दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई शहरशहर और राज्य

महाराष्ट्र के लिए अच्छी खबर कोरोना के आठ मरीज ठीक हो घर लौटे, 12 मरीज नेगेटिव पाए गए

मुंबई: पुणे में दो सप्ताह पहले कोरोना पॉजिटिव पाये गये मरीजों का उपचार के बाद परीक्षण करने पर नेगेटिव पाया गया। दोनों को अस्‍पताल से छुट्टी दे दी गई है। गौरतलब है कि महाराष्ट्र में मंगलवार जहां कोरोना मरीजों की संख्या में 10 की बढ़ोतरी हुई, वहीं कुछ अच्छी खबर भी सुनने को मिली। मुंबई के कस्तूरबा गांधी अस्पताल से कोविड-19 के आठ मरीज ठीक होकर घर भेज दिए गए हैं।
कस्तूरबा गांधी अस्पताल के सूत्रों के अनुसार यहां जिन मरीजों का इलाज चल रहा था, उनमें से 12 मरीजों में अब तक कोरोना निगेटिव के लक्षण पाए जा चुके हैं। इनमें से आठ पूरी तरह ठीक होकर अस्पताल से मुक्त किए जा चुके हैं। जबकि पूरे महाराष्ट्र में आज मरीजों की संख्या में 10 की बढ़ोतरी होकर कुल संख्या 107 पर पहुंच गई है। लेकिन सोमवार की तुलना में आज मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी अपेक्षाकृत कम रही। कल मरीजों की संख्या में अचानक 23 की बढ़ोतरी ने चिंता बढ़ा दी थी। बता दें कि भारत के महाराष्ट्र में मुंबई और पुणे क्षेत्र कोरोना से सर्वाधिक पीड़ित है।
महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने मंगलवार रात को कोरोनो वायरस के लगातार बढ़ रहे प्रकोप के मद्देनजर केंद्र द्वारा घोषित राष्ट्रव्यापी बंद को लेकर नागरिकों से न घबराने की अपील करते हुए कहा कि राज्य में खाने के सामान की कोई कमी नहीं है। गौरतलब है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार आधी रात से 21 दिनों के लिए पूरे देश में तालाबंदी की घोषणा की, जिसमें कहा गया कि जब तक भारत के 130 करोड़ लोग घरों से बाहर निकलना बंद नहीं करेंगे तब तक इस बीमारी का विस्‍तार नहीं रुकेगा। देश कोरोना से जंग हार जाएगा और देश 21 साल पीछे चला जाएगा।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने सोशल मीडिया पर जनता को संबोधित करते हुए कहा कि हमारे पास पर्याप्‍त मात्रा में खाने के सामान का भंडार है, मैं लोगों से अपील करता हूं कि घरों में अत्‍याधिक सामान इकट़ठा करने की होड़ न करें। महाराष्ट्र में अब तक कोरोना के सबसे अधिक मामले (107) सामने आये हैं। इसलिए महाराष्ट्र को पहले ही लॉकडाउन कर दिया गया था। देश में इस बीमारी के प्रकोप के चलते पीएम मोदी ने पूरे देश में लॉकडाउन की घोषणा कर दी है।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने बताया कि उन्होंने इस महामारी के बारे में पीएम मोदी से बात की और अपने आकलन को साझा किया कि कोरोनोवायरस की स्थिति गंभीर है। ठाकरे ने कहा कि दूसरों की तरह उनका दिल भी धड़क गया जब पीएम ने घोषणा की कि किसी को भी बंद के दौरान अपने घरों से बाहर नहीं निकलना है। हालांकि पीएम मोदी ने संबोधन के बाद कहा कि सभी आवश्यक सेवाएं लॉकडाउन अवधि के दौरान लोगों के लिए सुलभ रहेंगी।
मुख्यमंत्री ठाकरे ने कहा, लॉकडाउन के दौरान आवश्यक सेवाएं उपलब्ध रहेंगी और लोगों को इसके बारे में कोई गलतफहमी या भ्रम नहीं होना चाहिए। इस अवधि में मेडिकल स्‍टोर और फार्मा कंपनियां हमेशा की तरह काम करती रहेंगी। मुख्यमंत्री ने कहा कि जैसा कि पीएममोदी ने बताया था कि समस्या गंभीर है और लोगों को समझना चाहिए कि सुरक्षित रहने के लिए हमें अपने घरों में रहने की जरूरत है। अगर हम बाहर आते हैं, तो हमारे घरों में वायरस आ जाएगा।
मुख्यमंत्री ने फेसबुक के माध्यम से लोगों को संबोधित करते हुए जनता से मिल रहे सहयोग के लिए उनका आभार व्यक्त किया। साथ ही कहा कि मैं फिर से निवेदन करता हूं कि घर में रहें। कुछ लोग अभी भी बाहर निकल रहे हैं। सरकार को, डॉक्टरों को, पुलिस को एवं अस्पतालों को सहयोग किजिए। राज्य सरकार ने आज राज्य भर से डॉक्टरों एवं दवा की दुकानों को निर्देश दिया है कि वे अपनी क्लीनिक एवं दुकानें खुली रखें। क्योंकि कुछ निजी अस्पतालों में ओपीडी बंद रखे जाने लगे थे। स्वास्थ्य मंत्री राजेश टोपे ने भी जमाखोरी एवं कालाबाजारी कर रहे लोगों पर सख्त कार्रवाई करने की चेतावनी दी है।