दिल्लीब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्रमुंबई उपनगरमुंबई शहरशहर और राज्य

महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे को लिखा पत्र- आम जनता को मिले मुंबई लोकल में सफर की अनुमति

मुंबई,(राजेश जायसवाल): महाराष्ट्र सरकार ने रेलवे को आम जनता के लिए मुंबई लोकल ट्रेन को फिर से खोलने का प्रस्ताव लिख कर भेजा है। साथ ही, यात्रा के लिए तीन स्लॉट सुझाए हैं। इसने आवश्यक सेवाओं से संबंधित लोगों और हर घंटे एक महिला विशेष ट्रेन के लिए दो स्लॉट प्रस्तावित किए हैं। राज्य सरकार ने मध्य व पश्चिम रेलवे के महाप्रबंधक को पत्र लिखा है कि आम यात्रियों के लिए गैर-पीक घंटों में यात्रा की अनुमति दी जाए।
गौरतलब है कि लोकल ट्रेन आम जनता के लिए बंद है। सिर्फ आवश्यक सेवाओं में यात्रियों को मुंबई लोकल में यात्रा की अनुमित है। कोरोना संकट और लॉकडाउन की वजह से मुंबई लोकल बंद कर दी गई थी। इस कारण तमाम मुंबईकरों को सड़क यातायात का सहारा लेना पड़ा।
इससे पहले कोरोना लॉकउाउन की मार झेल रहे मुंबई के डब्बावालों, विदेशी दूतावास और उच्‍च आयोग के कर्मचारियों को आवश्यक सेवा वाले कर्मचारियों के लिए ही चलाई जा रही लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी गई थी। मुंबई के कार्यालयों में काम कर रहे लोगों को समय से उनका खाने का टिफिन पहुंचाने वाले मुंबई के डब्बावाले बीते 130 सालों से लोगों को ये टिफिन सेवा दे रहे हैं। उनका कहना है कि इतने लंबे इतिहास में आज तक ऐसा नहीं हुआ जो छह महीने का ब्रेक मिला हो। इस सेवा को फिर से पूरी क्षमता के साथ शुरू करने के लिए उन्‍होंने आवश्यक सेवाओं के कर्मचारियों के लिए ही चलाई जा रही लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति मांगी थी। वर्तमान में कोविड-19 प्रतिबंधों के मद्देनजर, डब्बावालेे जो अपनी साइकिलों पर दक्षिण मुंबई क्षेत्र तक खाना पहुंचा रहे थे, उन्‍होंने लोकल ट्रेनों में यात्रा की अनुमति मिलने पर खुशी जताई थी।
बता दें कि महानगर में 5,000 से अधिक डब्बावाले टिफिन डिलीवरी का कारोबार चलाते हैं। कोविड-19 के प्रकोप से पहले, वे सामान्य कामकाजी दिनों में कार्यालय जाने वालों को दो लाख से अधिक टिफिन वितरित करते थे। वे समय पर गंतव्य पर वितरित किए जाने वाले लंच बॉक्स को सुनिश्चित करने के लिए उपनगरीय ट्रेनों का उपयोग करते हैं।
इसके बाद 20 अक्टूबर को महिलाओं और 27 अक्टूबर को वकीलों को यात्रा की अनुमति दी गई।
पश्चिम रेलवे के मुख्य जनसंपर्क अधिकारी सुमित ठाकुर ने कहा कि 30 सितंबर को महाराष्ट्र सरकार द्वारा जारी किए गए अनलॉक दिशा-निर्देशों के आधार पर, उन्होंने डब्बावालों को स्थानीय ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी है। रेल मंत्रालय से प्राप्त निर्देशों के अनुसार, विदेशी वाणिज्य दूतावासों और उच्च आयोगों के कर्मचारियों को भी लोकल ट्रेनों में यात्रा करने की अनुमति दी गई है। महानगर में 5,000 से अधिक डब्बावाले टिफिन डिलीवरी का कारोबार चलाते हैं। कोविड-19 के प्रकोप से पहले, वे सामान्य कामकाजी दिनों में कार्यालय जाने वालों को दो लाख से अधिक टिफिन वितरित करते थे। वे समय पर गंतव्य पर वितरित किए जाने वाले लंच बॉक्स को सुनिश्चित करने के लिए उपनगरीय ट्रेनों का उपयोग करते हैं।

मध्य रेलवे का आया सकारात्मक जवाब
महाराष्ट्र सरकार के पत्र पर मध्य रेलवे की ओर से सकारात्मक जवाब आया है। मध्य रेलवे ने ट्वीट किया है कि कोरोना के मद्देनजर समाजिक दूरी के नियम के पालन के साथ उपनगरीय रेल सेवाओं की फेरियां बढ़ाने के लिए रेलवे सदैव तत्पर है। लोकल ट्रेन में सभी लोग यात्रा कर सके, इसके लिए प्रभावी योजनाएं तैयार की जा रही है। इस संबंध में राज्य सरकार के साथ हम सतत संपर्क में हैं। जल्द ही इस पर निर्णय लिया जाएगा।

आम लोगों के लिए कब शुरू होगी लोकल ट्रेन सेवा? महाराष्ट्र सरकार के मंत्री ने दिया यह जवाब
एक ट्विटर यूजर ने सीएमओ महाराष्ट्र को टैग करते हुए ट्वीट किया था- ‘पहले महिलाओं को मुंबई लोकल में यात्रा की अनुमति मिली। अब वकीलों को भी अनुमति दे दी गई। व्यवसायियों के कर्मचारियों और आम लोगों को इससे क्यों हटा दिया गया? दिवाली के मौसम में मुंबई को लोगों के साथ बहुत बड़ा अन्याय है।’
महाराष्ट्र सरकार के मंत्री विजय वाडेट्टीवार ने जवाब देते हुए ट्वीट किया- ‘हम अगले कुछ दिनों में सभी के लिए लोकल ट्रेन सेवाएं शुरू करने पर निर्णय लेंगे। हमने विभिन्न हितधारकों के साथ विचार-विमर्श किया है। मुंबईकरों को जल्द ही इस पर राहत मिलेगी।’ गौरतलब है कि मुंबई की लोकल जब सभी के लिए चल रही थी तब प्रतिदिन इसमें 50 लाख से ज्यादा लोग सफर करते थे।