मुंबई शहर

बाबू आर.एन.सिंह अतिथि गृह का कल लोकार्पण करेंगे फडणवीस

मुंबई: बांद्रा पूर्व स्थित उत्तर भारतीय संघ भवन में कैंसर मरीजों के परिजनों व तीर्थयात्रियों के लिए नवनिर्मित बाबू आर.एन.सिंह अतिथि गृह का उद्घाटन 15 अप्रैल को महाराष्ट्र के पूर्व सीएम व नेता प्रतिपक्ष देवेंद्र फडणवीस करेंगे।
यह जानकारी देते हुए ‘उत्तर भारतीय संघ’ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह ने बताया कि बाबू आर.एन.सिंह अतिथि गृह को ‘नो प्रॉफिट, नो लॉस’ पर चलाया जाएगा। महाराष्ट्र समेत दूसरे राज्यों, विशेषकर उत्तर प्रदेश, बिहार और मध्यप्रदेश से आने वाले कैंसर मरीज मुंबई के टाटा कैंसर अस्पताल में इलाज कराते हैं। उन्हें और उनके परिजनों को अस्पताल के बाहर सड़कों पर भी रहने के लिए मजबूर होना पड़ता है। ऐसे मरीजों व उनके परिजनों को बहुत ही नगण्य दर पर बाबू आर.एन.सिंह अतिथि गृह दिया जाएगा। उन्होंने बताया कि इसके अलावा तीर्थ यात्रियों को भी इस गेस्ट हाउस की सुविधा दी जाएगी। इस अतिथि गृह में किफायती दर पर उच्चतम दर्जे का भोजन भी उपलब्ध होगा।

कई सुविधाओं से लैस होगा अतिथि गृह
संघ के अध्यक्ष संतोष आरएन सिंह के मुताबिक, ‘उत्तर भारतीय संघ भवन’ में 6 हजार 800 स्क्वायर फिट में बाबू आर.एन.सिंह अतिथि गृह बनाया गया है। इसमें 50 बेड का डोरमेट्री और 5 एसी रूम तैयार किया गया है। महिलाओं के लिए अलग से डोरमेट्री तैयार किया गया है। इस गेस्ट हाऊस में कैंटीन की भी सुविधा है। इस कैंटीन में किफायती दर पर उच्चतम दर्जे का भोजन भी उपलब्ध होगा। लगातार 26 साल तक उत्तर भारतीय संघ के अध्यक्ष रहे आर.एन. सिंह के अमूल्य योगदान को देखते हुए संघ ने उनके निधन के बाद कैंसर पीड़ितों के परिजनों और तीर्थयात्रियों के लिए नवनिर्मित गेस्ट हाऊस का नामकरण बाबू आर.एन. सिंह अतिथि गृह रखने का फैसला किया।
बता दें कि इसी वर्ष 2 जनवरी को आर.एन.सिंह का निधन हो गया था। आर.एन. सिंह के नाम पर अतिथि गृह का नामकरण करने के लिए उनके सुपुत्र संतोष आरएन सिंह ने 51 लाख रुपए की राशि दान स्वरूप दी है। आर.एन. सिंह के नेतृत्व में ही उत्तर भारतीय भवन बनने का उत्तर भारतीयों का सपना साकार हुआ था।
संतोष आरएन सिंह ने बताया कि बांद्रा पूर्व के टीचर्स कालोनी स्थित संघ का नवनिर्मित मैरिज हॉल एमएमआर रीजन के आर्थिक रूप से कमजोर उत्तर भारतीय परिवारों के लिए मात्र 30 हजार रुपए के किफायती शुल्क पर उपलब्ध कराया जाएगा। साथ ही संघ द्वारा सामूहिक विवाह सम्मेलन कराने की योजना भी है, इसमें यदि आठ उत्तर भारतीय जोड़े होंगे तो दो मराठी जोड़ों का भी समावेश होगा।