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महाराष्ट्र: लश्कर का संदिग्ध आतंकी एटीएस की हिरासत में; भारत में रहकर करता था आंतकियों की भर्ती!

पुणे: महाराष्ट्र एटीएस ने मंगलवार को टेरर फंडिंग मामले में एक संदिग्ध को हिरासत में लिया है। उसे आज यानी मंगलवार को पुणे की विशेष अदालत में पेश किया गया, जहां से उसे 3 जून तक एटीएस की कस्टडी में भेज दिया गया है।
महाराष्ट्र एटीएस के अनुसार, हिरासत में लिया गया आरोपी जुनैद एक भारतीय नागरिक है, जो पुणे में रहता है। वह लश्कर-ए-तैयबा के आतंकी नेटवर्क से जुड़ा था। जुनैद का काम लश्कर के लिए आतंकवादियों की भर्ती करने की थी। वह भारत में रहकर आतंकवादियों की संगठन में भर्ती कराता था। फिलहाल, जुनैद की भूमिका के बारे में जांच की जा रही है। अधिकारियों ने बताया कि जुनैद से पूछताछ की जा रही है। वहीं इस संबंध में उसके करीबियों की भी तलाश जारी है।

कैसे पकड़ में आया जुनैद?
महाराष्ट्र एटीएस को खुफिया सूत्रों से जानकारी मिली थी कि पुणे के दापोडी इलाक़े में जुनैद मोहम्मद नाम का एक संदिग्ध युवक पिछले काफ़ी समय से सोशल मीडिया के माध्यम से लश्कर-ए-तैयबा के आतंकियों के संपर्क में है। महाराष्ट्र एटीएस के सूत्रों का कहना है कि जुनैद मोहम्मद फ़ेसबुक के मैसेंजर के ज़रिए पाकिस्तान में बैठे लश्कर-ए-तैयबा के लोगों के संपर्क में था। आए दिन उनसे आतंकी गतिविधियों के बारे में बातचीत करता रहता था। इस बात की जानकारी जैसे ही खुफिया सूत्रों को मिली तो उन्होंने महाराष्ट्र एटीएस को इस बारे में जानकारी दी। इसके बाद जुनैद मोहम्मद को पुणे के दापोडी इलाक़े से गिरफ्तार कर लिया गया।

पुणे एटीएस को खुफिया सूत्रों से इस बात की भी जानकारी प्राप्त हुई थी कि जुनैद ने कश्मीर के एक आतंकी संगठन ‘गजवाते-अल-हिंद’ से फंडिंग भी हासिल की थी। जुनैद सोशल मीडिया के माध्यम से आतंकी संगठन गजवाते-अल-हिन्द के संपर्क में आया था। जुनैद ने इसी आतंकवादी संगठन से 10 हजार रुपये अपने खाते में भी मंगवाए थे। हालांकि, एटीएस ने इस बात का खुलासा नहीं किया है कि जो पैसे इस आतंकी संगठन ने जुनैद के खाते में भेजे थे क्या उनका इस्तेमाल किसी आतंकी गतिविधि के लिए किया गया था। पुणे एटीएस को जांच में पता चला है कि जुनैद मोहम्मद (28) मूल रूप से महाराष्ट्र के अकोला ज़िले का रहने वाला है। खुफिया सूत्रों ने महाराष्ट्र एटीएस के अलावा दिल्ली की स्पेशल सेल को भी जुनैद की गतिविधियों पर नज़र रखने की जानकारी दी थी। सूत्रों का कहना है कि गजवाते अल हिंद आतंकी संगठन ने ही जुनैद की लश्कर-ए-तैयबा आतंकी संगठन से बात कराई थी। इसके बाद वह सोशल मीडिया के माध्यम से लश्कर के आतंकियों के साथ संपर्क में था। बताया जा रहा है कि जुनैद बीते डेढ़ साल से पुणे में रह रहा था। जैसे-जैसे एटीएस जुनैद से पूछताछ करेगी वैसे-वैसे उसके और भी कई राज सामने आ सकते हैं। अदालत ने जुनैद को विशेष अदालत में पेश किया जहां से उसे 3 जून तक एटीएस की हिरासत में भेज दिया है।