ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरराजनीतिशहर और राज्य

पूर्व CM फडणवीस बोले- हिंदुत्व भूल गई है उद्धव की पार्टी, गुपकार का समर्थन करने वालों का दे रही साथ!

मुंबई: महाराष्ट्र के पूर्व मुख्यमंत्री व विधानसभा में विपक्ष के नेता देवेंद्र फडणवीस ने शिवसेना पर निशाना साधा है. उनका कहना है कि शिवसेना हिंदुत्व का रास्ता छोड़ चुकी है. उन्होंने कहा कि बीजेपी अभी भी हिंदुत्व के एजेंडे पर कायम है.
शिवसेना पर निशाना साधते हुए उन्होंने कहा कि उद्धव की पार्टी उनके सहयोगी दलों द्वारा सावरकर को लेकर की गई टिप्पणियां कैसे भूल सकती हैं? शिवसेना कांग्रेस के साथ है जो गुपकार बातचीत का समर्थन कर रही है. ये लोग जम्मू कश्मीर में चीन की मदद से फिर से अुच्छेद 370 लागू कराना चाहते हैं.
बता दें कि पूर्व सीएम फडणवीस, शिवसेना पर लगातार हमले कर रहे हैं. हाल ही में जब केंद्रीय मंत्री रावसाहेब दानवे पाटिल ने दावा किया था कि राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार जल्द बन सकती है. तब भी उन्होंने अघाड़ी सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा था कि जब राज्य में महाराष्ट्र विकास अघाड़ी की सरकार गिर जाएगी, उसके बाद सही समय पर शपथ ग्रहण समारोह होगा. इस बार सुबह के वक्त शपथ नहीं ली जाएगी, लेकिन ऐसे वाकयों को याद नहीं किया जाना चाहिए.

कंगना मामले में हुआ ताकत का गलत इस्तेमाल: फडणवीस
इससे पहले अभिनेत्री कंगना रनौत के मामले में आए बॉम्बे हाईकोर्ट के फैसले को लेकर भी फडणवीस ने महाराष्ट्र सरकार पर निशाना साधा था. उन्होंने कहा कि कोर्ट के आदेश से यह साफ होता है कि कैसे सरकार ने ताकत का गलत इस्तेमाल किया. अगर आप सरकार के खिलाफ सोशल मीडिया पर गलत बोलेंगे तो आपको गिरफ्तार कर लिया जाएगा. महाराष्ट्र में यही स्थिति है.
उन्होंने कहा, शुक्रवार को सुप्रीम कोर्ट (अर्नब गोस्वामी के मामले में) और हाईकोर्ट के फैसलों के साफ होता है कि सरकार कैसे काम कर रही है. एक साल बाद मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने शिवसेना के मुखपत्र सामना को इंटरव्यू दिया. इस पूरे इंटरव्यू में कोई विजन नहीं दिखाई दिया.
दुर्भाग्यवश सीएम ठाकरे का पूरा इंटरव्यू सिर्फ आरोपों से भरा था. मैंने ऐसा मुख्यमंत्री नहीं देखा, जो सिर्फ लोगों को डराता है. ऐसे लोग मुख्यमंत्री नहीं हो सकते जो सिर्फ लोगों को डराते हैं. यह हमने दशहरा रैली के दौरान भी देखा है. फडणवीस ने निशाना साधते हुए कहा कि वह मुख्यमंत्री का इंटरव्यू नहीं था, बल्कि किसी की निजी भावनाएं बाहर आ रही थीं.

महाराष्ट्र में कोरोना के सबसे ज्यादा मामले
पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि भारत में सबसे ज्यादा मामले और मौतें महाराष्ट्र में हुई हैं और वे कहते हैं कि उन्होंने कोरोना पर लगाम लगा दी है. हम कभी नहीं भूल सकते कि कैसे लोग सड़कों पर मरे, एक ही बेड पर कई लोग पड़े थे और शव तक इधर-उधर हो गए. उन्होंने टेस्टिंग कम कर दी है. वे कोरोना वायरस पर लगाम लगाने में नाकामयाब रहे.

किसानों से हुए वादों का क्या हुआ?
फडणवीस ने कहा, किसानों से हुए वादों का क्या हुआ? आपने इतने सारे वादे किए, पूरा एक भी नहीं किया. मैं महाराष्ट्र के अलग-अलग क्षेत्रों में जाकर किसानों से मिला, किसी को भी राहत नहीं मिली. वहीं मराठा रिजर्वेशन मामले पर उन्होंने कहा कि इसके लिए हमने ओबीसी कम्युनिटी का विचार बनाया था. मराठा रिजर्वेशन से ओबीसी कम्युनिटी पर कोई असर नहीं पड़ेगा.

नहीं जानती थी कंगना रनौत कौन हैं?
वहीँ बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत के दफ्तर पर बीएमसी की कार्रवाई के मामले में हाईकोर्ट के फैसले के बाद मुंबई की महापौर किशोरी पेडनेकर ने कहा कि वह इस विवाद से पहले जानती ही नहीं थी कि कंगना रनौत कौन हैं! महापौर ने कहा कि कंगना के बारे में उन्होंने कभी कुछ सुना ही नहीं था.
आगे उन्होंने कहा कि हम इस फैसले को विस्तार से देखेंगे और लीगल टीम आगे की कार्रवाई करेगी. हमारे मन में बदले की भावना नहीं है ना ही इससे प्रेरित होकर आगे कोई कार्रवाई की जाएगी.
पेडनेकर ने आगे कहा, हाईकोर्ट के फैसले के बाद विपक्ष जो चाहे कह सकता है लेकिन कानूनी कार्रवाई का प्रोटोकॉल होता है. इस विवाद से पहले तो मैं जानती ही नहीं थी कि कंगना रनौत कौन हैं.