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देश के टॉप बिजनेसमैन मुकेश अंबानी बने ‘दादा’ पोते की पहली तस्‍वीर आई सामने, गोद में उठा दिखे बेहद खुश

मुंबई: देश के टॉप बिजनेसमैन मुकेश अंबानी दादा बन गए हैं। उनके बड़े बेटे आकाश की पत्‍नी श्‍लोका ने गुरुवार सुबह 11:00 बजे पुत्र को जन्‍म दिया है। इस बीच अंबानी के घर आए ‘नन्हे मेहमान’ की पहली तस्वीर भी सामने आ गई है। इसमें मुकेश अंबानी अपने पोते को गोद में खेलाते नज़र आ रहे हैं। अंबानी परिवार के प्रवक्ता ने मुकेश अंबानी के घर आई इस खुशी की जानकारी दी।
बता दें कि आकाश और श्‍लोका का विवाह 9 मार्च 2019 को हुआ था। उनके विवाह पर हुए जश्‍न की देश और विदेश हर जगह खूब चर्चा हुई थी। नीता और मुकेश अंबानी पहली बार दादा-दादी बनकर बेहद खुश हैं। मिली जानकारी के अनुसार, श्‍लोका ने मुंबई में ही बेटे को जन्‍म दिया है, मां और बेटा पूरी तरह से स्‍वस्‍थ हैं।
बीत वर्ष जब मुकेश अंबानी की कंपनी, रिलायंस ने लगभग करीब 620 करोड़ रुपए में ब्रिटेन के टॉय ब्रांड हेमली का अधिग्रहण किया था तो लोगों ने इसे लेकर सोशल मीडिया पर कमेंट करते हुए कहा था कि मुकेश अंबानी अपने आने वाले पोते के लिए खिलौने एकत्रित कर रहे हैं।

आकाश और श्‍लोका बीच बचपन से थी गहरी दोस्‍ती
आकाश और श्‍लोका स्‍कूल से ही दोस्‍त रहे हैं। उनकी दोस्‍ती चार साल की उम्र में हुई थी। दोनों एक साथ धीरुभाई अंबानी इंटरनेशनल स्‍कूल में पढ़ते थे। इसके बाद श्लोका ने 2009 में न्यू जर्सी के प्रिंसटन यूनिवर्सिटी से आगे की पढ़ाई की। लंदन स्‍कूल ऑफ इकोनो‍मिक्‍स एंड पॉलिटिकल साइंस से श्‍लोका ने लॉ में मास्‍टर्स की डिग्री हासिल की है। अरबपति परिवार की बहू होने और एक लग्जरी लाइफ स्टाइल में रहने वाली श्‍लोका जमीन से जुड़ी हैं। वह अपने एनजीओ के जरिए वे बेसहारा और गरीब लोगों की हर संभव सहायता करती हैं। एनजीओ और बिजनेस में व्‍यस्‍त रहने पर भी वह फुर्सत के क्षणों में आउटिंग पर जाना पसंद करती हैं। आकाश अंबानी की तरह श्‍लोका को कीमती गाड़ियों में घूमने का शौक है। श्लोका के पास अपनी बेंटले कार है जिसकी कीमत 4 करोड़ है।

हीरा कारोबारी की पुत्री हैं श्लोका
आकाश की पत्‍नी श्लोका मेहता देश के दिग्गज हीरा कारोबारी रशेल मेहता की पुत्री हैं। एक बिजनेस वूमेन होने के साथ ही आकाश की पत्‍नी श्‍लोका सोशल वर्कर भी है। श्‍लोका कनेक्‍ट फॉर नाम से एक एनजीओ का संचालन भी करती है इसे उन्‍होंने 2015 में शुरु किया था। इस एनजीओ में जरूरतमंद लोगों को भोजन, शिक्षा और रहने के लिए जगह दी जाती है।