ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

परमबीर सिंह बने मुंबई के नए सीपी, संभाली कमान

मुंबई: १९८८ बैच के आईपीएस अधिकारी परमबीर सिंह को मुंबई का नया पुलिस आयुक्त नियुक्त किया गया है। मुंबई के मौजूदा पुलिस आयुक्त संजय बर्वे का कार्यकाल २९ फरवरी को समाप्त हो गया।
परमबीर सिंह १९८८ बैच के आईपीएस अधिकारी हैं। परमबीर सिंह इससे पहले एसीबी महानिदेशक के पद पर थे।
परमबीर सिंह अपने 32 साल के सेवा के दौरान महाराष्ट्र व मुंबई में कई जोन के डीसीपी भी रह चुके हैं। परमवीर सिंह कई अहम मामलों की जांच से जुड़े रहे हैं। इनका नाम उस वक्त चर्चा में आया था जब दाउद के भाई इकबाल कासकर को पकड़ा गया था। कासकर की गिरफ्तारी के सयम वह ठाणे के पुलिस आयुक्त थे। इसके अलावा परमबीर सिंह ने डॉन अरुण गवली की दगड़ी चॉल में भी कई ऑपरेशन किए थे।
1993 के सीरियल बम ब्लास्ट के एक आरोपी को भी इन्होंने पकड़ा था।ठाणे पुलिस कमिश्नर रहने के दौरान इन्होंने ड्रग्स रैकिट केस में बॉलिवुड ऐक्ट्रेस ममता कुलकर्णी को आरोपी बनाया। ममता के पति विकी गोस्वामी भी इस केस में शामिल हैं। ड्रग्स रैकिट के केस में चंडीगढ़ के डीआईजी शाजी मोहन को भी गिरफ्तार किया था।
ठाणे जिले से चलने वाले फर्जी कॉल सेंटर रैकेट का खुलासा भी परमबीर सिंह के नेतृत्व में हुआ। यह रैकेट अमिरिकी नागरिकों को चूना लगाता था। इस दौरान दाउद के भाई इकबाल कासकर को ठाणे पुलिस ने गिरफ्तार किया था। इसके अलावा नवी मुंबई में दंगाइयों से निपटने के लिए परमबीर सिंह खुद दंगा प्रभवित इलाके में उतर गए थे और दंगे को कंट्रोल किया था।
पुणे में नक्सली समर्थकों के नेटवर्क का खुलासा भी परमवीर सिंह ने किया था। परमबीर सिंह को अंडरवर्ल्ड के नेटवर्क की गहरी जानकारी है। अंडरवर्ड की कमर तोड़ने वाले बेहद सरल एवं ईमानदार आईपीएस परमबीर सिंह मालेगांव ब्लास्ट की जांच को लेकर चर्चा में आए थे। मालेगांव ब्लास्ट की साजिश के आरोप में साध्वी प्रज्ञा ठाकुर को एटीएस ने गिरफ्तार किया था। भले ही हेमंत करकरे उस वक्त एटीएस चीफ थे, लेकिन बतौर डीआईजी एटीएस परमबीर सिंह के पास ही जांच की जिम्मेदारी थे। इन्हीं के दिशा-निर्देशन में जांच आगे बढ़ी।
परमबीर सिंह जहां महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे के करीबी हैं, वहीं एंटी करप्शन ब्यूरो के प्रमुख रहते हुए महाराष्ट्र में ७० हजार करोड़ के सिंचाई घोटाले के आरोपी महाराष्ट्र के उपमुख्यमंत्री अजीत पवार को पहली क्लीन चिट दी थी। परमबीर सिंह और उनकी टीम ने कई बड़े-बड़े अपराधों का पर्दाफाश किया। अपने करियर में परमबीर सिंह ने अंडरवर्ल्ड से जुड़े कई बड़े ऑपरेशन किए।