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पुणे के वैकुंठ श्मशान में हुआ दिग्गज अभिनेता विक्रम गोखले का अंतिम संस्कार

पुणे/मुंबई: बॉलीवुड और टीवी के दिग्गज अभिनेता विक्रम गोखले का 77 वर्ष की आयु में निधन हो गया। लंबी बीमारी के बाद शनिवार को उन्होंने पुणे के दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में अंतिम सांस ली। वो पिछले 18 दिनों से हॉस्पिटलाइज थे। उनकी हालत बुधवार से ही नाजुक बनी हुई थी और वे वेंटिलेटर सपोर्ट पर थे।
इस दौरान उनकी मौत की अफवाह भी उड़ी, जिसका परिवार ने खंडन किया था। उनका पार्थिव शरीर पुणे के बाल गंधर्व रंगमंदिर में रखा गया था, जिसके बाद शाम करीब 6 बजे पुणे के वैकुंठ श्मशान घाट में उनका अंतिम संस्कार हुआ। यहां परिवार के अलावा कुछ करीबी लोग भी मौजूद थे। पति विक्रम गोखले के जाने के बाद उनकी पत्नी वृशाली बुरी तरह टूट गईं। वह कभी पति के पार्थिव शरीर को नम आंखों से निहारती तो कभी ताबूत को पकड़कर रोने लगतीं। इस दौरान उनकी बेटी नेहा भी बेहद इमोशनल नजर आईं।

महाराष्ट्र के कैबिनेट मंत्री चंद्रकांत दादा पाटिल अंतिम संस्कार में शामिल हुए। वहीं थिएटर आर्टिस्ट सतीश अलेकर, एक्टर राहुल सोलापुरकर, पूजा पवार, सुबोध भावे, मुक्ता बर्वे, किशोर कदम, मेघराज राजे भोसले, और परिवार के करीबी मेंबर समेत कई अन्य लोग अंतिम संस्कार में मौजूद रहे।

100 से अधिक हिंदी-मराठी फिल्मों, दर्जनों टीवी धरावाहिकों में अपनी अदाकारी का जलवा बिखेरने वाले विक्रम ने भूल-भुलैया जैसी कॉमेडी फिल्म के जरिये गुदगुदाया, अनुमति के किरदार से रुलाया तो अग्निपथ में कमिश्नर गायतोंडे बनकर दर्शकों को थर्राया। चार नवंबर, 1945 को पुणे में जन्मे गोखले उस खानदान से ताल्लुक रखते हैं, जो तीन पीढ़ियों से भारतीय सिनेमा को अपने कला-कौशल से सींच रहा है। उनके पिता चंद्रकांत गोखले मशहूर रंगकर्मी थे। दादी कमलाबाई गोखले देश की पहली महिला बाल कलाकार रहीं। कमलाबाई की मां दुर्गाबाई कामत देश की पहली महिला अभिनेत्री थीं। कुछ दिन पहले विक्रम के निधन की अफवाह उड़ी थी। हालांकि, उनकी बेटी ने उन खबरों का खंडन किया था। विक्रम गोखले मराठी थिएटर, हिंदी सिनेमा और टेलीविजन में काफी एक्टिव थे। टेलीविज़न में उन्होंने घर आजा परदेसी, अल्पविराम, जाना ना दिल से दूर, संजीवनी, इंद्रधनुष, उड़ान जैसे पॉप्युलर शो में काम किया है। वो फिल्म एक्टर चंद्रकांत गोखले के बेटे थे। विक्रम गोखले की दादी कमलाबाई गोखले इंडियन सिनेमा की पहली फीमेल चाइल्ड आर्टिस्ट थीं।

अमिताभ के साथ की थी पहली हिंदी फिल्म
विक्रम गोखले ने अपने बॉलीवुड में अपने सिने करियर की शुरुआत 1971 में रिलीज हुई अमिताभ बच्चन की फिल्म ‘परवाना’ से की थी। फिल्म सेट के अलावा रियल लाइफ में भी दोनों एक्टर अच्छी बाॅन्डिंग शेयर करते थे। जहां विक्रम गोखले के बुरे समय में अमिताभ उनका सहारा बने थे वहीं विक्रम ने भी ये इंटरव्यू में बताया था कि लोगों ने अमिताभ बच्चन की सफलता देखी लेकिन मैंने उनका स्ट्रगल देखा है।

विक्रम को अमिताभ बच्चन ने दिलवाया था घर
करियर के शुरुआती दिनों में विक्रम गोखले को मुंबई में काफी संघर्ष करना पड़ा था। उनके पास रहने के लिए न कोई घर था न ही किसी का आसरा। उनकी इस समस्या की जानकारी अमिताभ बच्चन को हुई थी, तो उन्होंने तत्कालीन मुख्यमंत्री मनोहर जोशी को विक्रम गोखले के आवास के लिए चिट्ठी लिखी थी। उनकी इसी चिट्ठी के आधार पर विक्रम गोखले को मुंबई में सरकारी आवास मिला था। अमिताभ बच्चन का ये एहसान वो कभी नहीं भूले थे। विक्रम जब भी मीडिया से अपने संघर्ष के दिनों के बारे में बात करते, तो इस घटना का जिक्र जरूर करते।

ऐश्वर्या राय के पिता के रोल में नजर आए थे
विक्रम गोखले संजय लीला भंसाली की फिल्म ‘हम दिल दे चुके सनम’ में ऐश्वर्या के पिता के रोल में नजर आए थे। इसके अलावा वो भूल भुलैया’, ‘दिल से’, ‘अग्निपथ’ दे दना दन’, ‘हिचकी’, ‘निकम्मा’, ‘और ‘मिशन मंगल’ जैसी फिल्मों का भी हिस्सा थे।
मराठी फिल्म अनुमति के लिए 2013 में श्रेष्ठ अभिनेता का राष्ट्रीय फिल्म पुरस्कार मिला।
2012 में प्रतिष्ठित संगीत नाटक अकादमी अवार्ड से भी सम्मानित किया गया था।
1999 में संजय लीला भंसाली की हम दिल दे चुके सनम में ऐश्वर्या राय के पिता का किरदार निभाया।