप्त करने वाले भी 15 से 18 उम्र वर्ग के तहत कोविड रोधी वैक्‍सीन लगवाने के लिए पात्र हैं। राष्ट्रीय स्वास्थ्य मिशन के अतिरिक्त सचिव ने राज्‍यों को लिखे पत्र में स्पष्ट किया है कि वर्ष 2005, 2006 और 2007 में पैदा हुए लोग 15-18 वर्ष की श्रेणी में कोविड रोधी टीकाकरण के पात्र होंगे।
स्‍वास्‍थ्‍य मंत्रालय के संयुक्त सचिव लव अग्रवाल ने बताया कि देश में अभी तक ऐसे 19 राज्य और केंद्र शासित प्रदेश हैं जहां राष्ट्रीय औसत से अधिक का टीकाकरण कवरेज किया जा चुका है। यही नहीं 16 राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों में किशोरों के टीकाकरण की कवरेज राष्ट्रीय औसत से अधिक है। देश में अब तक कोविड रोधी वैक्‍सीन की 163 करोड़ से ज्‍यादा डोज दी जा चुकी हैं। 88.98 करोड़ लोगों को पहली जबकि 69.52 करोड़ लोगों को दोनों डोज लगाई जा चुकी है।
श्री अग्रवाल ने बताया कि देश में 97.03 लाख लोगों को कोविड-19 रोधी वैक्‍सीन की प्रीकाशन डोज दी जा चुकी है। मालूम हो कि देश में कोविड-19 के खिलाफ टीकाकरण अभियान पिछले साल 16 जनवरी से शुरू हुआ था। टीकाकरण के पहले चरण में स्वास्थ्यकर्मियों को टीके की खुराकें दी गईं थी। इसके बाद दो फरवरी 2021 से अग्रिम मोर्चे के कर्मियों के लिए टीकाकरण शुरू हुआ था।
पिछले साल ही पहली मार्च से 60 वर्ष से अधिक उम्र के लोगों और 45 वर्ष से अधिक उम्र के उन लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया जिन्हें अन्य गंभीर बीमारियां थी। साल 2021 में ही एक अप्रैल से अभियान के अगले चरण में 45 वर्ष से ऊपर के सभी लोगों का टीकाकरण शुरू किया गया था। सरकार ने एक मई 2021 से 18 साल से ऊपर के सभी लोगों के टीकाकरण की अनुमति देकर अभियान का दायरा और बढ़ा दिया था। इसके बाद इस साल तीन जनवरी से 15 से 18 आयु वर्ग के किशोर-किशोरियों के लिए कोविड-19 टीकाकरण अभियान का अगला चरण शुरू किया गया। यही नहीं इसी साल 10 जनवरी से स्वास्थ्य देखभाल और अग्रिम पंक्ति के कार्यकर्ताओं को कोविड टीके की एहतियाती खुराक दी जानी शुरू की गई। इस वर्ग में मतदान वाले पांच राज्यों में तैनात मतदानकर्मी और 60 वर्ष और उससे अधिक आयु के लोगों को भी शामिल किया गया है। देश में ओमिक्रोन के संक्रमण को रोकने की कवायद के तहत एहतियाती खुराक दी जा रही है।