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महाराष्ट्र सरकार ने पूर्व सीएम उद्धव ठाकरे सहित उनके परिवार की सुरक्षा में की भारी कटौती!

मुंबई: एकनाथ शिंदे-देवेंद्र फडणवीस सरकार ने उद्धव परिवार को बड़ा झटका दिया है। पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को दी गई जेड प्लस सुरक्षा वापस ले ली गई है। सूत्रों ने कहा कि उद्धव ठाकरे के काफिले में अतिरिक्त वाहनों और ‘मातोश्री’ के बाहर सुरक्षा में भी कटौती की गई है।
महाराष्‍ट्र सरकार ने यह कार्रवाई ऐसे समय की है जब मुंबई नगर निगम में कथित कोविड घोटाले के सिलसिले में ईडी की छापेमारी चल रही है। हालाँकि, मुंबई पुलिस से इस बारे में जानकारी ली गई लेकिन मुंबई पुलिस की ओर से कहा गया है कि ऐसी कोई सुरक्षा में कटौती नहीं की गई है।
मीडिया र‍िपोर्ट के मुताब‍िक, पूर्व मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे को जेड प्लस सुरक्षा हटाकर वाई प्लस सुरक्षा दी गई है। जबकि आदित्य ठाकरे की वाई प्लस सुरक्षा वापस ले ली गई और उन्हें वाई स्तर की सुरक्षा दी गई। साथ ही विश्वस्त सूत्रों ने जानकारी दी है कि रश्मि ठाकरे और तेजस ठाकरे की सुरक्षा भी कम कर दी गई है। जहां ठाकरे परिवार की सुरक्षा कम कर दी गई है, वहीं उद्धव ठाकरे के पूर्व निजी सहयोगी और शिवसेना (ठाकरे गुट) के सचिव मिलिंद नार्वेकर की सुरक्षा बरकरार है। इससे शिवसैनिकों में असमंजस का माहौल है।

बता दें कि महाविकास अघाड़ी सरकार गिरने के बाद सबसे पहले संजय राउत की सुरक्षा हटाई गई थी। अब उद्धव ठाकरे, शिवसेना नेताओं और विधायकों की सुरक्षा घटाई या वापस ली गई है। सांसद अनिल देसाई, विनायक राउत, नेता प्रतिपक्ष अंबादास दानवे, विधायक पूर्व मंत्री अनिल परब, भास्कर जाधव, वैभव नाइक, राजन साल्वी, युवा सेना के सचिव वरुण सरदेसाई को भी सुरक्षित किया गया है।

मिलिंद नार्वेकर और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बीच यह पहली मुलाकात है। ठाकरे परिवार और नेताओं की सुरक्षा कम करने के बाद सिर्फ मिलिंद नार्वेकर की ही सुरक्षा क्यों? ऐसी चर्चा राजनीतिक गलियारों में भी हो रही है। क्या सच में मिलिंद नार्वेकर पर मेहरबान है शिंदे फडणवीस सरकार? ऐसा सवाल भी उठाया जा रहा है। मुंबई पुलिस से जानकारी ली गई। लेकिन मुंबई पुलिस की ओर से कहा गया है कि किसी भी व्यक्ति की सुरक्षा का स्तर कम नहीं किया गया है।

उद्धव ठाकरे के काफिले से हटाई गई पायलट कार
उधर, शिवसेना यूबीटी का कहना है कि राजनीति से प्रेरित होकर सुरक्षा कम कर दी गई है। उद्धव ठाकरे की जेड प्लस सुरक्षा बरकरार रखी गई है लेकिन अतिरिक्त पुलिस फोर्स और पायलट कार हटा ली गई है। ऐसा बताया जा रहा है कि जब उद्धव सीएम बने थे तब उनके काफिले में अतिरिक्त वाहन और सुरक्षाकर्मी जोड़े गए थे।
यहां बता दें कि जेड प्लस सुरक्षा में एक बुलेट प्रूफ कार, एक पुलिस निरीक्षक, दो सहायक पुलिस निरीक्षक, दो पुलिस उप-निरीक्षक, दो एस्कॉर्ट वाहन होते हैं जिनमें से हर वाहन में छह कॉन्स्टेबल सवार रहते हैं।