ब्रेकिंग न्यूज़महाराष्ट्र

महाराष्ट्र सियासी संग्राम: नासिक पहुंची ठाणे पुलिस, संजय राउत के ‘जान को खतरा’ संबंधी आरोपों पर ली जानकारी

ठाणे: शिवसेना के नाम और चिह्न को लेकर उद्धव और शिंदे गुट के बीच जारी घमासान के बीच संजय राउत के दावे ने महाराष्ट्र में एक नई हलचल पैदा कर दी।सियासी घमासान के बीच ठाणे पुलिस के एक दल ने बुधवार को नासिक पहुंचकर शिवसेना (यूबीटी) के नेता और सांसद संजय राउत से मुलाकात की और उनसे इस आरोप के बारे में जानकारी हासिल की कि उन्हें महाराष्ट्र के मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के बेटे से जान का खतरा है.
राज्यसभा सदस्य राउत ने मुंबई पुलिस आयुक्त को लिखे एक पत्र में जान के खतरे का आरोप लगाया था, जिसकी प्रतियां उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और ठाणे शहर की पुलिस को भी भेजी गई थीं.
संजय राउत ने अपने पत्र में कहा कि लोकसभा सदस्य श्रीकांत शिंदे ने मुझे मारने के लिए ठाणे के एक अपराधी राजा ठाकुर को सुपारी दी है. मुझे इस बारे में पुख्ता जानकारी मिली है. मैं आपको एक जिम्मेदार नागरिक के रूप में सूचित कर रहा हूं.
पुलिस के एक अधिकारी ने कहा कि ठाणे पुलिस की अपराध शाखा की एक टीम आज सुबह नासिक पहुंची और जांच के सिलसिले में शिवसेना नेता राउत से मिली. उन्होंने कहा कि पुलिस राउत से ‘जान को खतरे’ संबंधी आरोप के बारे में जानकारी ले रही है. अधिकारी ने कहा कि राउत ने ठाणे पुलिस आयुक्त को यह पत्र सौंपा था, जिसके बाद अपराध शाखा ने उनके आरोपों को लेकर जांच शुरू की.
बता दें कि महाराष्ट्र के वर्तमान मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे का बेटा श्रीकांत शिंदे कल्याण सीट से लोकसभा सांसद है. मुख्यमंत्री शिंदे ने शुक्रवार को राउत के आरोपों को लेकर जांच का भरोसा दिया, लेकिन साथ ही कहा कि पुलिस यह भी पड़ताल करेगी कि शिकायत तथ्यों पर आधारित है या यह महज एक प्रचार का शिगूफा है.

श्रीकांत शिंदे ने मुझे मारने के लिए सुपारी दी: राउत
संजय राउत ने इस बाबत उपमुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस को एक चिट्ठी लिखी है. इस चिट्ठी में संजय राउत ने लिखा कि महाराष्ट्र में सत्ता परिवर्तन के बाद मेरी सुरक्षा हटा ली गई. इसके बाद सत्ताधारी दल के विधायकों और उनके गैंग से कई धमकियां मिलीं. मैंने इसको लेकर आपको समय-समय पर अवगत कराया. मैं आज आपको बता रहा हूं कि एकनाथ शिंदे के बेटे श्रीकांत शिंदे ने ठाणे के एक गुंडे राजा ठाकुर को मुझ पर हमला करने की सुपारी दी है और वह जल्द ही मुझपर हमला करने की तैयारी कर रहा है. राउत ने चिट्ठी में आगे लिखा कि मैं एक सांसद, ‘सामना’ का कार्यकारी संपादक और शिवसेना का नेता हूं, लेकिन मैं एक जिम्मेदार नागरिक के तौर पर आपको यह जानकारी दे रहा हूं.

Raja thakur

कौन है गैंगस्टर राजा ठाकुर?
पुलिस सूत्रों के मुताबिक, राजा ठाकुर का असली नाम रविचंद्र ठाकुर है और उसका गैंग ठाणे, कलवा और मुंब्रा में सक्रिय है। 2011 में गैंगस्टर दीपक पाटील की हत्या के मामले में राजा ठाकुर को दोषी ठहराया जा चुका है। उसे उम्रकैद की सजा सुनाई गई और 2019 तक वह जेल की सलाखों के पीछे रहा। इसके चलते राजा ठाकुर गैंग की दीपक पाटील गिरोह के साथ रंजिश जारी है। 2011 में ठाणे बेलापुर रोड पर दीपक पाटील की हत्या कर दी गई थी।
2019 की शुरुआत में राजा ठाकुर को जमानत पर रिहा कर दिया गया लेकिन उसने जमानत शर्तों का पालन नहीं किया और फरार हो गया। ठाणे पुलिस की जबरन वसूली विरोधी सेल ने एक जाल बिछाया और अक्टूबर 2019 में उसे फिर से अरेस्ट कर लिया। हालांकि, बाद में वह फिर जमानत पर रिहा हो गया।

ठाणे में ऐक्टिव है गैंग
रिपोर्ट के अनुसार, राजा ठाकुर ने ठाणे में कबड्डी टूर्नामेंट आयोजित किया था और कई मौकों पर एकनाथ शिंदे को बधाई देने के पोस्टर भी लगवाए थे। सूत्रों के अनुसार, उसका गैंग ठाणे में सक्रिय था और वह वर्तमान में ठाणे से ही अपनी गतिविधियां चला रहा है।