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नोटबंदी की पांचवीं बरसी पर अखिलेश यादव ने मनाया ‘खजांची’ का 5वां जन्मदिन, दिया ये उपहार…

लखनऊ: समाजवादी पार्टी (सपा) के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मंगलवार को ‘समाजवादी इत्र’ लॉन्च किया। परफ्यूम की बोतल और बॉक्स लाल और हरे रंग में है, जबकि डिब्बे पर अखिलेश यादव की तस्वीर छपी है। इस इत्र को कन्नौज से सपा एमएलसी पम्मी जैन ने तैयार किया है। उनका कहना है कि परफ्यूम 2022 में नफरत को खत्म कर देगा। उन्होंने बताया कि इस इत्र को तैयार करने में 2 वैज्ञानिकों ने चार महीने का समय लिया। इसकी खास बात ये है कि कश्मीर से कन्याकुमारी तक इस इत्र में 22 प्राकृतिक इत्र का उपयोग किया गया है।

यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ‘नोटबंदी’ के दिन पैदा हुए ‘खंजाची’ बच्चे का पांचवा जन्मदिन सपा पार्टी मुख्यालय में मंगलवार को मनाया। पार्टी के प्रदेश दफ्तर में आयोजित इस कार्यक्रम में अखिलेश ने ‘खंजाची’ का मुंह मीठा कराया और शगुन के तौर पर एक लिफाफा, इत्र की एक बोतल और साइकिल भी भेंट की। बाद में पार्टी के अन्य नेताओं एवं कार्यकर्ताओं ने बच्चे को नोट एवं अन्य उपहार भेंट किये। इस मौके पर बच्चे की मां भी मौजूद थी।

अखिलेश यादव ने इसके बाद संवाददाताओं को संबोधित करते हुए कहा कि ‘भाजपा ट्रिपल इंजन सरकार’ न्याय की जीत नहीं होने देगी। लखीमपुर खीरी मामले और कई मामले पर सोमवार को सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बारे में अखिलेश ने कहा, आज सुप्रीम कोर्ट ने मामले पर यूपी सरकार से भी सवाल किया और कठोर टिप्पणियां कीं। सुप्रीम कोर्ट कह रहा है कि दोषियों को बचाने के प्रयास किए जा रहे थे। सपा शुरू से ही कह रही थी कि जब तक भाजपा सत्ता में है, लखीमपुर खीरी मामले में न्याय भूल जाओ।
उन्होंने कहा कि एसआईटी राज्य सरकार की है, एसआईटी वही करेगी जो राज्य सरकार उसे करने के लिए कहेगी। उन्होंने कहा कि इसलिए मैं कहता हूं, बाईस में बदलाव होगा और न्याय होगा। यूपी में कानून व्यवस्था के बारे में बात करते हुए, पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने कहा कि देखो फतेहगढ़ जेल में क्या हुआ? कैदियों ने जेलरों और अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों को पीटा!

बता दें कि पांच साल पहले आज के ही दिन यानी 8 नवंबर, 2016 को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ‘नोटबंदी’ का ऐलान किया था। तब उन्होंने रात को 8 बजे देश को संबोधित करते हुए अचानक ही 500 और 1000 रुपये के नोटों को प्रचलन से बाहर करने का फैसला लिया था।
वर्ष 2016 में नरेन्द्र मोदी सरकार द्वारा की गयी नोटबंदी के दौरान 2 दिसंबर को कानपुर देहात के रसूलाबाद क्षेत्र में एक बैंक में नोट बदलवाने के लिए लाइन में लगी एक महिला ने बच्चे को जन्म दिया था जिसका नाम अखिलेश यादव ने ‘खंजाची’ रखा था। तब से हर साल अखिलेश इस बच्चे का जन्मदिन मनाते रहे हैं। नोटबंदी की पहली बरसी के बाद से ही अखिलेश और सपा साल में दो बार ‘खजांची’ का जन्मदिन मनाते हैं। खजांची को अक्सर ‘डिमोनेटाइजेशन बेबी’ के रूप में जाना जाता है।

नोटबंदी पर बीजेपी पर हमला बोलते हुए अखिलेश यादव ने कहा कि बीजेपी को खजांची का जन्मदिन मनाना चाहिए। नोटबंदी लोगों को अर्थव्यवस्था और व्यवसायों को बर्बाद करने के लिए उनका उपहार था। बीजेपी नोटबंदी से होने वाले लाभों को नहीं बता रही है। काला धन समाप्त नहीं हुआ, भ्रष्टाचार बढ़ा। उन्होंने विमुद्रीकरण को कहा कि मास्टरस्ट्रोक जो ब्रेन स्ट्रोक निकला। अखिलेश ने कहा कि जिस तरह से नोटबंदी और जीएसटी को लागू किया गया। व्यापारियों और व्यवसायों को बर्बाद कर दिया गया। अखिलेश ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में एक खाली सिलेंडर भी दिखाया और कहा कि यह खाली है और हमने इसे रिफिल नहीं करवाया। क्योंकि इससे सिलेंडर की ऊंची कीमत उजागर होगी।

नोटबंदी की 5वीं बरसी पर अखिलेश ने ट्वीट कर कहा कि भाजपा उनका ख़ुलासा करे जो काला धन लेकर विदेश फ़रार हो गये या वहाँ जा बसे। न काला धन रुका, न भ्रष्टाचार, न आतंकवाद। नोटबंदी से अर्थव्यवस्था व आय बढ़ने का भाजपाई दावा अगर सच होता तो आयकर संग्रहण बढ़ता, पर बढ़ा काला धन।
ज़रूरत नोटबंदी की नहीं खोटबंदी की है।