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महाराष्ट्र: CM उद्धव और अजित पवार ने शिवनेरी किले में शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर मनाई शिव जयंती

मुंबई: छत्रपति शिवाजी महाराज की जयंती के अवसर पर शुक्रवार को मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे, उप मुख्यमंत्री अजित पवार व पर्यटन मंत्री आदित्य ठाकरे पुणे जिले में स्थिति शिवनेरी किला पहुंचकर शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण किया। इस मौके पर सीएम ठाकरे ने कहा कि शिवाजी महाराज की ख्याति पूरे विश्व में पहुंचाई जाएगी।

मास्क पहनना ही कोरोना से बचने का एकमात्र तरीका
मुख्यमंत्री उद्धव ठाकरे ने कहा कि छत्रपति शिवाजी महाराज के समय में युद्ध लडऩे के लिए तलवार और ढाल का इस्तेमाल होता था लेकिन कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ाई में मास्क ही एकमात्र बचाव का तरीका है। उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज को उनकी जयंती पर श्रद्धांजलि देने के लिए पुणे जिले के जुन्नार तहसील में शिवनेरी किले का दौरा भी किया। शिवाजी महाराज का जन्म 1630 में शिवनेरी किले में हुआ था।

हिंदीभाषियों को शिव चरित्र से अवगत कराने बनाए वीडियो
हिंदी भाषियों तक छत्रपति शिवाजी महाराज के जीवन और उनके कार्यों की सही और सटीक जानकारी पहुंचाने के लिए मराठी के साहित्यकार आदित्य दवणे ने एक पहल की है। दवणे ने यूट्यूब पर शिवाजी महाराज के समग्र जीवन से जुड़ी जानकारी हिंदी में साझा की है। उन्हें उम्मीद है कि इसे सुनने के बाद लोग शिवाजी महाराज के जीवन के बारे में अच्छी तरह समझ पाएंगे। इसके लिए खासतौर पर 19 फरवरी यानी शिवजयंती का दिन चुना गया है।
दवणे ने बताया कि कुछ महीने पहले एक स्टैंपअप कॉमेडियन ने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में आपत्तिजनक टिप्पणी की थी। इससे शिवाजी को मानने वालों में काफी रोष था। जिस स्टूडियो में शो हुआ वहां तोड़फोड़ भी हुई। यह राजनीतिक लोगों के विरोध का तरीका था। लेकिन साहित्यकार और प्राध्यापक दवणे ने इसका हल दूसरे तरीके से निकालने की कोशिश की। दवणे को लगा कि जिस कॉमेडियन ने यह हरकत की थी दरअसल, उसे शिवाजी महाराज के जीवन और व्यक्तित्व के बारे में जानकारी ही नहीं थी।
इतिहास की सही जानकारी न होने के चलते ही इस तरह की बात कही थी। इसके बाद दवणे ने फैसला किया कि वे शिवाजी महाराज के जीवन से जुड़ी जानकारी यूट्यूब के जरिए हिंदी में उपलब्ध कराएंगे। इसके लिए उन्होंने शिवशाहिर बाबासाहेब पुरंदरे द्वारा लिखित ‘राजा शिवछत्रपति’ नाम की किताब का अध्ययन शुरू किया। इसी किताब के आधार पर शिवाजी महाराज की जीवनी तैयार की गई। यूट्यूब के लिए वीडियो तैयार करने में इतिहासकार कौस्तुभ कस्तुरे, हिंदी के अध्यापक भरत भेरे और स्वरांग गायकर नामक छात्र ने भी इसमें मदद की। आदित्य दवणे के नाम पर ही बने यूट्यूब चैनल पर शिवाजी महाराज की जीवनी अपलोड करने की पहल शुरू हुई है। पहले 14 एपिसोड अपलोड किए जा चुके हैं और अगले कुछ महीनों तक शिवाजी महाराज की जीवनी पूरी होने तक यह सिलसिला जारी रहेगा।