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बांद्रा की घटना पर सीएम उद्धव ठाकरे बोले- ‘लॉकडाउन मतलब लॉकअप नहीं’ आप चिंता ना करें हम ध्यान रखेंगे

मुंबई: कोरोना के खतरे के कारण देशभर में लॉकडाउन लागू है। इस बीच मुंबई के बांद्रा में हजारों लोग एक साथ सड़क पर उतर आए। इतने सारे लोगों के सड़क पर आने से कोरोना के फैलने का खतरा बढ़ गया है।

जानकारी के मुताबिक, ये लोग खाने की समस्या बता रहे हैं और घर भेजने की मांग कर रहे हैं। कोरोना से बुरी तरह प्रभावित मुंबई में इस कदर भीड़ का उमड़ना काफी डराने वाला है। कोरोना महामारी के बीच महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने प्रदेशवासियों को संबोधित किया। उन्होंने बांद्रा की घटना को लेकर कहा कि हमें आपको लॉक करके रखने में खुशी नहीं हो रही। आपको चिंता करने की कोई जरूरत नहीं है हम आपका ध्यान रखेंगे। बांद्रा स्टेशन पर जो हुआ उसकी बात हर जगह हो रही है। लॉकडाउन का मतलब लॉकअप नहीं है आपको चिंता करने की जरूरत नहीं है। आप अपने ही देश में हैं। भारतीय है डरने की जरूरत नहीं है। जिस दिन लॉकडाउन खुलेगा केंद्र और राज्य सरकार आपकी व्यवस्था करेगी।
उन्होंने बांद्रा स्टेशन की घटना का जिक्र करते हुए कहा कि इस घटना को दूसरा रंग देने की कोशिश नहीं करनी चाहिए। गरीब मजदूरों की भावनाओं से खेलकर किसी ने अगर कानून व्यवस्था बिगाड़ने का काम किया तो बर्दाश्त नहीं किया जाए। ट्रेन चलने की अफवाह से लोग वहां जुटे थे। इस संकट से सभी वरिष्ठ नेता राजनीतिक मतभेद भुलाकर लड़ रहे हैं। वायरस जात-पात धर्म को नहीं देखता है। हमको एकजुट होकर आगे बढ़ना होगा।
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात आठ बजे अपने संबोधन में कहा कि कोरोना के खिलाफ हमारी लड़ाई जारी है। महाराष्ट्र सबसे ज्यादा कोरोना टेस्ट कर रहा है। मुंबई में 22 हजार सैंपल टेस्ट किए गए हैं और आज सुबह तक 2334 पॉजिटिव केस आए थे, जिसमें से लगभग 10 प्रतिशत लोग ठीक हो गए हैं। उन्होंने कहा कि मैं प्रधानमंत्री को धन्यवाद देता हूं कि जब उनके साथ वीडियो कॉन्फ्रेंस हुई तो महाराष्ट्र के सीएम को सबसे पहले बोलने का मौका दिया। हमने लॉकडाउन को लेकर कहा और प्रधानमंत्री ने आज लॉकडाउन 3 मई तक बढ़ाने का ऐलान किया।

मनसे प्रमुख राज ठाकरे के भी करीबी हैं दुबे
ये वही विनय दुबे हैं जो उत्तर भारतीयों की समस्याएं सोशल मीडिया के माध्यम से उठाते रहते हैं। इन्होने कुछ दिन पहले मनसे प्रमुख राज ठाकरे को मुंबई के कांदिवली वेस्ट में ‘उत्तर भारतीय पंचायत मंच’ पर आमंत्रित किया था। जहां काशी से आए तमाम पंडितों विद्वानों द्वारा राज ठाकरे का सम्मान सत्कार किया गया था। इसलिए तभी से कयास लगाया जा रहा है कि ये राज ठाकरे के सह पर सोशल मीडिया में इस तरह के उत्पात मचाते हैं?

इस बीच मुंबई के रहने वाले विनय दुबे नाम के शख्स की देशव्यापी मजदूर आंदोलन की धमकी से बांद्रा में मजदूरों के तार जुड़ते नजर आ रहे हैं। विनय दुबे मुंबई में ‘उत्तर भारतीय पंचायत’ नाम की एक एनजीओ चलाते हैं।
विनय दुबे मुंबई के नाम से ट्विटर से चेतावनी दी गई है कि मजदूरों को घर पहुंचाने के लिए 18 अप्रैल से ट्रेनों का संचालन शुरू किया जाए, नहीं तो देशव्यापी मजदूर आंदोलन किया जाएगा। उसने 18 अप्रैल को शाम को सभी मजदूरों से अपील भी है के वे कुर्ला टर्मिनस पर एकजुट होकर इस आंदोलन में साथ दें।
अपने ट्वीट में उसने रेल मंत्री पीयूष गोयल, पीएमओ के अलावा महाराष्ट्र, यूपी, झारखंड और बिहार के सीएम ऑफिस को भी टैग किया है। बताया जा रहा कि दुबे ने मुंबई के मजदूरों के बीच ‘चलो घर की ओर’ नाम से एक अभियान शुरू कर रखा है।

ऐसे में मंगलवार को बांद्रा में हजारों की संख्या में मजदूरों के जुटने के पीछे इस शख्स का हाथ होने की आशंका जताई जा रही है। सोशल मीडिया पर विनय दुबे ने मजदूरों को लॉकडाउन का उल्लंघन करने के लिए उकसाने के अलावा उनसे 18 अप्रैल को रेलवे स्टेशन पर इकट्ठा होने के लिए आह्वान भी किया है। साथ ही प्रशासन से मांग की है कि मजदूरों को घर जाने के लिए ट्रेनें चलाई जाएं। हालाँकि अंत के विडिओ में यह भी कहा गया है कि सभी लोग भूख से घरों में मरने से अच्छा है, लड़ कर मरो।

विनय दुबे के सत्‍ता से है करीबी संबंध
ट्विटर पर मौजूद जानकारी के मुताबिक, विनय दुबे एक सामाजिक कार्यकर्ता है। उसके कुछ ट्वीट्स सत्ताधारी पार्टी की सहयोगी एनसीपी से उसके करीबी संबंधों की ओर इशारा करते हैं। ऐसे ही एक ट्वीट में विनय ने बताया है कि उसके पिता ने कोरोना के खिलाफ लड़ाई के लिए महाराष्ट्र सरकार को अपने जीवन की सारी पूंजी दान कर दी। उसने अनुदान स्वीकारने के लिए गृह मंत्री अनिल देशमुख के अलावा मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे का भी आभार व्यक्त किया है। इस पोस्ट से गृहमंत्री देशमुख से उसके नजदीकी संबंध होने का भी पता चलता है।

पुलिस को 18 अप्रैल को भी गड़बड़ी की आशंका
बांद्रा की घटना सामने आने के बाद से विनय दुबे के ट्वीट्स को उससे जोड़कर देखा जाने लगा है। साथ ही उसकी चेतावनियों से 18 अप्रैल को भी मुंबई में गड़बड़ होने की आशंका को बल मिल रहा है। दुबे ने फेसबुक पर भी वीडियो डालकर मजदूर आंदोलन के शुरू होने की बात लिखी थी। उसने लिखा था- ‘ऐतिहासिक मजदूर आंदोलन शुरू, चलो अपने घर, अपने परिवार के बीच।’ फ़िलहाल दुबे को पुलिस ने हिरासत में लेकर पूछताछ कर रही है।

फेसबुक वीडियो की जांच कर रही मुंबई पुलिस
ऐसे में स्थिति की गंभीरता को ध्यान में रखते हुए मुंबई पुलिस फेसबुक पर डाले गए वीडियो की जांच कर रही है। इस वीडियो को फेसबुक से डिलीट कर दिया गया है। वहीं बांद्रा की घटना पर ऐक्शन लेते हुए पुलिस ने आईपीसी के सेक्शन 143, 147, 149, 186, 188 के अलावा ऐपिडेमिक ऐक्ट के सेक्शन के तहत 800 से 1000 लोगों के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है।