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महाराष्ट्र: कोरोना वायरस इफेक्ट- सिनेमाहॉल और जिम के आलावा कई जिलों में स्कूल बंद, महामारी रोग अधिनियम 1897 लागू

मुंबई: राज्य सरकार ने मुंबई, नवी मुंबई, पुणे, पिम्परी चिंचवाड़ और नागपुर में कोरोना वायरस के बढ़ते खतरे को देखते हुए शुक्रवार रात से सभी सिनेमाहॉल और जिम बंद करने के आदेश दिए हैं। मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने राज्य विधानसभा में घोषणा करते हुए कहा कि सरकार शुक्रवार रात 12 बजे से महामारी रोग अधिनियम 1897 लागू कर रही है।
मुख्यमंत्री ने कहा कि कोरोना वायरस के खतरे को देखते हुए जहां भी संभव हो कंपनियों को अपने कर्मचारियों को घर से काम करने की अनुमति देनी चाहिए। ठाकरे ने अगले आदेश तक पुणे और पिम्परी-चिंचवाड़ क्षेत्र में स्कूल बंद रखने की घोषणा की।
हालांकि उन्होंने कहा कि इन स्कूलों में एसएससी की परीक्षाएं अपने निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार जारी रहेंगी। सरकार ने स्पष्ट किया कि शॉपिंग मॉल बंद नहीं किए गए हैं। पहले यह भी खबर थी कि सिनेमाहॉल और जिम के साथ शॉपिंग मॉल्स को भी बंद किया गया है।

महाराष्ट्र में अब तक 17 लोगों में संक्रमण की पुष्टि
मुख्यमंत्री उद्धव ने सदन को यह भी बताया कि महाराष्ट्र में अब तक 17 लोगों में संक्रमण की पुष्टि हुई है। इनमें पुणे में 10, मुंबई और नागपुर में तीन-तीन और ठाणे में एक मामला सामने आया है। हालांकि मुख्यमंत्री ने लोगों से मॉल जैसी भीड़-भाड़ वाली जगहों पर जाने से परहेज करने का आग्रह किया।

ज्ञात हो कि मुंबई में जिन 2 लोगों में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई है, उनके क्लोज कॉन्टैक्ट में आने वाले 3 लोगों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है। हालांकि गुरुवार को पुणे में एक और कोरोना वायरस का पुष्ट मामला सामने आया। इसके साथ ही राज्य में कोरोना की चपेट में आने वालों की संख्या 12 हो गई है। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग के अनुसार, बुधवार को मुंबई के एक वरिष्ठ दंपती में कोरोना वायरस की पुष्टि हुई थी, जो हाल में 40 लोगों के साथ दुबई से लौटे थे।
मामले की गंभीरता को देखते हुए प्रशासन ने इनके एकदम नजदीक आने वाले तीन लोगों की पहचान की थी। इनमें दंपती की नौकरानी, ड्राइवर और एक पड़ोसी शामिल था। इन तीनों को गुरुवार को कस्तूरबा अस्पताल में भर्ती कर टेस्ट किया गया। अच्छी बात यह रही कि तीनों की टेस्ट रिपोर्ट निगेटिव आई है।
बता दें 40 लोगों का एक ग्रुप हाल में दुबई से लौटा था, जिनमें से 6 मुंबई के लोग थे। इनमें से 2 (दंपती) में बीमारी की पुष्टि हुई थी, जबकि 4 की रिपोर्ट निगेटिव आने के बाद बुधवार को ही अस्पताल से डिस्चार्ज कर दिया गया था।

गुरुवार शाम हिंदुजा अस्पताल में इलाज एक मरीज में कोरोना वायरस की पुष्टि होने के बाद प्रशासन ने अस्पताल के 82 स्टाफ मेंबर्स को अलग-थलग रहने का निर्देश दिया है।
बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने कहा कि अस्पताल से पुष्टि होने के बाद हमने ऐहतियातन अस्पताल के 82 लोगों को अलग-थलग रहने को कहा है। इसमें से 8 लोग ऐसे हैं, जो पुष्ट मरीज के क्लोज कॉन्टैक्ट में थे, इसलिए इन्हें अस्पताल में ही अगले 14 दिन तक आइसोलेशन में रहने का निर्देश दिया गया है। इन सातों के स्वाब सैंपल लेकर जांच के लिए भेज दिए गए हैं। इसके लिए जिन 74 लोगों को घर में आइसोलेट रहने को कहा गया है। इन सभी लोगों को बीएमसी हेल्थ विभाग के संपर्क में रख गया है, किसी में भी लक्षण दिखने पर तुरंत आगे की कार्रवाई की जाएगी।

106 परिवारों तक पहुंची BMC की टीम
देश में कोरोना वायरस के पुष्ट मामले सामने आने के बाद से लोग डरे हुए हैं। ऐसे में बीएमसी भी अपनी ओर से कोई कसर नहीं छोड़ रही है। यही कारण रहा कि मुंबई में जिन लोगों में वायरस की पुष्टि हुई, उनके संपर्क में आने वाले 106 परिवारों तक बीएमसी की टीम पहुंची है। बीएमसी स्वास्थ्य विभाग की कार्यकारी अधिकारी डॉ. पद्मजा केसकर ने कहा कि जिस बिल्डिंग में दंपती रहता था, उसमें रहने वाले 106 परिवारों का सर्वे किया गया है।
किसी में भी बीमारी के लक्षण नहीं दिखे। सर्वे के दौरान पता चला कि जिन 2 लोगों की टेस्टिंग गुरुवार को हुई थी, उनमें से एक व्यक्ति 3 घरों में गया था, इसलिए उन घरों में रहने वाले लोगों को भी 14 दिन तक घर में रहने का निर्देश दिया गया है।

मुंबई के 168 सैंपल निगेटिव
बीमारी के प्रति एहतियातन मुंबई इंटरनैशनल एयरपोर्ट पर विदेश से आने वाले लोगों की थर्मल स्क्रीनिंग की जा रही है। गुरुवार तक एयरपोर्ट पर 1,96,727 लोगों की स्क्रीनिंग की गई। इनमें से 190 लोगों में बुखार, जुकाम के लक्षण दिखने पर कस्तूरबा में भर्ती किया गया। 190 में से 168 की रिपोर्ट निगेटिव, 2 पॉजिटिव, जबकि 20 की रिपोर्ट आनी बाकी है।

ऐसे होती है कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग
कोरोना वायरस एक से दूसरे में फैलता है, इसलिए कहीं भी जब इस बीमारी का पुष्ट मामला सामने आता है, तो स्वास्थ्य विभाग उस व्यक्ति के संपर्क में आने वाले तमाम लोगों तक पहुंचती है। इसे कॉन्टैक्ट ट्रेसिंग कहा जाता है।

FDA ने जब्त किया नकली सैनेटाइजर
कोरोना के बढ़ते मामलों के बीच नकली सैनेटाइजर और मास्क की ब्लैक मार्केटिंग तेज हो गई है। हालांकि इस पर फूड ऐंड ड्रग ऐडमिनिस्ट्रेशन (एफडीए) ने कार्रवाई शुरू कर दी है। हाल में एफडीए ने कांदिवली में नकली सैनेटाइजर बनाने वाले 2 लोगों पर मामला दर्ज कर हजारों का माल जब्त किया है। एफडीए के अनुसार, गुप्त सूचना के तहत उन्हें कांदिवली में नकली सैनेटाइजर बनाने के बारे में जानकारी मिली थी। मामले को गंभीरता से लेते हुए विभाग ने छापा मार कर 2 जगहों से तकरीबन दो लाख रुपये का नकली सैनेटाइजर जब्त किया।
एफडीए से जुड़े एक अधिकारी ने बताया कि जिन लोगों के यहां छापा मारा गया है, वे बिना लाइसेंस के सैनेटाइजर तैयार कर रहे थे। साथ ही सैनेटाइजर की गु‌णवत्ता को भी नहीं जांच गया। एफडीए कमिश्नर अरुण उन्हाले ने कहा कि कोरोना के मामले सामने आने के बाद से सैनेटाइजर और मास्क की कमी को लेकर लगातार कार्रवाई की जा रही है।