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नवविवाहिता को आत्महत्या के लिए विवश करने वाले 5 आरोपी गिरफ्तार

मिरा रोड: दहेज के लिए एक नवविवाहिता को प्रताड़ित कर उसे आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले ससुरालियों को काशीमीरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है।
मिली जानकारी के मुताबिक, नवविवाहिता अस्मिता मिश्र को आत्महत्या के लिए मजबूर करने वाले ससुराल पक्ष के पांच लोगों को काशीमीरा पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन 4 दिन बीत जाने के बावजूद अभी भी मुख्य आरोपी पुलिस की गिरफ्त से दूर है। पुलिस अब तक उसे पकड़ नहीं पाई है। भारी दबाव के चलते 2 दिन बाद आरोपियों के खिलाफ मामला दर्ज करने वाली मिरा रोड पुलिस की भी संदिग्ध भूमिका पर सवाल उठाए जा रहे हैं?
समाजसेवी एवं मृतका के पिता डॉ अमर मिश्र द्वारा काशीमीरा पुलिस थाने में दर्ज शिकायत के अनुसार, अस्मिता की शादी 12 नवंबर 21 को हुई थी। लेकिन गौना मई माह में हुआ था। डॉ अमर मिश्र ने 35 लाख नगद एवं गहने दिए थे। शुरू में अभय और अस्मिता के बीच सब कुछ ठीक चल रहा था। लेकिन धीरे-धीरे दोनों में पैसों को लेकर विवाद शुरू हो गया। अभय कोई काम नहीं करता था। दिनभर घर में ही रहता था। अस्मिता किसी कम्पनी में जॉब करती थी। इसलिए घर का पूरा खर्च इसी के ऊपर आ गया। बढ़ता खर्च और आय कम दोनों के बीच के विवाद का कारण बनता गया। इसी दौरान अभय मायके से पैसा लाने के लिए अस्मिता पर दबाव बनाने लगा। विवाद को शांत करने के लिए डॉ अमर मिश्र कई बार पैसे दिए। इससे ससुराल वालों की पैसे की हवस बढ़ती गयी। इसी दौरान अभय ने मकान खरीदने के लिए मायके से पैसा लाने के लिए अस्मिता पर दबाव डाला। अस्मिता ने इस बार उसकी मांग को सिरे से खारिज कर दिया। इससे गुस्साए अभय ने अस्मिता से मारपीट की। इसके बाद अभय उसे प्रताड़ित करने लगा। इसके बाद 24 फरवरी को अस्मिता की संदिग्ध अवस्था में मौत हो गयी।

ससुराल वालों ने इस घटना को फांसी का रूप देने की कोशिश की, लेकिन वे अपनी चाल में ही फंस गए। यदि फांसी लगाने की घटना होती है तो सर्वप्रथम पुलिस को सूचित किया जाता है। लेकिन इन्होंने पुलिस और मायके वालों को सूचित किये बिना अस्मिता को मीरा रोड के वॉकहार्ट अस्पताल में भर्ती करा दिया। जहां युवती को डॉक्टरों ने मृत घोषित कर दिया। मृतका के पिता ने आरोप लगाया है कि पुलिस मामले की लीपा पोती में जुटी रही। उन्होंने कहा कि पुलिस पीड़ित पक्ष की बजाय आरोपियों की मदद करने लगी। 3 दिन के बाद भी पुलिस ने एफआरआई दर्ज नहीं किया। इसके बाद वकील, पत्रकार, एवं समाज के प्रबुद्ध लोगों द्वारा काशीमीरा पुलिस थाने पर मोर्चा निकाला गया। अब बढ़ती भीड़ और गरमाते माहौल को देख पुलिस के हाथ-पांव फूलने लगे। पुलिस आयुक्त के निर्देश के बाद आनन-फानन में मिरा रोड पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया। पुलिस ने पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। लेकिन मुख्य आरोपी अभय मिश्र अभी भी फरार चल रहा है। उसे पुलिस जल्द गिरफ्तार करे ऐसी मांग पुलिस आयुक्त मधुकर पांडेय से की जा रही है। अब देखना यह होगा कि काशीमीरा पुलिस मुख्य आरोपी अभय को कब गिरफ्तार करती है और पीड़िता के परिजनों को न्याय मिलता है या नहीं?