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प्रयागराज मर्डर केस: मां-बेटी का भी हुआ अंतिम संस्कार!

प्रयागराज: यूपी के प्रयागराज जिले में थरवई थाना क्षेत्र के खैवजपुर गांव में एक ही परिवार में पांच लोगों की हत्या के मामले में शनिवार देर रात तक हुई कशमकश के बाद आखिरकार मां-बेटी की अंत्येष्टि भी फाफामऊ घाट पर कर दी गई। इससे पहले परिवार के मुखिया उसकी पत्नी और दिव्यांग बेटी के शव की अंत्येष्टि बेटे ने की। घटना के बाद गांव में मातम का माहौल था, इस गमगीन माहौल में हर किसी की आंखें नम थीं। मौके पर पुलिस फोर्स भी मौजूद रही।

मासूम का शव साथ ले जाने की जिद, पुलिस के समझाने पर माने
अंत्येष्टि स्‍थल पर ही बहू के मायके वालों ने यह कहते हुए गतिरोध पैदा कर दिया कि वह बहू व उसकी दो वर्षीय बेटी की लाश को गांव ले जाएंगे। उसके बाद ही अंतिम क्रिया की जाएगी। पुलिस वालों को तनावपूर्ण माहौल में स्थिति खराब होने की आशंका थी। इसके चलते वह लगातार घाट पर ही अंतिम संस्कार कराने का प्रयास करते रहे। हालांकि, काफी समझाने-बुझाने के बाद जब मायके पक्ष वाले राजी हो गए और उनके घरवाले आ गए तब जाकर अंतिम संस्कार का कार्यकम सम्पन्न हो पाया।

गांव में पुलिस तैनात
उधर, घटना के बाद गांव में मातम का माहौल है। एहतियातन गांव में पुलिस फोर्स तैनात की गई है। पुलिस और क्राइम ब्रांच की टीम लगातार कातिलों की तलाश अलग-अलग स्थान पर छापेमारी कर रही है। गांव से भी कुछ लोगों को पूछताछ के लिए उठाया गया है। एसटीएफ घटनास्थल के आसपास मौजूद रहे मोबाइल नंबर की सीडीआर खंगाल रही है।

थरवई थाने में महेश मिश्र की पोस्टिंग, थानेदार योगेश अतरसुइया भेजे गए
थाना थरवई में महेश मिश्रा की पोस्टिंग की गई है। घटना से दो दिन पहले यहां तैनात रहे थानेदार योगेश को अतरसुइया भेज दिया गया था, जिसके चलते थानाध्यक्ष का पद खाली था। फिर घटना के बाद देर रात थानाध्यक्ष मांडा महेश मिश्र को थाने का चार्ज दिया गया है।

परिवार के 5 लोगों की हत्या से फैली सनसनी
प्रयागराज में दिल दहला देने वाली वारदात हुई है। यहां एक परिवार के 5 लोगों की नृशंस हत्या कर दी गई। मृतकों में पति-पत्नी, उनकी बेटी, गर्भवती बहू और एक 2 साल की पोती है। वहीं, अपनी मां के पास सो रही 5 साल की बच्ची खटिया के नीचे छिप गई थी। शायद अंधेरा होने की वजह से हत्यारे उसे देख नहीं सके। जिससे वह बच गई
हत्यारों ने वारदात को अंजाम देने के बाद घर के एक कमरे में आग लगा दी थी। भोर में लोगों ने घर से धुआं निकलता देखा तो मौके पर पहुंचे। जिसके बाद घटना की जानकारी हुई। मृतकों में राम कुमार यादव (55), उसकी पत्नी कुसुम देवी (52), बेटी मनीषा (25), बहू सविता (27) और पौत्री मीनाक्षी (2) शामिल हैं।
जबकि एक अन्य पौत्री साक्षी (5) जिंदा मिली है। हत्या किसने और क्यों की इस बारे में फिलहाल, कुछ पता नहीं चल सका है। वारदात शहर मुख्यालय से 40 किमी. दूर थरवई थाना क्षेत्र के खेवराजपुर गांव की है।
इस वीभत्स हत्याकांड से प्रदेश की कानून-व्यवस्था पर सवाल खड़े हो गए। योगी सरकार ने मामले को गंभीरता से लेते हुए लखनऊ एसटीएफ को इस पूरे मामले की जांच सौंप दी है। लखनऊ STF प्रयागराज के लिए रवाना हो गई है।

प्रयागराज में महिला व तीन बेटियों की गला रेतकर हत्या, पति फंदे पर लटका मिला!
इससे पहले प्रयागराज के नवाबगंज के खागलपुर गांव में 16 अप्रैल को प्रीति तिवारी (38) व उसकी तीन बेटियों माही(12), पीहू(8) और कुहू(3) की गला रेतकर हत्या कर दी गई थी, जबकि पति राहुल तिवारी 42) फंदे पर लटका मिला था। सभी के शव घर के भीतर पड़े मिले थे। मौके पर एक सुसाइड नोट भी मिला था, जिसमें ससुरालवालों को घटना का जिम्मेदार बताया गया। पुलिस तहरीर के आधार पर चार लोगों पर हत्या का मुकदमा दर्ज किया था।
राहुल मूल रूप से कौशाम्बी के भदवा गांव का रहने वाला था। वह करीब ढाई महीने से खागलपुर में किराये के मकान में पत्नी व बेटियों संग रह रहा था। 16 अप्रैल को सुबह बहुत देर तक परिवारवालों के न दिखाई देने पर पड़ोसी बुलाने पहुंचे तो आंगन में राहुल को फंदे पर लटका देखा।
शोरगुल पर गांववाले जुटे और भीतर जाकर देखा तो कमरे में प्रीति व तीनों बेटियों के रक्तरंजित शव पड़े थे। जांच पड़ताल में पता चला कि प्रीति व तीनों मासूमों को गला रेतकर मारा गया था।

दो पन्नों के सुसाइड नोट में 11 नाम
जांच पड़ताल के दौरान पुलिस को घर से ही दो पन्नों का एक सुसाइड नोट मिला। इसमें ससुरालपक्ष के कुल 11 लोगों के नाम लिखे थे, जिन पर प्रताड़ित करने का आरोप लगाया गया था। यह भी लिखा है कि इन लोगों की प्रताड़ना से मजबूर होकर ही यह कदम उठा रहा हूं।