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चंडीगढ़: भाजपा के रविकांत शर्मा बने चंडीगढ़ के नये महापौर

चंडीगढ़: चंडीगढ़ भाजपा के रविकांत शर्मा को शहर का नया महापौर चुना गया। नगर निगम में आज हुए चुनाव में तीनों पदों महापौर, वरिष्ठ उपमहापौर व उपमहापौर के पद पर भाजपा प्रत्यशियों ने विजय हासिल की। वरिष्ठ उपमहापौर पद पर महेश इंद्र सिंह सिद्धू तथा उपमहापौर पद पर फर्मिला रानी को चुना गया।

भाजपा उम्मीदवार रविकांत शर्मा ने कांग्रेस उम्मीदवार देविंदर सिंह बबला को हराया। 27 सदस्यीय सदन में आज कुल 24 वोट पड़े। इन 24 मतों में से भाजपा के रविकांत शर्मा को 17 और कांग्रेस के देविंदर सिंह बबला को 5 मत मिले। दो मतों को रद्द किया गया क्योंकि इन पर दोनों ही नामों पर मोहर लगी थी। निगम सदन में बहुमत होते हुए भाजपा प्रत्याशियों की जीत तो सुनिश्चित थी पर उसे केवल वोट क्रास होने का भय सता रहा था। कांग्रेस के महापौर पद के प्रत्याशी दविन्दर सिंह बबला को तो अपने पांच पार्षदों के पूरे मत मिले जबकि दो वोट रद्द होने से भाजपा को 19 में से 17 वोट ही मिले। वरिष्ठ उपमहापौर व उपमहापौर पद के मतदान से पहले कांग्रेस ने चुनावों का बहिष्कार कर दिया। अतः अन्य दोनों को अपने उपस्थित पार्षदों के पूरे 19-19 मत मिले जबकि कांग्रेस प्रत्याशियों के खाते में कोई वोट नहीं गया। सांसद किरण खेर, भाजपा पार्षद हीरा नेगी कोरोना संक्रमित होने के कारण वोट डालने नहीं आ सकीं। जबकि अकाली दल के पार्षद हरदीप सिंह ने किसानों के समर्थन में चुनावों का बहिष्कार किया। मतदान शुरू होने से पहले हरदीप चाहते थे कि सदन में दो मिनट का मौन रखकर सीमा पर आंदोलन के दौरान मरने वाले किसानों को शर्दाजलि दी जाये पर पीठासीन अधिकारी ने यह कहकर इंकार कर दिया कि चुनाव प्रक्रिया शुरू हो चुकी है। अतः अब कोई और कार्रवाई नहीं हो सकती।

वोट की गोपनीयता बरकरार रहती तो जीतते कांग्रेस प्रत्याशी: छाबड़ा
महापौर चुनाव के तुरन्त बाद कांग्रेस ने वरिष्ठ उपमहापौर और उपमहापौर चुनाव का बहिष्कार करते हुए आरोप लगाया कि पीठासीन अधिकारी अजय दत्ता (मनोनीत पार्षद) आरएसएस से हैं व उन्होंने चुनाव के दौरान भाजपा पार्षदों को मत डालकर अपने मतपत्रों की तस्वीरें खींचने दीं जबकि मतदान कक्ष में फोन आदि व अन्य गैजेट लेकर जाने की मनाही थी। कांग्रेस अध्यक्ष प्रदीप छाबड़ा का कहना था कि भाजपा के साथ अधिकारी भी मिले हैं। उन्होंने दावा किया कि अगर वोट की गोपनीयता बरकरार रहती तो आज महापौर पद पर कांग्रेस के प्रत्याशी होते। उन्होंने कहा कि कांग्रेस अब इसके विरुद्ध सड़कों पर उतरेगी। भाजपा अध्यक्ष अरुण सूद ने कांग्रेस के आरोपों के जवाब में कहा कि खिसियानी बिल्ली खम्बा नोचे। उनका कहना था कि बहुमत के बिना वह जीत का दावा कैसे कर सकते हैं।