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मशहूर अभिनेत्री तबस्सुम को दिल का दौरा पड़ने से हुआ निधन; 78 साल की उम्र में दुनिया को कहा अलविदा!

मुंबई: हिंदी सिनेमा की सदाबहार अदाकारा तबस्सुम गोविल का निधन हो गया है. इस मशहूर अभिनेत्री ने 78 साल की उम्र में दुनिया को अलविदा कह दिया है. उन्हें कल यानी शुक्रवार रात हार्ट अटैक आया था, जिस वजह से उन्होंने मुंबई के एक अस्पताल में अंतिम सांस ली. उनके बेटे होशांग गोविल ने उनके निधन की पुष्टि की है. उनके निधन से पूरे परिवार और उनके फैंस को गहरा सदमा लगा है.
तबस्सुम ने अपने फिल्मी करियर की शुरुआत एक चाइल्ड आर्टिस्ट के तौर पर ही साल 1947 में आई फिल्म ‘मेरा सुहाग’ से की थी, जिसके बाद वो कई फिल्में और टीवी शो का हिस्सा रहीं. हालांकि, अब 78 साल की उम्र में इस जानी-मानी अदाकारा ने इस दुनिया को अलविदा कह दिया.

हार्ट अटैक की वजह से हुआ निधन
कल यानी शुक्रवार रात तबस्सुम को दो बार हार्ट अटैक आया था. उन्हें पहला हार्ट अटैक 8:40 बजे और दूसरा 8:42 बजे आया था, जिस कारण से उनका निधन हो गया. वहीं आज मुंबई में उनका अंतिम संस्कार किया गया. गोविल के मुताबिक, उनकी मां की ख्वाहिश थी उन्हें दफनाने से पहले किसी को भी उनकी मौत की बात ना बताई जाए. 21 नवंबर को उनके लिए सांताक्रुज के आर्य समाज में प्रार्थना सभा का आयोजन किया जाएगा.

इस तरह भी बनाई थी अपनी पहचान
बचपन में एक बाल कलाकार के तौर पर काम करने वाली तबस्सुम की पहचान महज़ एक अभिनेत्री के तौर पर नहीं होती थी, बल्कि उन्होंने एक टॉक शो के होस्ट के तौर पर भी अपनी पहचान बनाई थी. दूरदर्शन पर देश में टीवी के पहले टॉक शो ‘फूल खिले हैं गुलशन गुलशन’ को होस्ट करने का श्रेय तबस्सुम को जाता है.
यह शो उन्होंने 1972 से लेकर और 1993 तक होस्ट किया था जिसके ज़रिए उन्हें फिल्म इंडस्ट्री के दिग्गज हस्तियों के इंटरव्यू करने का मौका मिला था. वो एक ‘यूट्यूबर’ भी थीं. उनके चैनल का नाम ‘तबस्सुम टॉकीज’ है. इस चैनल में अपने जमाने के कई बड़े-छोटे सितारों की कहानी और उनसे जुड़े रोमांचक किस्से भी सुनाया करती थीं.

कैसे हुई सिनेमा में शुरुआत?
तबस्सुम ने अपना फिल्मी डेब्यू बतौर चाइल्ड एक्टर नरगिस के साथ किया था. इसके बाद वह मेरा सुहाग, मझदार और बड़ी बहन जैसी फिल्मों में नजर आई. उनकी आखिरी फिल्म अपीयरेंस 1990 में आई फिल्म स्वर्ग थी.
उनका जन्म 9 जुलाई 1944 को अयोध्या से हुआ था. उनके पिता अयोध्यानाथ सचदेव और असगरी बेगम स्वतंत्रता सेनानी थे. हालांकि, अभिनेत्री की पढ़ाई-लिखाई मुंबई में हुई. दावा किया जाता है कि तबस्सुम ने बहुत छोटी उम्र में ही फिल्मी दुनिया में कदम रख दिया था. वह जब पहली बार स्क्रीन पर आई थीं तब वह महज तीन साल की थीं. साल 1947 में रिलीज हुई फिल्म ‘मेरा सुहाग’ में उन्होंने बाल कलाकार की भूमिका निभाई थी. तबस्सुम ने फिल्म ‘दीदार’ में नरगिस के बचपन का किरदार निभाकर दर्शकों के दिलों को जीत लिया था. इसके बाद वह कई फिल्मों में नजर आईं.

फैल चुकी है निधन की झूठी खबर
तबस्सुम को पिछले वर्ष कोरोना हो गया था. हालांकि, वह इससे ठीक हो गई थी. वह 10 दिन अस्पताल में भी थी. तब उनके निधन की झूठी खबर भी उड़ी थी. जिसका उनके बेटे ने खंडन करते हुए कहा था कि वह ठीक है. तब बेटे ने वक्तव्य जारी करते हुए कहा था- जो लोग मेरी मां के निधन की झूठी खबर फैला रहे हैं, मुझे उनसे नफरत हो रही है. उन्हें अल्जाइमर की खबर भी गलत है. उन्हें कोई दिल का दौरा नहीं पड़ा है और ना ही उन्हें डायबिटीज है.